Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 01 सितंबर, 2020 | 01 Sep 2020
मुस्तफा अदीब
जर्मनी में लेबनान के राजदूत मुस्तफा अदीब (Mustapha Adib) को लेबनान का नया प्रधानमंत्री नामित किया गया है। मुस्तफा अदीब को देश के प्रमुख राजनीतिक दलों का समर्थन प्राप्त है, इसमें साद अल-हरीरी (Saad Al-Hariri) का राजनीतिक दल भी शामिल है, जो कि लेबनान का सबसे बड़ा सुन्नी राजनीतिक दल है। इससे पहले लेबनान के पूर्व प्रधानमंत्री हसन दियाब ने लेबनान की राजधानी बेरुत में हुए एक शक्तिशाली विस्फोट के बाद इस्तीफा दे दिया था, ज्ञात हो कि भयंकर विस्फोट के कारण लगभग 200 लोगों की मृत्यु हो गई थी और लगभग 6000 लोग घायल हुए थे। लेबनानी अधिकारियों के अनुसार, बेरुत बंदरगाह के वेयरहाउस में लगभग 2750 टन अमोनियम नाइट्रेट मौजूद था जो कि विस्फोट का कारण बना। वर्तमान में मुस्तफा अदीब की सरकार का गठन एक ऐसी स्थिति में हो रहा है, जब लेबनान एक गंभीर राजनीतिक और आर्थिक संकट का सामना कर रहा है। गंभीर आर्थिक स्थिति के कारण लेबनान पर अंतर्राष्ट्रीय ऋण का बोझ बढ़ता जा रहा है, जो कि वर्तमान में उसकी कुल जीडीपी के 170 प्रतिशत तक पहुँच गया है, जो कि संभवतः किसी देश द्वारा लिया गया सबसे अधिक अंतर्राष्ट्रीय ऋण है। इसके अलावा गरीबी और बेरोज़गारी भी मुस्तफा अदीब की सरकार के लिये बड़ी चुनौती होंगे। पश्चिम एशिया में भूमध्य सागर के पूर्वी तट पर स्थित देश लेबनान की जनसंख्या लगभग 68.5 लाख है। लेबनान के उत्तर और पूर्व में सीरिया तथा दक्षिण में इज़राइल स्थित है। लेबनान की धार्मिक और जातीय विविधता इसकी अनूठी सांस्कृतिक पहचान बनाती है। प्रथम विश्वयुद्ध के बाद यह फ्रांँस का उपनिवेश बना और वर्ष 1943 में फ्रांँस से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद लेबनान लंबे समय तक गृहयुद्ध में भी जूझता रहा है।
भिवाड़ी प्रौद्योगिकी केंद्र
हाल ही में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से राजस्थान के अलवर ज़िले के भिवाड़ी में प्रौद्योगिकी केंद्र का उद्घाटन किया है। इस नए प्रौद्योगिकी केंद्र में सेना और जहाज़ों के साथ-साथ उद्योगों के लिये अत्याधुनिक मशीनें बनाई जाएंगी। साथ ही यहाँ भारतीय सेना के काम आने वाले टैंक और पानी के जहाज़ों के विभिन्न हिस्से भी बनाए जाएंगे। यहाँ युवाओं को नवीन तकनीकी शिक्षा दी जाएगी और उन्हें भविष्य में एक कुशल इंजीनियर बनाने का प्रयास किया जाएगा। यह केंद्र, उत्पादन में बढ़ोतरी करने, बेरोज़गारी कम करने और ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को पूरा करने में मदद करेगा। भिवाड़ी में इस प्रौद्योगिकी केंद्र का उद्घाटन करते हुए केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि देश के सकल घरेलू उत्पाद (GDP) में विनिर्माण क्षेत्र का योगदान लगभग 22 से 24 प्रतिशत है। विनिर्माण क्षेत्र की इस भूमिका को और मज़बूत करने तथा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य को पूरा करने के लिये सरकार 15 नए प्रौद्योगिकी केंद्र स्थापित कर रही है और कुशल मानव संसाधन के लिये मौजूदा 18 केंद्रों को भी विकसित किया जा रहा है।
नूर इनायत खान
दूसरे विश्व युद्ध में ब्रिटेन की ओर से जासूसी करने वाली भारतीय मूल की नूर इनायत खान (Noor Inayat Khan) को प्रतिष्ठित ‘ब्लू प्लाक’ (Blue Plaque) से सम्मानित किया गया है। नूर इनायत खान का जन्म वर्ष 1914 में मॉस्को में हुआ था, जिनकी माता अमेरिकी मूल की थीं जबकि उनके पिता भारतीय मूल के थे। पेरिस में पली-बढ़ी नूर इनायत खान का परिवार दूसरे विश्व युद्ध के दौरान वर्ष 1940 में जर्मनी द्वारा पेरिस पर कब्ज़ा किये जाने के बाद लंदन चले गए। लंदन में वे ब्रिटेन की सेना में शामिल हुई और कुछ ही समय पश्चात् उन्हें प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल द्वारा शुरू किये गए एक गुप्त संगठन में नियुक्त किया गया, और उन्हें फ्रांँस की जासूसी की ज़िम्मेदारी दी गई। इस तरह वे नाज़ियों के कब्ज़े वाले फ्रांँस में अंडरकवर एजेंट के तौर पर कार्य करने वाली पहली महिला रेडियो ऑपरेटर बन गईं और उन्होंने लगभग तीन महीनों तक ‘मैडेलीन’ (Madeleine) कोड नाम के तहत वहाँ कार्य किया। हालाँकि कुछ समय बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 13 सितंबर, 1944 को ढाचू कंसंट्रेशन कैंप (Dachau concentration camp) में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी गई। ‘ब्लू प्लाक’ (Blue Plaque) ब्रिटेन में एक सार्वजनिक स्थान पर स्थापित एक स्थायी संकेत होता है, जो कि उस स्थान और किसी प्रसिद्ध ऐतिहासिक व्यक्ति या घटना आदि के बीच संबंध को दर्शाता है।
डोनाल्ड ट्रंप और माइक पेंस
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के रूप में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से किये गए पुनः नामांकन को स्वीकार कर लिया है। हाल ही में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में देश भर से आए पार्टी के प्रतिनिधियों ने डोनाल्ड ट्रंप और माइक पेंस को क्रमशः राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति पद के लिये पुनः नामित करने के लिये चुना था। अपने नामांकन को स्वीकार करते हुए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि इससे पहले कभी भी अमेरिकी मतदाताओं के पास दो दलों, दो दृष्टिकोण, दो नीतियों या दो एजेंडों के बीच विकल्प इतना स्पष्ट नहीं था, जैसा कि इन चुनावों में है। ध्यातव्य है कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर राष्ट्रपति पद के लिये जो बिडेन (Joe Biden) और उप-राष्ट्रपति पद के लिये भारतीय मूल की सीनेटर कमला हैरिस (Kamala Harris) को नामित किया गया है। 3 नवंबर, 2020 को अमेरिकी राष्ट्रपति और उप-राष्ट्रपति पद के चुनाव आयोजित किये जाएंगे।