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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 04 फरवरी, 2022

  • 04 Feb 2022
  • 6 min read

विश्व कैंसर दिवस

विश्व के लोगों को कैंसर के खिलाफ लड़ाई लड़ने में एकजुट करने के लिये प्रतिवर्ष 4 फरवरी को ‘विश्व कैंसर दिवस’ मनाया जाता है। यह एक वैश्विक कार्यक्रम है। विश्व कैंसर दिवस का उद्देश्य दुनिया भर में सरकारों और व्यक्तियों को इस बीमारी के खिलाफ कार्रवाई करने के लिये जागरूक बनाकर कैंसर से होने वाली मौतों को कम करना है। यह अंतर्राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण संघ (UICC) की एक पहल है। इस दिवस की शुरुआत 4 फरवरी, 2000 को पेरिस में ‘वर्ल्ड समिट अगेंस्ट कैंसर फॉर न्यू मिलेनियम’ के दौरान हुई थी। ध्यातव्य है कि पेरिस चार्टर का उद्देश्य कैंसर को रोकना, अनुसंधान को बढ़ावा देना, रोगी देखभाल सेवाओं में सुधार, जागरूकता बढ़ाना, वैश्विक समुदाय को कैंसर की रोकथाम के लिये संगठित करना है। वर्ष 2022 में 22वाँ विश्व कैंसर दिवस मनाया जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के आँकड़ों की मानें तो प्रत्येक 10 में से 1 भारतीय अपने जीवनकाल में कैंसर के कारण प्रभावित होता है तथा भारत में प्रत्येक 15 कैंसर रोगियों में से 1 की मृत्यु हो जाती है। गौरतलब है कि कैंसर एक मल्टीस्टेज प्रक्रिया है जिसमें सामान्य कोशिकाएँ ट्यूमर कोशिकाओं में परिवर्तित हो जाती हैं। 

आईसीसी स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवार्ड

न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज़ डेरिल मिशेल को ‘आईसीसी स्पिरिट ऑफ क्रिकेट अवार्ड’ से सम्मानित किये जाने की घोषणा की गई है। डेनियल विटोरी, ब्रेंडन मैकुलम और केन विलियमसन के बाद डेरिल मिशेल अब यह पुरस्कार जीतने वाले न्यूज़ीलैंड के चौथे खिलाड़ी बन गए हैं। बीते वर्ष पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को ‘ICC स्पिरिट ऑफ द क्रिकेट अवार्ड ऑफ द डेकेड’ के रूप में नामित किया गया है। यह पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद द्वारा किसी एक विशिष्ट टीम या किसी अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी को ‘खेल की भावना को कायम रखने’ हेतु प्रदान किया जाता है।  

वायु सेना में महिला पायलटों की स्थायी भर्ती

भारतीय वायु सेना (IAF) में प्रायोगिक आधार पर महिला पायलटों की भर्ती के छह वर्ष बाद ‘रक्षा मंत्रालय’ (MoD) ने अब इस प्रक्रिया को स्थायी रूप देने का निर्णय लिया है। अब तक अस्थायी योजना के आधार पर केवल 16 महिला लड़ाकू पायलटों को ही भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया है। रक्षा मंत्रालय ने अब इसे स्थायी योजना बनाने की मंज़ूरी दे दी है। रक्षा मंत्रालय ने वर्ष 2015 में महिलाओं को लड़ाकू पायलटों के रूप में वायु सेना में शामिल होने की अनुमति दी थी, लेकिन ‘फ्लाइंग ब्रांच की फाइटर स्ट्रीम में महिला एसएससी अधिकारियों को शामिल करने’ की योजना वर्ष 2016 में शुरू हुई थी। गौरतलब है कि बीते दिनों राफेल लड़ाकू विमान की भारत की पहली महिला पायलट फ्लाइट लेफ्टिनेंट शिवांगी सिंह ने गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लिया था। वह गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने वाली दूसरी महिला फाइटर पायलट हैं, इससे पूर्व फ्लाइट लेफ्टिनेंट भावना कंठ ने वर्ष 2021 में परेड में हिस्सा लिया था। 

स्टेच्यू ऑफ इक्वलिटी 

प्रधानमंत्री जल्द ही 216 फीट ऊँची ‘स्टेच्यू ऑफ इक्वलिटी’ देश को समर्पित करेंगे, जो 11वीं शताब्दी के भक्ति संत श्री रामानुजाचार्य की याद में बनाई गई है, जिन्होंने जाति एवं पंथ सहित जीवन के सभी पहलुओं में समानता के विचार को बढ़ावा दिया था। उनका जन्म वर्ष 1017 में तमिलनाडु के श्रीपेरूमबुदूर गाँव में हुआ था। रामानुजाचार्य जयंती की तिथि तमिल सौर कैलेंडर के आधार पर तय की जाती है। वह एक महान धर्मशास्त्री थे, जिन्होंने सार्वभौमिक भाईचारे का संदेश दिया। रामानुजाचार्य, वेदांत और वैष्णववाद दर्शन के महान समर्थक थे। संत रामानुजाचार्य ने तथाकथित अछूतों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न करने की बात करते हुए कहा कि विश्व के रचयिता ने कभी भी किसी के साथ कोई भेदभाव नहीं किया। श्री रामानुजाचार्य ने ऐसा सिद्धांत प्रतिपादित किया जिसमें जन्म या जाति के बजाय व्यक्ति के आध्यात्मिक ज्ञान के आधार पर सम्मान दिया जाता है। उन्होंने वेदों के गोपनीय और सर्वोत्कृष्ट ज्ञान को आम लोगों तक पहुँचाया। श्री रामानुजाचार्य महान दार्शनिक, संत, चिंतक, समाज सुधारक और वेदांत की विशिष्‍टाद्वैत धारा के मुख्‍य उद्घोषक थे।

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