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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 14 अगस्त, 2021

  • 14 Aug 2021
  • 6 min read

चंद्रमा पर पानी के अणुओं और हाइड्रॉक्सिल की उपस्थिति 

एक हालिया शोधपत्र के मुताबिक, ‘चंद्रयान-2’ ऑर्बिटर ने चंद्रमा की सतह पर पानी के अणुओं (H2O) और हाइड्रॉक्सिल (OH) की उपस्थिति की पुष्टि की है। ऑर्बिटर के ‘इमेजिंग इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोमीटर’ (IIRS) से प्राप्त प्रारंभिक डेटा के विश्लेषण से चंद्रमा पर 29 डिग्री उत्तर और 62 डिग्री उत्तरी अक्षांश के बीच पानी के अणुओं (H2O) और हाइड्रॉक्सिल (OH) की उपस्थिति की पहचान की गई है। शोधकर्त्ताओं के अनुसार, हाइड्रॉक्सिल या पानी के अणुओं का निर्माण ‘अंतरिक्ष अपक्षय’ (Space Weathering) नामक एक प्रक्रिया के कारण होता है, जो तब होता है जब चंद्र सतह पर सौर हवाएँ चलती हैं। विश्लेषण से यह भी ज्ञात हुआ कि चंद्रमा के उच्च अक्षांशों पर तीव्र धूप वाले उच्च भूमि क्षेत्रों में उच्च हाइड्रॉक्सिल या संभवतः पानी के अणु अधिक पाए गए। गौरतलब है कि यह खोज भविष्य के मिशनों के लिये काफी महत्त्वपूर्ण है, क्योंकि अगले कुछ वर्षों में चंद्रमा के लिये कई अंतर्राष्ट्रीय मिशनों को लॉन्च किया जाना है। यह भारत का चंद्रमा पर दूसरा मिशन है। चंद्रयान-2 भारत द्वारा चंद्रमा की सतह पर उतरने का पहला प्रयास था। इसरो द्वारा इस मिशन के माध्यम से चंद्रमा की सतह के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने की योजना बनाई गई थी। हालाँकि लैंडर विक्रम ने सितंबर 2019 में चंद्रमा की सतह पर ‘हार्ड लैंडिंग’ की। किंतु इसका ऑर्बिटर अभी भी चंद्रमा की कक्षा में है और इस मिशन की अवधि सात वर्ष है। ज्ञात हो कि ‘चंद्रयान-1’ मिशन ने पहले ही चंद्रमा की सतह पर पानी की उपस्थिति की पुष्टि कर दी थी, लेकिन सीमित कवरेज के कारण जलयोजन की सटीक प्रकृति का पता नहीं लगाया जा सका था। 

प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कार

भारत सरकार ने हाल ही में वर्ष 2018 के लिये ‘प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कारों’ (PMSA) की घोषणा की है। ये पुरस्कार केंद्र और राज्य सरकारों के विभागीय उपक्रमों और सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा 500 या उससे ज़्यादा लोगों को रोज़गार देने वाली निजी क्षेत्र की इकाइयों में कार्यरत 69 श्रमिकों को प्रदान किये जाने हैं। वर्ष 1985 में स्थापित ये पुरस्कार ‘श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय द्वारा प्रदान किये जाते हैं। ये पुरस्कार श्रमिकों को उनके विशिष्ट प्रदर्शन, नवीन क्षमताओं, उत्पादकता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान और असाधारण साहस व बुद्धिमत्ता का प्रदर्शन करने हेतु प्रदान किये जाते हैं। वर्ष 2018 के लिये प्रधानमंत्री श्रम पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिये गए हैं। ये श्रेणियाँ हैं- ‘श्रम भूषण पुरस्कार’ (जिसमें 1 लाख रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है), ‘श्रम वीर/श्रम वीरांगना पुरस्कार’ (जिसमें 60,000 रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है) और ‘श्रम श्री/श्रम देवी पुरस्कार’ (जिसमें 40,000 रुपए का नकद पुरस्कार दिया जाता है)। कुल पुरस्कार विजेताओं में से 49 कर्मचारी सार्वजनिक क्षेत्र से हैं, जबकि 20 कर्मचारी निजी क्षेत्र से हैं। पुरस्कार पाने वालों में 8 महिला कार्यकर्त्ता भी शामिल हैं। 

नीरज चोपड़ा

भारत के जेवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा नवीनतम विश्व एथलेटिक्स पुरुषों की रैंकिंग में नंबर 2 पर पहुँच गए हैं। ओलंपिक की शुरुआत से पूर्व नीरज चोपड़ा 16वें स्थान पर थे, लेकिन 23 वर्षीय नीरज चोपड़ा ने टोक्यो में स्वर्ण पदक जीतने के बाद रैंकिंग में कई प्रसिद्ध खिलाड़ियों को पीछे छोड़ दिया है। 1315 अंकों के साथ नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स रैंकिंग में केवल जर्मनी के ‘जोहान्स वेटर’ से पीछे हैं। गौरतलब है कि नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में पुरुषों के जेवलिन थ्रो गेम में स्वर्ण पदक जीता था, जिससे वे स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय ट्रैक और फील्ड एथलीट बन गए हैं। 24 दिसंबर, 1997 को हरियाणा के पानीपत में जन्मे नीरज चोपड़ा ने राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कई महत्त्वपूर्ण पुरस्कार जीते हैं, जिनमें राष्ट्रीय जूनियर चैंपियनशिप (2021) में स्वर्ण पदक तथा एशियन जूनियर चैंपियनशिप (2017) में सिल्वर पदक शामिल हैं।

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