Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 फरवरी, 2021 | 12 Feb 2021
पंडित दीनदयाल उपाध्याय
11 फरवरी, 2021 को उपराष्ट्रपति ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर उनका स्मरण किया। दीनदयाल उपाध्याय का जन्म 25 सितंबर, 1916 को मथुरा ज़िले के नगला चंद्रभान गाँव में हुआ था। पंडित दीनदयाल उपाध्याय एक दार्शनिक, समाजशास्त्री, अर्थशास्त्री एवं राजनीतिज्ञ थे। इनके द्वारा प्रस्तुत दर्शन को ‘एकात्म मानववाद’ कहा जाता है जिसका उद्देश्य एक ऐसा ‘स्वदेशी सामाजिक-आर्थिक मॉडल’ प्रस्तुत करना था, जिसके विकास के केंद्र में मानव हो। वर्ष 1942 में वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ में एक पूर्णकालिक कार्यकर्त्ता (संघ प्रचारक) के रूप में शामिल हुए। इसके पश्चात् उन्होंने वर्ष 1940 के दशक में लखनऊ से ‘राष्ट्र धर्म’ नामक एक मासिक पत्रिका के प्रकाशन की शुरुआत की, जिसका उद्देश्य हिंदुत्व राष्ट्रवाद की विचारधारा का प्रसार करना था। इसके बाद उन्होंने ‘पांचजन्य’ और ‘स्वदेश’ जैसी पत्रिकाओं की भी शुरुआत की। वर्ष 1967 में जनसंघ के अध्यक्ष चुने जाने के एक वर्ष बाद 11 फरवरी, 1968 को पटना में एक ट्रेन यात्रा के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
उद्यानोत्सव
राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद 12 फरवरी, 2021 को राष्ट्रपति भवन के वार्षिक ‘उद्यानोत्सव’ का शुभारंभ करेंगे। वार्षिक उत्सव के तहत राष्ट्रपति भवन परिसर में स्थित ‘मुगल गार्डन’ को 13 फरवरी, 2021 से 21 मार्च, 2021 (प्रत्येक सोमवार को छोड़कर) तक आम जनता के लिये खोला जाएगा। 15 एकड़ के विशाल क्षेत्र में फैले ‘मुगल गार्डन’ को प्रायः राष्ट्रपति भवन की सबसे नायाब चीज़ों में से एक माना जाता है। सर एडविन लुटियन ने वर्ष 1917 की शुरुआत में मुगल गार्डन के डिज़ाइन को अंतिम रूप दिया था, हालाँकि इस गार्डन में रोपण का कार्य वर्ष 1928-1929 में समाप्त हुआ था। ‘मुगल गार्डन’ के निर्माण के लिये सर लुटियन ने बागवानी की दो विशिष्ट शैलियों- मुगल शैली और अंग्रेज़ी फूल गार्डन शैली का मिश्रित प्रयोग किया। गुलाब, ट्यूलिप, एशियाई लिली, डैफोडिल्स, जलकुंभी और अन्य मौसमी फूल राष्ट्रपति भवन के उद्यानों को सुशोभित करते हैं। राष्ट्रपति भवन के इस उद्यान में फूलों की तकरीबन 70 किस्में मौजूद हैं। इस उद्यान की विशालता को इस बात से समझा जा सकता है कि वर्तमान में राष्ट्रपति भवन के उद्यानों के विकास और रखरखाव के लिये 300 से अधिक स्थायी और आकस्मिक कर्मचारी तैनात हैं।
वित्तीय साक्षरता सप्ताह-2021
राष्ट्रव्यापी अभियान के एक हिस्से के रूप में भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा वित्तीय शिक्षा का प्रचार करने के लिये 8-12 फरवरी, 2021 के मध्य वित्तीय साक्षरता सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। वित्तीय साक्षरता सप्ताह-2021 का विषय ‘ऋण अनुशासन और औपचारिक संस्थाओं से ऋण’ है। यह विषय वित्तीय शिक्षा के लिये राष्ट्रीय कार्यनीति 2020-2025 के उद्देश्यों में से एक है। इस वित्तीय साक्षरता सप्ताह के दौरान मुख्य तौर पर (1) उत्तरदायी ऋण; (2) औपचारिक संस्थानों से ऋण और (3) समय पर भुगतान, जैसे विषयों पर ध्यान दिया जाएगा। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) वर्ष 2016 से ही देश भर में किसी विशिष्ट विषय पर वित्तीय शिक्षा संदेशों का प्रचार करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष वित्तीय साक्षरता सप्ताह (FLW) का आयोजन कर रहा है। रिज़र्व बैंक द्वारा आम जनता के लिये आवश्यक वित्तीय जागरूकता संदेशों को प्रसारित करने हेतु फरवरी 2021 में एक केंद्रीकृत जन मीडिया अभियान चलाया जाएगा।
‘मुख्यमंत्री विज्ञान प्रतिभा परीक्षा’ योजना
दिल्ली कैबिनेट ने हाल ही में ‘मुख्यमंत्री विज्ञान प्रतिभा परीक्षा’ को मंज़ूरी दी है, जिसमें दिल्ली के स्कूलों में कक्षा 9 के 1,000 मेधावी छात्रों को विज्ञान छात्रवृत्ति के रूप में 5,000 रुपए प्रदान किये जाएंगे। इस छात्रवृत्ति का उद्देश्य स्कूली स्तर पर माध्यमिक कक्षाओं में विज्ञान संबंधी विषयों में शिक्षा को बढ़ावा देना है। इस संबंध में जारी अधिसूचना के मुताबिक, दिल्ली के स्कूलों में 9वीं कक्षा में पढ़ने वाले छात्र, जिन्होंने कक्षा 8 में 60 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल किये हैं, वे इस परीक्षा के लिये पात्र हैं। इसके अलावा अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, दिव्यांगों या अन्य पिछड़ा वर्ग से संबंधित छात्रों को 5 प्रतिशत तक छूट दी जाएगी।