Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 10 सितंबर, 2020 | 10 Sep 2020

क्रिस्टियानो रोनाल्डो

प्रसिद्ध फुटबॉल खिलाड़ी क्रिस्टियानो रोनाल्डो (Cristiano Ronaldo) ने हाल ही में अपना 100वाँ अंतर्राष्ट्रीय गोल किया है, जो कि इस मुकाम पर पहुँचने वाले इतिहास के दूसरे व्यक्ति बन गए हैं। विश्व के बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ियों में से एक माने जाने वाले 35 वर्षीय क्रिस्टियानो रोनाल्डो ने पुर्तगाल (Portugal) की ओर से स्वीडन (Sweden) के विरुद्ध खेलते हुए मुकाबले के हाफ टाइम से ठीक पहले एक शानदार फ्री किक (Free Kick) के साथ इतिहास रच दिया, वहीं उन्होंने मुकाबले के दूसरे हाफ टाइम में पुर्तगाल के लिये अपना 101वाँ गोल भी दागा। इसका मतलब है कि क्रिस्टियानो रोनाल्डो ईरान के सेवानिवृत्त दिग्गज फुटबॉल खिलाड़ी अली डेई (Ali Daei) द्वारा बनाए गए 109 अंतर्राष्ट्रीय गोल के सर्वकालिक अंतर्राष्ट्रीय रिकॉर्ड से केवल आठ गोल पीछे हैं। रोनाल्डो ने अपने अंतर्राष्ट्रीय कैरियर की शुरुआत वर्ष 2003 में कज़ाख़्तान (Kazakhstan) के विरुद्ध खेलते हुए की थी, उस समय उनकी उम्र मात्र 18 वर्ष थी, वहीं उन्होंने अपना पहला गोल वर्ष 2004 में ग्रीस के विरुद्ध खेलते हुए किया था। सक्रिय खिलाड़ियों में क्रिस्टियानो रोनाल्डो के बाद अंतर्राष्ट्रीय गोलों की सूची में भारत के सुनील छेत्री (72 गोल) और अर्जेंटीना के लियोन मेसी (Lionel Messi) का स्थान है।

नई शिक्षा नीति लागू करने वाला पहला राज्य- हिमाचल प्रदेश

हिमाचल प्रदेश सरकार ने घोषणा की है कि राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 को तत्काल प्रभाव से लागू किया जाएगा। इस प्रकार हिमाचल प्रदेश नई शिक्षा नीति को लागू करने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। हिमाचल प्रदेश मंत्रिमंडल ने बीते माह 24 अगस्त को राज्य में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के कार्यान्वयन के लिये शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में 40 सदस्यों के एक टास्क फोर्स के गठन का निर्णय लिया था। ध्यातव्य है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 29 जुलाई, 2020 को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को मंज़ूरी दी थी, जिसमें 2035 तक 50 प्रतिशत सकल नामांकन अनुपात (GER) के लक्ष्य समेत उच्च शिक्षा में कई अन्य बड़े सुधार करने का प्रावधान किया गया है। करीब तीन दशक के बाद देश में नई शिक्षा नीति को मंज़ूरी दी गई है। इससे पूर्व वर्ष 1986 में राष्ट्रीय शिक्षा नीति बनाई गई थी और वर्ष 1992 में इसमें संशोधन किया गया था।

भारतेंदु हरिश्चंद्र

09 सितंबर, 2020 को देश भर के विभिन्न हिस्सों में भारतेंदु हरिश्चंद्र की 170 वीं जयंती मनाई गई। आधुनिक हिंदी साहित्य और हिंदी रंगमंच के जनक भारतेंदु हरिश्चंद्र का जन्म 9 सितंबर, 1850 को बनारस में हुआ था। 35 वर्ष तक हिंदी साहित्य की बहुत सेवा करने के बाद 6 जनवरी, 1885 को उनकी मृत्यु हो गई थी। भारतेंदु हरिश्चंद्र को एक प्रसिद्ध कवि तथा आधुनिक भारत के सर्वोच्च हिंदी लेखक, उपन्यासकार और नाटककार के रूप में जाना जाता था। हिंदी के अलावा उन्हें कई अन्य भारतीय भाषाओं जैसे- बंगाली, गुजराती, मराठी, मारवाड़ी, पंजाबी आदि का भी काफी ज्ञान था। यह माना जाता है कि उन्होंने मात्र 5 वर्ष की उम्र में ही काव्य रचना शुरू कर दी थी। भारतेंदु हरिश्चंद्र ने सदैव अपने नाटकों, निबंधों, कविताओं और लघु कथाओं आदि के माध्यम से भारत की गरीबी, आम लोगों की पीड़ा, मानवीय आवश्यकता और निर्भरता, क्रूर शोषण और मध्यम वर्ग के संघर्षों का प्रतिनिधित्त्व करने का प्रयास किया। 

स्वनिधि संवाद

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मध्यप्रदेश के छोटे दुकानदारों और फेरीवालों (Street Venders) के साथ ‘स्वनिधि संवाद’ (Svanidhi Samvaad) के तहत बातचीत की। प्रधानमंत्री ने मध्यप्रदेश के तीन फेरीवालों से ‘प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेंडर्स आत्मनिर्भर निधि (The Pradhan Mantri Street Vendor’s AtmaNirbhar Nidhi- PM SVANidhi) या पीएम स्वनिधि के तहत मिले लाभ और लाभ प्राप्त करने में आई कठिनाइयों को लेकर बातचीत की। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि सरकार यह सुनिश्चित करने की प्रक्रिया शुरू कर रही है कि छोटे दुकानदार और फेरीवाले डिजिटल अर्थव्यवस्था में पीछे न रह जाएँ, जिसके तहत बैंक अधिकारी क्यूआर कोड प्रदान करेंगे और उन्हें इसका उपयोग करने के दिशा-निर्देश भी देंगे। ध्यातव्य है कि पीएम स्वनिधि योजना के तहत छोटे दुकानदार और फेरीवाले 10,000 रुपए तक के ऋण के लिये आवेदन कर सकते हैं। साथ ही ऋण प्राप्त करने के लिये आवेदकों को किसी प्रकार की ज़मानत या कोलैट्रल (Collateral) की आवश्यकता भी नहीं होती है।