विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 11 जनवरी, 2022
- 11 Jan 2022
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विश्व हिंदी दिवस 2022
विश्व हिंदी दिवस हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है। विश्व हिंदी दिवस 10 जनवरी, 1975 को नागपुर में आयोजित पहले विश्व हिंदी सम्मेलन की वर्षगांठ के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। इस सम्मेलन का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने नागपुर में किया था। सम्मेलन का उद्देश्य दुनिया भर में हिंदी भाषा को बढ़ावा देना था। हिंदी को भारत की मातृभाषा माना जाता है। यह हमारे राष्ट्र की अभिव्यक्ति का सबसे सरल स्रोत है। यह हमारी विरासत है और देश में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी शब्द की उत्पत्ति फारसी शब्द हिंद से हुई है, जिसका अर्थ है सिंधु नदी की भूमि। विश्व हिंदी दिवस पहली बार वर्ष 2006 में मनाया गया था। इस दिन हिंदी भाषा के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिये निबंध लेखन, पोस्टर बनाने, प्रश्नोत्तरी, वाद-विवाद जैसी कई प्रतियोगिताएँ आयोजित की जाती हैं। इस दिन देश भर के अधिकांश स्कूल और कॉलेज छात्रों को विभिन्न साहित्यिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेने के लिये प्रोत्साहित करते हैं जैसे कि कविता प्रतियोगिता, निबंध और भाषा में पत्र लेखन आदि।
विश्व हिंदी दिवस 2022: प्रेरणादायक उद्धरण-
- "यदि सभी भारतीय भाषाओं के लिये एक लिपि की आवश्यकता है, तो वह देवनागरी ही हो सकती है" -जस्टिस कृष्णास्वामी अय्यर
- "हिंदी हमारे देश की अभिव्यक्ति का सबसे सरल स्रोत है" -सुमित्रा नंदन पंत
- "हमारी नागरी दुनिया की सबसे वैज्ञानिक लिपि है" -राहुल सांकृत्यायन
- "एक राष्ट्र राष्ट्रभाषा के बिना गूँगा है" -महात्मा गांधी
- "हिंदी भारतीय संस्कृति की आत्मा है" -कमलापति त्रिपाठी
फिनटेक विभाग
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने भारत में गतिशील रूप से बदलते वित्तीय परिदृश्य पर ध्यान केंद्रित करने के लिये एक आंतरिक “फिनटेक विभाग” की स्थापना की। RBI सर्कुलर के अनुसार, फिनटेक विभाग की स्थापना 4 जनवरी, 2022 को हुई थी। इस विभाग की स्थापना का निर्णय गतिशील रूप से बदलते परिदृश्य के साथ तालमेल रखते हुए फिनटेक क्षेत्र में नवाचार पर ध्यान केंद्रित करने के लिये लिया गया था। फिनटेक विभाग का उद्देश्य फिनटेक इनोवेशन पर ज़ोर देना, विनियमन क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देना, इस क्षेत्र से जुड़ी चुनौतियों और अवसरों की पहचान करने के साथ-साथ ऐसी चुनौतियों का समाधान करना है। आरबीआई ने मुख्य रूप से वित्तीय सेवाओं की लागत को कम करने और वित्तीय समावेशन में सुधार के उद्देश्य से नवाचार को आगे बढ़ाने का फैसला किया था। फिनटेक में अधिकांश स्टार्टअप ने अनियमित संस्थाओं के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। जून 2018 में आरबीआई की वरिष्ठ प्रबंधन समिति की एक बैठक के परिणामस्वरूप विनियमन विभाग में एक फिनटेक इकाई का निर्माण हुआ था। वर्ष 2019 में आरबीआई ने एक नियामक सैंडबॉक्स के लिये रूपरेखा जारी की। चूंकि अधिकांश फिनटेक गतिविधियाँ तब भुगतान क्षेत्र में थीं, इस यूनिट को जुलाई 2020 में भुगतान और निपटान प्रणाली विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया था।
गंगासागर मेला
हर साल मकर संक्रांति के दौरान आयोजित होने वाला गंगासागर मेला पश्चिम बंगाल के गंगासागर (सागर के रूप में भी जाना जाता है) द्वीप पर 10 जनवरी से 16 जनवरी तक आयोजित होगा। कलकत्ता उच्च न्यायालय ने शुक्रवार को राज्य सरकार को कोविड-19 की जाँच के लिये आवश्यक उपाय करने के बाद कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति दी। न्यायालय ने राज्य सरकार को राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता, पश्चिम बंगाल मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष और राज्य के प्रतिनिधि सहित तीन सदस्यीय पैनल का गठन करने का निर्देश दिया, ताकि सागर द्वीप में कोविड -19 उपायों का अनुपालन सुनिश्चित किया जा सके। इस मेले के दौरान मकर संक्रांति के अवसर पर हज़ारों तीर्थयात्री, संत और पर्यटक गंगा एवं बंगाल की खाड़ी के पवित्र संगम में डुबकी लगाते हैं तथा कपिल मुनि मंदिर में पूजा करते हैं।
RBI के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल AIIB के उपाध्यक्ष नियुक्त
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के पूर्व गवर्नर उर्जित पटेल को बीजिंग स्थित एशियन इन्फ्रास्ट्रक्चर इन्वेस्टमेंट बैंक (AIIB) का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है। उर्जित पटेल इस बहुपक्षीय विकास बैंक के पाँच उपाध्यक्षों में से एक के रूप में तीन साल का कार्यकाल पूरा करेंगे और गुजरात के पूर्व मुख्य सचिव डी.जे. पांडियन, जो उपाध्यक्ष के रूप में एआईआईबी के निवेश कार्यों और दक्षिण व दक्षिण-पूर्व एशिया में सभी संप्रभु तथा गैर-संप्रभु ऋण देने का नेतृत्व कर रहे थे, का स्थान लेंगे। उर्जित पटेल ने दो वर्ष की सेवा के बाद "व्यक्तिगत कारणों" का हवाला देते हुए दिसंबर, 2018 में एक आश्चर्यजनक निर्णय में आरबीआई गवर्नर पद से इस्तीफा दे दिया था। वर्ष 2015 में बीजिंग में लॉन्च किये गए AIIB ने बैंक के किसी भी अन्य सदस्य की तुलना में भारत के लिये अधिक ऋण स्वीकृत किये हैं। चीन इसका सबसे बड़ा शेयरधारक है और भारत दूसरा सबसे बड़ा। अमेरिका और जापान इसके 104 सदस्यों में से नहीं हैं।