विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 08 दिसंबर, 2021
- 08 Dec 2021
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विश्व सुनामी जागरूकता दिवस
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक वर्ष 5 नवंबर को ‘विश्व सुनामी जागरूकता दिवस’ का आयोजन किया जाता है, जिसका उद्देश्य आम लोगों को सुनामी जैसी घातक आपदा के बारे में जागरूक करना है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस घातक आपदा के कारण पिछली एक सदी में लाखों लोगों की मृत्यु हुई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, ‘सुनामी’ (Tsunami) शब्द की उत्पत्ति जापान से हुई है, जहाँ ‘सु’ (Tsu) शब्द का अर्थ है ‘बंदरगाह’ (Harbour) और ‘नामी’ (Nami) का अर्थ है ‘लहर’ (Waves) है। प्रायः तीव्र भूकंप के दौरान समुद्री प्लेट कई मीटर तक खिसक जाती है, फलस्वरूप समुद्री सतह पर ज़बरदस्त उथल-पुथल मचती है और इस कारण सागर की सतह पर जल बड़ी-बड़ी लहरों के रूप में उठता है। यद्यपि महासागरों में ये बहुत कम ऊँचाई की होती हैं, किंतु जैसे-जैसे ये किनारों की ओर बढ़ती हैं इनकी ऊँचाई और तीव्रता बढ़ती जाती है। यही तीव्र और ऊँची लहरें धरातल पर ‘सुनामी’ कहलाती हैं। वर्ष 2004 में हिंद महासागर में आई सबसे घातक सुनामी के बाद, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 5 नवंबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था।
अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस
प्रतिवर्ष 07 दिसंबर को दुनिया भर में हवाई यात्रा में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन संगठनों के महत्त्व के विषय में लोगों को सूचित करने हेतु ‘अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस’ मनाया जाता है। ‘अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस-2021’ की थीम ‘वैश्विक विमानन विकास हेतु उन्नत नवाचार’ है। आईसीएओ परिषद ‘अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस’ के लिये प्रत्येक पाँच वर्ष की विशेष वर्षगाँठ थीम निर्धारित करती है और पूरे चार वर्ष के बीच की अवधि के लिये परिषद एक ही विषय को बरकरार रखती है। 7 दिसंबर को ‘अंतर्राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन दिवस’ के रूप में मनाने की आधिकारिक मान्यता संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा वर्ष 1996 में दी गई थी। हालाँकि इस दिवस की शुरुआत वर्ष 1994 में ‘अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन’ की स्थापना की 50वीं वर्षगाँठ के अवसर पर की गई थी। अंतर्राष्ट्रीय नागर विमानन संगठन, संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट एजेंसी है, जिसकी स्थापना वर्ष 1944 में राज्यों द्वारा अंतर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन अभिसमय (शिकागो कन्वेंशन) के संचालन तथा प्रशासन के प्रबंधन हेतु की गई थी। इसका एक उद्देश्य अंतर्राष्ट्रीय हवाई परिवहन की योजना एवं विकास को बढ़ावा देना है ताकि दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय नागरिक विमानन की सुरक्षित तथा व्यवस्थित वृद्धि सुनिश्चित हो सके।
सुनील अरोड़ा
पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त (CEC) सुनील अरोड़ा को ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस’ में सलाहकार बोर्ड में शामिल होने हेतु आमंत्रित किया गया है। ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस’ वर्ष 1995 में स्वीडन में स्थापित एक अंतर-सरकारी संगठन है और दुनिया भर में स्थायी लोकतंत्र का समर्थन करने संबंधी एक मिशन है। इस संस्थान को सलाहकारों के 15 सदस्यीय बोर्ड द्वारा संचालित किया जाता है, जिसमें विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल होते हैं। ‘इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर डेमोक्रेसी एंड इलेक्टोरल असिस्टेंस’ संस्थान में वर्तमान में 34 सदस्य देश शामिल हैं। सुनील अरोड़ा दिसंबर 2018 से अप्रैल 2021 तक देश के 23वें मुख्य चुनाव आयुक्त थे। वर्ष 1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) अधिकारी, सुनील अरोड़ा ने पूर्व में केंद्र सरकार और राजस्थान सरकार के विभिन्न प्रमुख विभागों में कार्य किया है।
हॉर्नबिल महोत्सव
नगा विरासत की विशिष्टता और समृद्धि को संरक्षित करने, संरक्षित करने तथा पुनर्जीवित करने के लिये नगालैंड में प्रतिवर्ष ‘हॉर्नबिल महोत्सव’ का आयोजन किया जाता है। इस महोत्सव का नामकरण हॉर्नबिल पक्षी के नाम पर किया गया है तथा इस महोत्सव की शुरुआत वर्ष 2000 में की गई थी। यह महोत्सव उस पक्षी (हॉर्नबिल) को समर्पित है, जो अपनी भव्यता और सतर्कता के गुणों के लिये जाना जाता है। हॉर्नबिल, अरुणाचल प्रदेश और केरल का राजकीय पक्षी है। यह भारतीय महाद्वीप और दक्षिण-पूर्व एशिया में पाया जाता है। IUCN की रेड लिस्ट में इसे सुभेद्य (Vulnerable) श्रेणी में शामिल किया गया है।