Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 07 अप्रैल, 2022 | 07 Apr 2022
‘टेंपल 360’ पोर्टल
हाल ही में केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय द्वारा ‘टेंपल 360’ पोर्टल लॉन्च किया गया है। यह एक अनूठा पोर्टल है जिसके माध्यम से देश भर से श्रद्धालु मंदिरों या प्रमुख तीर्थ स्थलों के ऑनलाइन दर्शन कभी भी और कहीं से भी कर सकते हैं। इस पोर्टल पर देश के विभिन्न मंदिरों के लाइव कैमरा फीड उपलब्ध कराए जाएंगे। संस्कृति राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी द्वारा इस पोर्टल का अनावरण किया गया है। इस पोर्टल को सरकार के आज़ादी का अमृत महोत्सव के अनुरूप बनाया गया है, जिस पर कोई भी व्यक्ति वेबसाइट के माध्यम से देश के मंदिरों में विभिन्न लाइव कैमरा फीड द्वारा चौबीसों घंटे मंदिर के दर्शन प्राप्त कर सकता है।
शीघ्र ही श्रद्धालु इस पोर्टल पर चार धामों अर्थात् बद्रीनाथ (उत्तराखंड), द्वारका (गुजरात), रामेश्वरम (तमिलनाडु) और पुरी (ओडिशा) से 12 ज्योतिर्लिंग के साथ-साथ अनुष्ठानों की लाइव स्ट्रीमिंग द्वारा दर्शन प्राप्त कर सकेंगे।
गणगौर उत्सव
राजस्थान में गणगौर उत्सव मनाया जा रहा है। इस उत्सव का आयोजन राजस्थान और मध्य प्रदेश, गुजरात और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों में किया जाता है। यह राजस्थान के सबसे महत्त्वपूर्ण त्योहारों में से एक है और पूरे राज्य में इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। मार्च से अप्रैल तक चलने वाले इस उत्सव की अवधि के दौरान महिलाएंँ भगवान शिव की पत्नी गौरी की पूजा करती हैं। यह त्योहार फसल, वसंत, प्रसव और वैवाहिक निष्ठा के जश्न के रूप में मनाया जाता है। अविवाहित महिलाएंँ अच्छा पति पाने के लिये माता गौरी का आशीर्वाद लेने हेतु उनकी पूजा करती हैं। विवाहित महिलाएंँ स्वास्थ्य, कल्याण, सुखी वैवाहिक जीवन और अपने पति की लंबी उम्र के लिये पूजा करती हैं। चैत्र के पहले दिन यह त्योहार शुरू होता है और 16 दिनों तक चलता है। नवविवाहिता के लिये यह पर्व मनाना अनिवार्य है। साथ ही अविवाहित लड़कियांँ इस त्योहार के दौरान 16 दिनों तक उपवास रखती हैं और हर दिन केवल एक बार भोजन करती हैं। चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को इस पर्व का समापन होता है। इस अवधि के दौरान गणगौर मेले आयोजित किये जाते हैं। गणगौर के इस त्योहार पर मिट्टी से माता गौरी की प्रतिमाएंँ निर्मित की जाती हैं। कुछ राजपूत परिवारों में प्रतिष्ठित चित्रकारों द्वारा प्रतिवर्ष स्थायी लकड़ी की छवियों को चित्रित किया जाता है, जिन्हें इस त्योहार की पूर्व संध्या पर माथेरान के रूप में जाना जाता है।
विनय मोहन क्वात्रा
हाल ही में भारत सरकार ने विनय मोहन क्वात्रा (Vinay Mohan Kwatra) को भारत के अगले विदेश सचिव (Foreign Secretary) के रूप में नामित किया है, वे वर्तमान में वर्ष 2020 से नेपाल में भारतीय राजदूत के पद पर नियुक्त हैं। विनय मोहन क्वात्रा भारतीय विदेश सेवा (IFS) के अधिकारी हैं और उन्हें कई तरह के असाइनमेंट में कार्य करने का 32 वर्ष का अनुभव है। वर्ष 2015 से वर्ष 2017 तक उन्होंने प्रधानमंत्री कार्यालय में कार्य किया और फिर भारत के राजदूत के रूप में फ्रांँस में नियुक्त किये गए। उन्होने मानवाधिकार आयोग और संयुक्त राष्ट्र की विशेष एजेंसियों से संबंधित कार्यों को भी संभाला, उन्होंने जिनेवा स्थित ग्रेजुएट स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज़ से अंतर्राष्ट्रीय संबंधों विषय में डिप्लोमा भी प्राप्त किया।
‘स्टैंड-अप इंडिया’ योजना
अप्रैल 2016 को भारत सरकार द्वारा शुरू की गई स्टैंड-अप इंडिया योजना ने 5 अप्रैल, 2022 को छह वर्ष पूरे कर लिये हैं। इस योजना को 5 अप्रैल, 2016 में आर्थिक सशक्तीकरण और रोज़गार सृजन पर ध्यान केंद्रित करते हुए ज़मीनी स्तर पर उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिये लॉन्च किया गया था। इस योजना के उद्देश्यों में महिलाओं तथा अनुसूचित जाति (SC) तथा अनुसूचित जनजाति (ST) समुदाय के लोगों के बीच उद्यमशीलता को बढ़ावा देना है, ताकि व्यापार, विनिर्माण और सेवा क्षेत्र में ग्रीनफील्ड उद्यम शुरू करने में निपुर्ण एवं प्रशिक्षु दोनों प्रकार के उधार लेने वालों की मदद की जा सके। इस योजना का उद्देश्य ग्रीनफील्ड उद्यम स्थापित करने के लिये अनुसूचित वाणिज्यिक बैंकों की प्रति बैंक शाखा में कम-से-कम एक अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति उधारकर्त्ता और कम-से-कम एक महिला उधारकर्त्ता को 10 लाख रुपए से 1 करोड़ रुपए के बीच बैंक ऋण की सुविधा प्रदान करना है। यह उद्यम विनिर्माण, सेवा या व्यापारिक क्षेत्र से संबंधित हो सकता है। योजना का लाभ प्राप्त करने वाले लाभार्थियों में 18 वर्ष से अधिक आयु के अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति और/या महिला उद्यमी शामिल हो सकते हैं। योजना के तहत ऋण केवल ग्रीनफील्ड परियोजनाओं के लिये उपलब्ध है।