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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 मई, 2022

  • 12 May 2022
  • 4 min read

विश्व प्रवासी पक्षी दिवस

इस वर्ष 08 मई को विश्व भर में ‘विश्व प्रवासी पक्षी दिवस’ (WMBD) का आयोजन किया गया। विश्व प्रवासी पक्षी दिवस (WMBD) एक वार्षिक जागरूकता अभियान है, जिसका उद्देश्य प्रवासी पक्षियों और उनके आवासों के संरक्षण की आवश्यकता पर प्रकाश डालना है। इस आयोजन के तहत प्रवासी पक्षियों, उनके पारिस्थितिक महत्त्व, उनके समक्ष मौज़ूद चुनौतियों और संरक्षण के लिये अंतर्राष्ट्रीय सहयोग की आवश्यकता के संबंध में वैश्विक जागरूकता बढ़ाने में मदद की जाती है। इसे संयुक्त राष्ट्र की दो संधियों- ‘वन्यजीवों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण पर सम्मेलन’ एवं ‘अफ्रीकन-यूरेशियन वॉटरबर्ड एग्रीमेंट’ (AEWA) और एक गैर-लाभकारी संगठन (एन्वायरनमेंट फॉर द अमेरिका) के सहयोग से संयुक्त रूप से मनाया जाता है। ‘विश्व प्रवासी पक्षी दिवस’ को पहली बार वर्ष 2006 में मनाया गया था। पक्षियों के बीच कई अलग-अलग प्रवासन पैटर्न देखे जाते हैं। अधिकांश पक्षी उत्तरी क्षेत्रों से प्रजनन के लिये दक्षिणी मैदानों की ओर पलायन करते हैं। हालाँकि कुछ पक्षी अफ्रीका के दक्षिणी हिस्सों में प्रजनन करते हैं और सर्दियों में उत्तरी मैदान की ओर पलायन करते हैं। 

ऑपरेशन दुधी 

हाल ही में ऑपरेशन दुधी (Operation Dudhi) के जीवित सैनिकों को असम राइफल्स द्वारा सम्मानित किया गया। वर्ष 1991 में असम राइफल्स द्वारा जम्मू और कश्मीर में किये गए एक एकल आतंकवाद विरोधी अभियान में 72 आतंकवादियों को मार गिराया गया था। यह ऑपरेशन 3 मई, 1991 को शुरू किया गया था। बटालियन द्वारा 72 आतंकवादियों को मार गिराया गया तथा 13 अन्य को गिरफ्तार किया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान भीषण गोलाबारी में सैनिक राम कुमार आर्य और कामेश्वर प्रसाद शहीद हो गए और आर.के. यादव गंभीर रूप से घायल हो गए थे, यह ऑपरेशन एक बटालियन द्वारा चलाया गया था जिसमें नायब सूबेदार पदम बहादुर छेत्री की कमान के तहत 14 अन्य रैंकों के साथ एक जूनियर कमीशंड अधिकारी (JCO) शामिल थे। यह किसी भी सुरक्षा बल द्वारा चलाया गया अब तक का सबसे सफल आतंकवाद रोधी अभियान है।

 टमाटर फ्लू 

हाल ही में केरल राज्य के कई हिस्सों में टमाटर फ्लू के मामले दर्ज किये गए। इस वायरल बीमारी ने बड़ी संख्या में बच्चों को अपना शिकार बनाया है। टमाटर फ्लू या टोमैटो फ्लू एक सामान्य वायरल संक्रमण है, जिसमें पाँच वर्ष से कम उम्र के बच्चों को बुखार आता है। आमतौर पर त्वचा में जलन और शरीर में पानी की कमी के साथ इस बीमारी की शुरुआत होती है। फ्लू से संक्रमित बच्चे के शरीर में टमाटर की तरह चकते बन आते हैं, जो आमतौर पर लाल रंग के होते हैं, इसलिये इसे 'टमाटर फ्लू' या 'टमाटर बुखार' कहा जाता है। वर्तमान में यह संक्रमण केवल केरल के कोल्लम ज़िले के कुछ हिस्सों में बताया गया है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि निवारक उपाय नहीं किये गए तो संक्रमण अन्य क्षेत्रों में भी फैल सकता है।

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