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Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 02 जुलाई, 2022

  • 02 Jul 2022
  • 7 min read

पीएसएलवी-सी53 

हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने आंध्र प्रदेश के श्री हरिकोटा से PSLV-C53 मिशन लॉन्च किया जिसने सिंगापुर के तीन उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया। PSLV-C53 अंतरिक्ष एजेंसी की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) का दूसरा समर्पित वाणिज्यिक मिशन है। यह इसरो का PSLV का 55वाँ मिशन था। इस प्रक्षेपण यान ने तीन उपग्रहों– DS-EO, NeuSAR और स्कूब-1 उपग्रह को लॉन्च किया। NSIL भारत सरकार का एक केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम है। यह इसरो की वाणिज्यिक शाखा के रूप में कार्य करता है। इसका मुख्यालय बंगलूरू में है। NSIL की स्थापना वर्ष 2019 में हुई थी तथा यह अंतरिक्ष विभाग के प्रशासनिक नियंत्रण में काम कर रहा है। 

राजस्थान में यूरेनियम की खोज 

हाल ही में राजस्थान के सीकरी ज़िले के रोहिल (खंडेला तहसील) में यूरेनियम के विशाल भंडार पाए गए हैं। इस रिज़र्व के साथ यह राज्य दुनिया के नक्शे पर आ गया है। यह राज्य की राजधानी जयपुर से लगभग 120 किमी. की दूरी पर स्थित है। आंध्र प्रदेश और झारखंड के बाद राजस्थान तीसरा राज्य बन गया है जहाँ यूरेनियम पाया गया है। यूरेनियम को दुनिया भर में दुर्लभ खनिजों में गिना जाता है। वर्तमान में झारखंड राज्य के जादूगोड़ा और आंध्र प्रदेश राज्य में यूरेनियम की खुदाई चल रही है। विश्व में यूरेनियम के सबसे बड़े उत्पादकों में कज़ाखस्तान, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया शामिल हैं। यूरेनियम एक रासायनिक तत्त्व है जिसका प्रतीक U और परमाणु क्रमांक 92 है। यूरेनियम कमज़ोर रूप से रेडियोधर्मी है क्योंकि इसके सभी समस्थानिक अस्थिर हैं। यूरेनियम का उपयोग आमतौर पर विद्युत पैदा करने, परमाणु ऊर्जा, रक्षा उपकरण, दवाओं और फोटोग्राफी के लिये भी किया जाता है। प्रकृति में यूरेनियम, यूरेनियम-238 और यूरेनियम-235 के रूप में पाया जाता है। 

हर्मिट स्पाइवेयर 

क्लाउड-आधारित सुरक्षा कंपनी, लुकआउट ने हाल ही में “हर्मिट” नामक एक नया स्पाइवेयर खोजा है। हर्मिट स्पाइवेयर Android और iOS उपकरणों को प्रभावित करने में सक्षम है। टेकक्रंच की रिपोर्ट के अनुसार, लुकआउट के सुरक्षा शोधकर्त्ताओं ने सूचित किया है कि कज़ाखस्तान और इटली में राष्ट्रीय सरकारों ने “लक्षित हमलों” में हर्मिट स्पाइवेयर के एंड्रॉइड संस्करण का उपयोग किया है। हर्मिट एक वाणिज्यिक स्पाइवेयर है और इसका उपयोग उत्तरी सीरिया, कज़ाखस्तान एवं इटली में सरकारों द्वारा किया गया है। इसका पहली बार कज़ाखस्तान में अप्रैल 2022 में तब पता चला था, जब सरकार ने अपनी नीतियों के खिलाफ विरोध को हिंसक रूप से दबा दिया था। इसका सीरिया के उत्तर-पूर्वी कुर्द क्षेत्र में और इतालवी अधिकारियों द्वारा भ्रष्टाचार विरोधी जांँच के लिये भी उपयोग किया गया था। हर्मिट एंड्रॉइड एप को टेक्स्ट मैसेज के जरिये डिस्ट्रीब्यूट किया जाता है। ऐसा लगता है कि संदेश किसी वैध स्रोत से आ रहा है। मैलवेयर दूरसंचार कंपनियों और ओप्पो तथा सैमसंग जैसे निर्माताओं द्वारा विकसित अन्य एप का प्रतिरूपण कर सकता है। हर्मिट एंड्रॉइड मैलवेयर मॉड्यूलर है क्योंकि यह स्पाइवेयर को अतिरिक्त घटकों को डाउनलोड करने की अनुमति देता है जो मैलवेयर के लिये आवश्यक हैं। अन्य स्पाइवेयर की तरह हर्मिट मैलवेयर भी ऑडियो रिकॉर्ड करने के साथ-साथ कॉल लॉग, संदेश, फोटो, ईमेल एकत्र करने हेतु विभिन्न मॉड्यूल का उपयोग करता है। यह फोन कॉल को पुनर्निर्देशित कर सकता है और डिवाइस के सटीक स्थान को उज़ागर कर सकता है। 

मानव रहित लड़ाकू विमान की पहली उड़ान 

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन-DRDO ने 1 जुलाई, 2022 को ऑटोनॉमस फ्लाइंग टेक्नोलॉजी डिमोंसट्रेटर की प्रथम सफल उड़ान संचालित की है। यह उड़ान कर्नाटक के चित्रदुर्ग में एरोनाटिकल टेस्‍ट रेंज में की गई। इसके साथ ही भारत ने गुप्त मानवरहित कॉम्बेट एरियल व्‍हीकल-UCAV का सफल परीक्षण कर एक उपलब्धि हासिल कर ली है। इसे स्‍टील्‍थ विंग फ्लाइट टेस्‍ट बेड- (SWift) भी कहा जाता है। यह कार्यक्रम भारत की पांँचवीं पीढी के स्‍टील्‍थ फाइटर एडवांस मीडियम कॉम्बेट एयरक्राफ्ट विकसित करने से संबंधित है। उड़ान पूरी तरह से स्वायत्त मोड में संचालित की गई। विमान ने एक संपूर्ण उड़ान का प्रदर्शन किया, जिसमें टेक-ऑफ, वे पॉइंट नेविगेशन और एक आसान टचडाउन शामिल है। यह विमान एक छोटे टर्बोफैन इंजन द्वारा संचालित है। यह स्‍वचालित विमान निर्मित करने और सैन्‍य प्रणाली के संदर्भ में आत्‍मनिर्भर भारत की दिशा में महत्त्वपूर्ण कदम है।

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