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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 14 अक्तूबर, 2022

  • 14 Oct 2022
  • 6 min read

विश्व मानक दिवस

प्रतिवर्ष 14 अक्तूबर को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 'विश्व मानक दिवस' का आयोजन किया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य उपभोक्ताओं, नियामकों और उद्योग के बीच वैश्विक अर्थव्यवस्था के मानकीकरण के महत्त्व के बारे में जागरूकता पैदा करना है। विश्व मानक दिवस, 2022 की थीम “बिल्ड बैक बेटर” है। यह दिवस वर्ष 1956 में लंदन में आयोजित 25 देशों के प्रतिनिधियों की पहली बैठक को चिह्नित करता है, जिन्होंने मानकीकरण की सुविधा हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन के निर्माण का निर्णय लिया था। 'विश्व मानक दिवस' का आयोजन पहली बार वर्ष 1970 में किया गया था। यह दिवस उन हज़ारों विशेषज्ञों के प्रयासों का सम्मान करता है, जिन्होंने वैश्विक स्तर पर मानकों के विकास में महत्त्वपूर्ण भूमिका अदा की। भारत में मानकीकरण गतिविधियों के सामंजस्यपूर्ण विकास के उद्देश्य से वर्ष 1947 में भारतीय मानक संस्थान की स्थापना की गई थी। भारतीय मानक संस्थान को भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम 1986 के माध्यम से भारतीय मानक ब्यूरो में रूपांतरित कर दिया गया। भारतीय मानक ब्यूरो का मुख्य कार्य माल के मानकीकरण, अंकन (Marking) और गुणवत्ता प्रमाणीकरण की गतिविधियों को क्रियान्वित करना है। भारतीय मानक ब्यूरो अधिनियम, 2016 के माध्यम से भारतीय मानक ब्यूरो को सेवाओं के मानकीकरण और प्रमाणन से संबंधित गतिविधियों का उत्तरदायित्त्व भी सौंपा गया है।

17वाँ प्रवासी भारतीय दिवस अधिवेशन की वेबसाइट जारी 

विदेश मंत्री डॉक्‍टर एस जयशंकर ने 13 अक्तूबर, 2022 को मध्‍य प्रदेश के मुख्‍यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और विदेश राज्‍य मंत्री वी मुरलीधरन के साथ मिलकर वीडियो कॉन्‍फ्रेंसिंग के माध्‍यम से 17वाँ प्रवासी भारतीय दिवस अधिवेशन की वेबसाइट जारी की। मध्‍य प्रदेश के इन्‍दौर में जनवरी 2023 में 17वाँ  प्रवासी भारतीय दिवस अधिवेशन आयोजित किया जाएगा। प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bharatiya Divas- PBD) भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करने हेतु मनाया जाता है। 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस के रूप में इसलिये चुना गया था क्योंकि इसी दिन वर्ष 1915 में महान प्रवासी महात्मा गांधी, दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे, जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम का नेतृत्त्व किया और भारतीयों के जीवन को हमेशा के लिये बदल दिया। वर्ष 2003 से प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की शुरुआत हुई लेकिन वर्ष 2015 में इसे संशोधित कर प्रत्येक दो वर्ष में मनाने का निर्णय लिया गया। यह तब एक विषय-आधारित सम्मेलन था जिसे प्रत्येक वर्ष अंतरिम अवधि के दौरान आयोजित किया जाता था। PBD सम्मेलन प्रत्येक दो वर्ष में आयोजित किया जाता हैं। प्रवासी भारतीय दिवस 2021: 16वाँ PBD सम्मेलन वस्तुतः नई दिल्ली में आयोजित किया गया था। जिसकी थीम "आत्मनिर्भर भारत में योगदान" थी।

राष्‍ट्रीय वन्‍यजीव बोर्ड की स्‍थायी समिति की 70वीं बैठक

पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्री भूपेन्‍द्र यादव नराष्‍ट्रीय वन्‍यजीव बोर्ड की स्‍थायी समिति की 70वीं बैठक की अध्‍यक्षता की। इस बैठक में वन्‍यजीव संरक्षण और भारतीय सोन चिरैया को बचाने से संबंधित विभिन्‍न नीतिगत मामलों पर विचार-विमर्श किया गया। बैठक में गुजरात, कर्नाटक और महाराष्ट्र की राज्य सरकारों से भारतीय सोन चिरैया के संरक्षण के लिये प्रजनन केंद्रों की स्थापना हेतु प्रस्ताव भेजने को कहा गया। साथ ही गुजरात के नर्मदा तथा वडोदरा ज़िलों के नौ जनजातीय गाँवों एवं उत्तर प्रदेश में कतर्नियाघाट वन्यजीव अभयारण्य के पास के गाँवों में निर्बाध संचार संपर्क की आवश्यकता को देखते हुए स्थायी समिति ने दूरसंचार टावरों के निर्माण और ऑप्टिकल फाइबर केबल बिछाने की सिफारिश की। समिति ने उत्तराखंड में रामबाड़ा से गरुड़ मंदिर तक ब्रिडल ट्रैक के निर्माण की भी सिफारिश की। समिति ने केदारनाथ धाम जाने वाले  हज़ारों तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिये उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग ज़िले में सोनप्रयाग से केदारनाथ धाम के बीच रोपवे के विकास की भी सिफारिश की है। 

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