Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 11 मार्च, 2022 | 11 Mar 2022
विश्व किडनी दिवस
10 मार्च, 2022 को विश्व भर में ‘विश्व किडनी दिवस’ का आयोजन किया गया। गौरतलब है कि प्रतिवर्ष मार्च माह के दूसरे बृहस्पतिवार को इस दिवस का आयोजन किया जाता है। इसका उद्देश्य किडनी रोग और उससे संबंधित अन्य स्वास्थ्य समस्याओं के प्रभाव को कम करना तथा मानव स्वास्थ्य में किडनी के महत्त्व के प्रति जागरूकता उत्पन्न करना है। विश्व किडनी दिवस का आयोजन पहली बार वर्ष 2006 किया गया था और यह एक प्रकार से वैश्विक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता अभियान है। इस अभियान के तहत किडनी रोगों के बढ़ते प्रकोप और ‘साइलेंट किलर’ कहे जाने वाले इस रोग के प्रति लोगों को सचेत किया जाता है। इस वर्ष ‘विश्व किडनी दिवस’ की थीम 'किडनी हेल्थ फॉर ऑल' रखी गई है, जिसका अर्थ है सभी के लिये गुर्दे का स्वास्थ्य ज़रूरी है। गुर्दे/किडनी शरीर के महत्त्वपूर्ण अंग हैं। वे रक्त को शुद्ध करते हैं और शरीर से अपशिष्ट को खत्म करने में मदद करते हैं। दुनिया भर में प्रतिवर्ष किडनी फेल होने के कारण कई लोगों की मौत हो जाती है।
सुषमा स्वराज पुरस्कार
हाल ही में राज्य विधानसभा में बजट पेश करते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने महिलाओं के लिये राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय क्षेत्रों से संबंधित जीवन के विभिन्न पहलुओं में उनके महत्त्वपूर्ण योगदान या उपलब्धियों हेतु 'सुषमा स्वराज पुरस्कार' की घोषणा की है। इस पुरस्कार के तहत राज्य सरकार द्वारा 5 लाख रुपए की पुरस्कार राशि के साथ एक प्रशस्ति प्रदान किया जाएगा। सुषमा स्वराज सर्वोच्च न्यायालय की वकील और एक वरिष्ठ भारतीय राजनीतिज्ञ थीं, जिन्होंने 16वीं लोकसभा (2014-2019) के दौरान भारत के विदेश मंत्री के रूप में कार्य किया था और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के वाद वे इस पद पर कार्य करने वाली दूसरी महिला थीं।
ईरान का ‘नूर-2’ उपग्रह
ईरान की सेना ने हाल ही में ‘नूर-2’ उपग्रह को पृथ्वी की कक्षा में स्थापित करते हुए अपने ‘कासेद’ रॉकेट का सफल प्रक्षेपण किया है। यह मिशन लगभग दो वर्षों में पृथ्वी की कक्षा में पहुँचने वाला पहला ईरानी प्रक्षेपण है। ईरान के सशस्त्र बलों की एक शाखा- ‘इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स’ (IRGC) द्वारा संचालित छोटे उपग्रहों की शृंखला में ‘नूर-2’ उपग्रह दूसरे नंबर पर है। ‘नूर-2’ उपग्रह 500 किलोमीटर (311 मील) की ऊँचाई पर पृथ्वी की परिक्रमा कर रहा है। यह वर्ष 2020 में लॉन्च किये गए ‘नूर-1’, जो ईरान का पहला समर्पित सैन्य उपग्रह था, का अपग्रेडेड संस्करण है। फारसी भाषा में नूर का अर्थ है- ‘प्रकाश’। ईरान द्वारा इस उपग्रह का निर्माण ‘अंतर्राष्ट्रीय क्यूबसैट मानक’ के अनुसार किया गया है। माना जा रहा है कि अंतरिक्ष में दूसरा उपग्रह स्थापित किये जाने से ईरान की सेना की काफी प्रगति होगी, जिससे देश के परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रमों को लेकर चिंता और अधिक बढ़ जाएगी।
तमिलनाडु में फ्लोटिंग सौर परियोजना
देश के अग्रणी उर्वरक निर्माता ‘सदर्न पेट्रोकेमिकल इंडस्ट्रीज़ कॉरपोरेशन लिमिटेड’ (SPIC) ने तमिलनाडु के थूथुकुडी में 150.4 करोड़ रुपए की अनुमानित लागत से एक फ्लोटिंग सौर परियोजना स्थापित की है। यह अत्याधुनिक फ्लोटिंग सौर ऊर्जा संयंत्र स्थायी आधार पर ऊर्जा उत्पादन को अनुकूलित करने हेतु स्थापित किया गया है। यह परियोजना अत्याधुनिक हरित एवं सतत् प्रौद्योगिकी को लागू करने के लिये समूह की ESG रणनीति के अनुरूप है। SPIC परिसर के भीतर बड़े जलाशय पर स्थित यह सौर संयंत्र प्रतिवर्ष 42.0 मिलियन यूनिट बिजली पैदा कर सकता है। इसके माध्यम से उत्पन्न समग्र बिजली का उपयोग SPIC और ग्रीनस्टार फर्टिलाइज़र्स द्वारा किया जाएगा। स्वच्छ ऊर्जा के अलावा यह परियोजना जलाशय में पानी के वाष्पीकरण को लगभग 60 प्रतिशत तक कम करके पर्यावरण की मदद करेगी।