Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 अक्तूबर , 2020 | 12 Oct 2020
जीएसटी परिषद की 43वीं बैठक
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने जीएसटी परिषद की 43वीं बैठक में कहा कि कोविड-19 महामारी से अर्थव्यवस्था प्रभावित हुई है। वित्त मंत्री ने इस बैठक में सरकारी कर्मचारियों के लिये फेस्टिवल एडवांस की घोषणा की है। अर्थव्यवस्था में मांग बढ़ाने के लिये दो प्रस्ताव पेश किये गए हैं। पहला 'एलटीसी कैश वाउचर स्कीम' (LTC Cash Voucher Scheme) और दूसरा 'स्पेशल फेस्टिवल एडवांस स्कीम' (Special Festival Advance Scheme) है। स्पेशल फेस्टिवल एडवांस स्कीम के तहत सरकारी कर्मचारियों को 10,000 रुपए फेस्टिवल एडवांस के रूप में दिया जाएगा, साथ ही कर्मचारियों को एलटीसी में टिकट किराये का भुगतान नकद में किया जाएगा। एलटीसी कैश वाउचर स्कीम के तहत सरकारी कर्मचारी यात्रा के लिये प्रतिपूर्ति की बजाय कैश क्लेम कर सकते हैं। केंद्र सरकार ने राज्यों को 50 वर्ष के लिये ब्याज मुक्त कर्ज की पेशकश भी की है, जिससे राज्य 12000 करोड़ रुपए तक का पूंजीगत व्यय कर सकेंगे।
फ्रेंच ओपन 2020
फ्रेंच ओपन (French Open) 2020 के फाइनल मुकाबले में राफेल नडाल ने नोवाक जोकोविच को 6-0, 6-2, 7-5 से हराकर 13वीं बार फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल टूर्नामेंट को जीतकर अपने रिकॉर्ड में सुधार किया। इस जीत के साथ नडाल ने रोज़र फेडरर के 20 ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट जीतने के रिकॉर्ड की बराबरी भी कर ली है। स्पेन के इस दिग्गज खिलाड़ी ने इससे पहले वर्ष 2005-08 के बीच लगातार चार बार और फिर वर्ष 2010-14 के बीच लगातार पाँच बार फ्रेंच ओपन टूर्नामेंट जीता। इसके अलावा वह चार बार अमेरिकन ओपन, दो बार विंबलडन और एक बार आस्ट्रेलियन ओपन टूर्नामेंट भी जीत चुके हैं। नडाल ने पहली बार ग्रैडस्लैम जीतने के मामले में फेडरर की बराबरी की। दोनों ने ही वर्ष 2003 तक एक भी ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट नहीं जीता था। फेडरर ने उसी वर्ष विंबलडन में अपना पहला टूर्नामेंट जीता जबकि नडाल ने अपना पहला टूर्नामेंट पेरिस में वर्ष 2005 में जीता।
फ्लाइंग मोठ
लगभग 125 वर्षों के बाद उत्तराखंड के टिहरी ज़िले में देवलसारी नामक स्थान पर दिन में उड़ने वाले फ्लाइंग मोठ (वैज्ञानिक नाम- Achelura Bifasciata) नामक कीट की पहचान की गई है। फ्लाइंग मोठ (Flying Moth) आमतौर पर हिमालयी बेल्ट में पाया जाता है और उत्तराखंड में इसकी उपस्थिति का उल्लेख 125 वर्ष पूर्व नैनीताल के पुराने रिकॉर्डों में किया गया है। प्रसिद्ध प्रकृतिवादी संजय सोंधी ने इस दुर्लभ कीट की पहचान की है। यह कीट ग्लासी टाइगर तितली की नकल करता है। दिलचस्प तथ्य यह है कि कई कीट और तितलियाँ देखने में एकसमान होती हैं। हालाँकि दोनों के बीच कुछ भिन्नताएँ हैं जैसे तितलियों के पंखों पर आमतौर पर बड़े और रंगीन पैटर्न होते हैं जबकि कीटों के पंख रंगीन और छोटे होते हैं।