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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 01 अक्तूबर , 2020

  • 01 Oct 2020
  • 6 min read

भारत व नीदरलैंड के मध्य समझौता 

भारत के नीति आयोग और नई दिल्ली स्थित नीदरलैंड के दूतावास ने स्वच्छ और अधिक ऊर्जा को प्राप्त करने के लिये डी-कार्बोनाइज़ेशन और ऊर्जा संक्रमण एजेंडा का समर्थन करने हेतु स्टेटमेंट ऑफ इंटेंट (Statement of Intent-SOI) पर हस्ताक्षर किये हैं। नीदरलैंड के राजदूत के अनुसार, यह SOI न केवल दो देशों की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देगा, बल्कि संयुक्त राष्ट्र सतत् विकास लक्ष्यों (SDG) को हासिल करने में भी सहायता करेगा। भारत और नीदरलैंड अपने ऊर्जा क्षेत्र में लगातार बदलाव ला रहे हैं, ये दोनों ही देश इस बात के लिये प्रतिबद्ध हैं कि इस SOI के तहत शुरू की गई विभिन्न पहलें दोनों देशों को जलवायु-अनुकूल अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ने में सहायता करेंगी। नीति आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. राजीव कुमार के अनुसार, कम कार्बन तकनीकों में डच विशेषज्ञता के साथ संयुक्त रूप से लागत-प्रभावी तरीके से उच्च-तकनीकी समाधानों को तैयार करने में भारत की विशेषज्ञता आगे इंडो-डच सहयोग को ठोस बनाने में मदद करेगी। ये दोनों देश डी-कार्बोनाइजेशन और ऊर्जा संक्रमण एजेंडा प्राप्त करने की दिशा में सफलतापूर्वक काम करेंगे। 

भारतीय खेल प्राधिकरण का नया लोगो 

खेल मंत्री किरेन रिजिजू ने दिल्ली के मेजर ध्यान चंद स्टेडियम में भारतीय खेल प्राधिकरण (Sports Authority of India) का नया लोगो जारी किया है। इस अवसर पर खेल सचिव रवि मित्तल, भारतीय ओलम्पिक संघ के अध्यक्ष नरेंद्र बत्रा, और भारतीय खेल प्राधिकरण के महानिदेशक संदीप प्रधान उपस्थित थे। इस कार्यक्रम में जाने माने खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों और खेल प्रेमियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से भाग लिया। भारतीय खेल प्राधिकरण की स्थापना वर्ष 1984 में देश में खेल वातावरण तैयार करने के लिए की गई थी और यह ज़मीनी स्तर पर देशभर से खिलाड़ियों की पहचान करके उनकी प्रतिभा को विकसित करता है। नया लोगो खेल की उत्कृष्टता का निर्माण करने के लिए ज़मीनी स्तर पर खेल प्रतिभाओं को पहचानने और उन्हें विकसित करने में भारतीय खेल प्राधिकरण की महत्त्वपूर्ण भूमिका को दर्शाता है।

ऐस्टरॉयड माइनिंग रोबोट

चीन ऐस्टरॉयड के खनन के लिये एक रोबोट स्पेस में भेज रहा है। यह रोबोट इस वर्ष के अंत तक भेजा जाएगा। ऐस्टरॉयड पर मौजूद मूल्यवान खनिज संसाधन के खनन पर चीन की नज़र है। ऑरिजन स्पेस (Origin Space) लॉन्ग मार्च रॉकेट से नवंबर में लॉन्च किया जाएगा। दरअसल ऐस्टरॉयड मूल्यवान खनिज संसाधन से परिपूर्ण होते हैं, ऐसे में चीन की नज़र सोना, चाँदी और कोबाल्ट जैसे मूल्यवान संसाधनों पर टिकी हुई हैं। चीन अंतरिक्ष अनुसंधान में भी तेजी से आगे बढ़ने के लिये इस प्रकार के कदम उठा रहा है। ऑरिजन स्पेस बीजिंग में स्थित एक निजी कंपनी है। यह वास्तव में वास्तविक खनन के लिये एक प्री क्रूसर मिशन है। इसे चीनी नेशनल स्पेस ऐडमिनिस्ट्रेशन ऑपरेट करेगा। इसे नियो-1 नाम दिया गया है। जो खनन करने के लिये ज़रूरी टेक्नॉलजी को टेस्ट करेगा। स्पेस में खनन पर दुनिया के शक्तिशाली देशों की निगाहें हैं। ऐस्टरॉयड खनन एक साइंस फिक्शन मूवी जैसा है, जो काफी विवादित है। यदि यह परियोजना सफल होती है, तो एक ट्रिलियन डॉलर का उद्योग खुल सकता है। 

सड़क दुर्घटना के संदर्भ में नए नियम

सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने सडक दुर्घटना के दौरान दुर्घटनाग्रस्‍त व्‍यक्ति की सहायता करने वालों के लिये नए नियम प्रकाशित किये हैं। इनमें दुर्घटनाग्रस्‍त व्‍यक्ति की सहायता करने वाले लोगों के अधिकारों की रक्षा का प्रावधान किया गया है। नए नियमों के तहत इन व्‍यक्तियों के साथ सम्‍मानजनक तरीके से व्‍यवहार किया जायेगा और धर्म, राष्‍ट्रीयता, जाति या महिला तथा पुरूष के आधार पर किसी प्रकार का भेदभाव नहीं किया जायेगा। कोई भी पुलिस अधिकारी या अन्‍य व्‍यक्ति इन्‍हें अपना नाम, पहचान, पता और अन्‍य कोई व्‍यक्तिगत जानकारी देने के लिये विवश नहीं कर सकता है।

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