Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 09 अक्तूबर , 2020 | 09 Oct 2020
एंटी-रेडिएशन मिसाइल का सफल परीक्षण
भारत ने एंटी-रेडिएशन मिसाइल 'रुद्रम' का सफलतापूर्वक परीक्षण किया। इस मिसाइल को भारत के रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (Defence Research & Development Organization-DRDO) द्वारा डिज़ाइन और विकसित किया गया है। रुद्रम मिसाइल का परीक्षण ओडिशा के बालासोर में सुखोई -30 लड़ाकू विमान से किया गया। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने उल्लेखनीय उपलब्धि के लिये DRDO और अन्य हितधारकों को बधाई दी। न्यू जनरेशन एंटी-रेडिएशन मिसाइल (रुद्रम -1) भारतीय वायु सेना के लिये DRDO द्वारा विकसित भारत की पहली स्वदेशी एंटी-रेडिएशन मिसाइल है। रुद्रम मिसाइल भारतीय वायु सेना के लिये वायु सीमाओं की प्रभावी रूप से रक्षा करने दुश्मन की वायु रक्षा प्रणाली को ध्वस्त करने के लिये एक महत्त्वपूर्ण हथियार है। मिसाइल इस बात का प्रमाण है कि भारत ने लंबी दूरी की हवा से प्रक्षेपित एंटी-रेडिएशन मिसाइल विकसित करने के लिये स्वदेशी क्षमता स्थापित की है।
द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा
भारतीय रिजर्व बैंक ने प्रमुख ब्याज दरों को बरकरार रखा है। रिजर्व बैंक ने आज मुम्बई में अपनी द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा की। रिवर्स रेपो दर पहले की तरह 3 . 35 प्रतिशत और रेपो दर 4 प्रतिशत पर बरकरार रहेगी। मौद्रिक नीति समिति ने कम से कम चालू वित्त वर्ष और अगले वर्ष तक आवश्यकतानुसार यथास्थिति बनाए रखने का निर्णय किया है क्योंकि भारतीय अर्थव्यवस्था COVID-19 महामारी से लड़ाई के निर्णायक दौर में प्रवेश कर रही है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ी घोषणा करते हुए प्रस्ताव किया कि दिसंबर 2020 से RTGS के ज़रिये पैसे के अंतरण की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि रिजर्व बैंक तरलता और आसान वित्तीय शर्तों के लिये बाज़ार प्रतिभागियों को आश्वस्त करने के उद्देश्य से सभी आवश्यक उपाय करने के लिये तैयार है। ऋण-से-मूल्य अनुपात से जुड़े नए आवास ऋण का जोखिम और सभी नए आवास ऋण के लिये औचित्यपूर्ण जोखिम की सुविधा 31 मार्च 2022 तक जारी रहेगी। बैंक ने कहा है कि सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर के चालू वित्तवर्ष की चौथी तिमाही तक सकारात्मक दौर में प्रवेश करने की संभावना है।
एम राजेश्वर राव
भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक एम राजेश्वर राव को RBI का डिप्टी गवर्नर नियुक्त किया गया है। केन्द्रीय मंत्रिमंडल की नियुक्ति समिति ने एम राजेश्वर राव को डिप्टी गवर्नर बनाए जाने का अनुमोदन कर दिया है। राव RBI के चौथे डिप्टी गवर्नर के तौर पर एन एस विश्वनाथन की जगह लेंगे। राजेश्वर राव वर्ष 1984 में रिजर्व बैंक से जुड़े थे, तब से वे विभिन्न पदों पर अपनी सेवाएँ दे चुके हैं। वर्ष 2016 में उन्होंने रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक के रूप में कार्यभार संभाला । वर्तमान में वह RBI में आंतरिक ऋण प्रबंधन, वित्तीय बाजारों के संचालन, अंतरराष्ट्रीय और सचिव विभागों के प्रभारी हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के कार्यकारी निदेशक का पद संभालने से पहले राजेश्वर राव केंद्रीय बैंक में वित्तीय बाजारों के संचालन विभाग के मुख्य महाप्रबंधक थे। वह RBI में जोखिम निगरानी विभाग का प्रभार भी संभाल चुके हैं। राव अर्थशास्त्र में स्नातक और कोचीन विश्वविद्यालय से बिज़नेस एडमिनिस्ट्रेशन में परास्नातक हैं।