नोएडा शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 9 दिसंबर से शुरू:   अभी कॉल करें
ध्यान दें:

डेली अपडेट्स


विविध

Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 05 नवंबर, 2021

  • 05 Nov 2021
  • 6 min read

बुकर पुरस्कार

दक्षिण अफ्रीका के उपन्‍यासकार डेमोन गैलगट को उनके उपन्‍यास ‘द प्रॉमिस’ के लिये वर्ष 2021 के ‘बुकर पुरस्‍कार’ से सम्मानित किया गया। ज्ञात हो कि डेमोन गैलगट को वर्ष 2003 और वर्ष 2010 में भी इस पुरस्‍कार के लिये नामित किया गया था। डेमोन गैलगट वर्ष 1999 के बाद दक्षिण अफ्रीका से यह पुरस्‍कार जीतने वाले पहले विजेता हैं। डेमोन गैलगट का उपन्यास ‘द प्रॉमिस’ एक श्वेत अफ्रीकी परिवार की कहानी है, जिन्होंने अपनी अश्वेत घरेलू सहायक को घर देने का वादा किया है। बुकर पुरस्कार अंग्रेज़ी साहित्य का सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार है, जो कि सर्वोत्तम अंग्रेज़ी उपन्यास को दिया जाता है, जिसका प्रकाशन यूनाइटेड किंगडम (UK) या आयरलैंड में होता है। इस पुरस्कार की शुरुआत वर्ष 1969 में अंग्रेज़ी में प्रकाशित उपन्यासों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से की गई थी। इस पुरस्कार के तहत विजेताओं को 50 हज़ार पाउंड की राशि प्रदान की जाती है। बीते वर्ष स्‍कॉटलैंड के लेखक डगलस स्‍टुअर्ट को उनके पहले उपन्यास ‘शुग्‍गी बैन’ के लिये बुकर पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।

विश्व सुनामी जागरूकता दिवस

अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रत्येक वर्ष 5 नवंबर को ‘विश्व सुनामी जागरूकता दिवस’ का आयोजन किया जाता है, जिसका उद्देश्य आम लोगों को सुनामी जैसी घातक आपदा के बारे में जागरूक करना है। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इस घातक आपदा के कारण पिछली एक सदी में लाखों लोगों की मृत्यु हुई है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, ‘सुनामी’ (Tsunami) शब्द की उत्पत्ति जापान से हुई है, जहाँ ‘सु’ (Tsu) शब्द का अर्थ है ‘बंदरगाह’ (Harbour) और ‘नामी’ (Nami) का अर्थ है ‘लहर’ (Waves)। प्रायः तीव्र भूकंप के दौरान समुद्री प्लेट कई मीटर तक खिसक जाती है, फलस्वरूप समुद्री सतह पर ज़बरदस्त उथल-पुथल मचती है और इस कारण सागर की सतह पर जल बड़ी-बड़ी लहरों के रूप में उठता है। यद्यपि महासागरों में ये बहुत कम ऊँचाई की होती हैं, किंतु जैसे-जैसे ये किनारों की ओर बढ़ती हैं तो इनकी ऊँचाई और तीव्रता बढ़ती जाती है। यही तीव्र और ऊँची लहरें धरातल पर सुनामी कहलाती हैं। वर्ष 2004 में हिंद महासागर में आई सबसे घातक सुनामी के बाद संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रत्येक वर्ष 5 नवंबर को विश्व सुनामी जागरूकता दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया था।

'जनसेवक' योजना और 'जनस्पंदन' प्लेटफॉर्म

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने हाल ही में नागरिकों को तकरीबन 58 सरकारी सेवाओं तक पहुँच प्रदान करने हेतु 'जनसेवक' नामक योजना की शुरुआत की है। पहले चरण के दौरान यह योजना बंगलूरू के सभी 198 नगरपालिका वार्डों में लागू की जाएगी। इस योजना के माध्यम से सरकार का लक्ष्य आम लोगों को घर पर ही सरकारी सेवाएँ प्रदान करना है। कार्यक्रम के तहत जाति प्रमाण पत्र, संपत्ति खाता प्रमाण पत्र, वृद्धावस्था और विधवा पेंशन योजना जैसी विभिन्न सेवाएँ प्रदान की जाएंगी। इसके अतिरिक्त मुख्यमंत्री ने 'जनस्पंदन' नामक एक एकीकृत लोक शिकायत निवारण प्रणाली भी शुरू की है। इस प्रणाली के माध्यम से सरकार द्वारा नागरिकों को किसी भी सरकारी योजना या सेवा की शिकायत करने के लिये एक वन-स्टॉप प्लेटफॉर्म प्रदान किया जाएगा।

आकाश कुमार

भारतीय मुक्केबाज़ आकाश कुमार (54 किग्रा) ने एआईबीए पुरुष विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप में ‘कांस्य पदक’ जीता है। गौरतलब है कि ‘इंटरनेशनल बॉक्सिंग एसोसिएशन’ द्वारा आयोजित इस चैंपियनशिप को दुनिया की सबसे बड़ी मुक्केबाज़ी स्पर्द्धाओं में से एक माना जाता है, जिसमें भारत ने अब तक कुल छह पदक जीते हैं, इसमें अमित पंघाल (2019 में रजत), विजेंदर सिंह (2009 में कांस्य), विकास कृष्ण (2011 में कांस्य), शिव थापा (2015 में कांस्य), गौरव बिधूड़ी (2017 में कांस्य) और मनीष कौशिक (2019 में कांस्य) शामिल हैं। गौरतलब है कि ‘एआईबीए पुरुष विश्व मुक्केबाज़ी चैंपियनशिप’ अंतर्राष्ट्रीय मुक्केबाज़ी संघ (AIBA) द्वारा आयोजित द्विवार्षिक मुक्केबाज़ी प्रतियोगिता है। इस चैंपियनशिप का आयोजन पहली बार वर्ष 1974 में हवाना, क्यूबा में किया गया था।

close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2
× Snow