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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 12 अप्रैल, 2022

  • 12 Apr 2022
  • 5 min read

मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस

प्रत्येक वर्ष 12 अप्रैल को ‘मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस’ (International Day of Human Space Flight) मनाया जाता है। यह दिन वर्ष 1961 में यूरी गागरिन (Yuri Gagarin) की ऐतिहासिक अंतरिक्ष यात्रा की वर्षगाँठ के रूप में मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 12 अप्रैल, 2011 को मानव अंतरिक्ष उड़ान का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाने के लिये एक प्रस्ताव पारित किया था। इसका उद्देश्य सतत् विकास लक्ष्य को प्राप्त करने में अंतरिक्ष के योगदान की फिर से पुष्टि करना है। बाहरी अंतरिक्ष मामलों के लिये संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (UNOOSA) वह कार्यालय है जो बाहरी अंतरिक्ष में शांतिपूर्ण उपयोग हेतु अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देता है। संयुक्त राष्ट्र के इस दिवस के कार्यक्रम UNOOSA द्वारा आयोजित किये जाते हैं। वर्ष 1957 में पहले मानव निर्मित पृथ्वी उपग्रह स्पुतनिक I को बाहरी अंतरिक्ष में लॉन्च किया गया था। 12 अप्रैल, 1961 को यूरी गागरिन पृथ्वी की सफलतापूर्वक रिक्रमा करने वाले पहले व्यक्ति बने थे। 

राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस

गर्भावस्था, प्रसव और प्रसवोत्तर अवधि के दौरान पर्याप्त देखभाल विषय पर जागरूकता बढ़ाने के लिये प्रतिवर्ष 11 अप्रैल को ‘राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस’ का आयोजन किया जाता है। इस दिवस का उद्देश्य मातृ मृत्यु दर को कम करने के लिये गर्भवती माताओं को बेहतर चिकित्सा सुविधाएँ प्रदान करने की दिशा में काम करना है। गौरतलब है कि भारत, प्रसव के दौरान मृत्यु जोखिम के प्रति सबसे सुभेद्य देशों में से एक है। भारत में प्रतिवर्ष 35,000 से अधिक महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान उचित देखभाल न होने के कारण अपनी जान गँवानी पड़ती है। इस विषय के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिये भारत सरकार ने वर्ष 2003 में ‘व्हाइट रिबन एलायंस’ (WRAI) के अनुरोध पर 11 अप्रैल को राष्ट्रीय सुरक्षित मातृत्व दिवस के रूप में घोषित किया था। गौरतलब है कि ‘व्हाइट रिबन एलायंस’ (WRAI) 1800 से अधिक गैर-सरकारी संगठनों (NGOs) का एक गठबंधन है, जो मातृ मृत्यु दर को समाप्त करने और मातृ एवं नवजात शिशु के स्वास्थ्य में सुधार पर ध्यान केंद्रित करता है। यह दिवस कस्तूरबा गांधी की जयंती के साथ भी मेल खाता है। 

अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ‘व्यूपॉइंट’ 

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में गुजरात के बनासकांठा ज़िले के नडाबेट में सीमा पर्यटन के लिये सीमा सुरक्षा को बढ़ाने में सहायता हेतु भारत-पाकिस्तान अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर ‘व्यूपॉइंट’ का उद्घाटन किया है। जो भारत-पाकिस्तान सीमा से मात्र 20 से 25 किलोमीटर पहले बनाया गया है यह सीमादर्शन परियोजना नागरिकों को सीमा सुरक्षा बल (BSF) के जवानों से जोड़ेगी तथा उनके प्रति सम्मान का भाव पैदा करेगी यह गुजरात का पहला बॉर्डर प्वाइंट है, जहाँ बॉर्डर की फोटो गैलरी तथा हथियारों समेत टैंकों का प्रदर्शन किया जाएगानडाबेट व्यूपॉइंट के माध्यम से हमें जवानों की कहानियों को जानने का मौका मिलेगा। इसके साथ ही इस परियोजना से राज्य में पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा पंजाब में वाघा अटारी सीमा पर होने वाले ‘बीटिंग रिट्रीट’ की तर्ज पर सीमादर्शन में भी इसे शामिल किया गया है।

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