विविध
Rapid Fire (करेंट अफेयर्स): 26 मई, 2022
- 26 May 2022
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विश्व थायरॉयड दिवस
विश्व थायरॉयड दिवस प्रतिवर्ष 25 मई को मनाया जाता है। इसका उद्देश्य थायरॉयड के संबंध में जागरूकता बढ़ाना और उपचार हेतु लोगों को शिक्षित करना है। विश्व थायरॉयड दिवस की शुरुआत वर्ष 2008 में थायरॉयड के नए उपचारों को लेकर जागरूकता बढ़ाने और रोकथाम कार्यक्रमों की तत्काल आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित करने हेतु विश्व स्तर पर अमेरिकन थायरॉयड एसोसिएशन (ATA) तथा यूरोपीय थायरॉयड एसोसिएशन (ETA) के नेतृत्त्व में चल रहे अभियान के एक हिस्से के रूप में की गई थी। थायरॉयड ग्रंथि, गर्दन में श्वासनली के पास मौज़ूद होती है। थायरॉयड का कार्य हार्मोन को स्रावित करना है जो शरीर के कामकाज को नियंत्रित करता है। थायरोक्सिन (T4) और ट्राईआयोडोथायरोनिन (T3) थायरॉयड हार्मोन हैं। ये हार्मोन थायरॉयड ग्रंथि द्वारा सीधे रक्त में स्रावित होकर शरीर के विभिन्न अंगों में प्रवाहित होते हैं तथा शरीर की चयापचय गतिविधियों को नियंत्रित करते हैं। आँकड़ों के अनुसार, प्रत्येक 10वाँ वयस्क हाइपोथायराॅयडिज़्म रोग से ग्रसित है, इस रोग में थायरॉयड ग्रंथि पर्याप्त थायरॉयड हार्मोन्स का उत्पादन नहीं कर पाती है। थायरॉयड की वजह से महिलाओं में पॉलीसिस्टिक अंडाशय सिंड्रोम (Poly Cystic Ovary Syndrome) और बाँझपन का अधिक खतरा रहता है।
राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013
खाद्य और सार्वजनिक वितरण विभाग ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 के अंतर्गत राज्य के भीतर खाद्यान्न के परिवहन, रख-रखाव और उचित मूल्य की दुकान के डीलरों को भुगतान किये जाने वाले मार्जिन पर होने वाले खर्च को पूरा करने के लिये राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को भुगतान की केंद्रीय सहायता के मानदंडों को 23 मई, 2022 को एक अधिसूचना के माध्यम से संशोधित किया है। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम, 2013 में राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को अंतर्राज्यीय परिवहन और उचित मूल्य की दुकान के डीलरों के मार्जिन पर केंद्रीय सहायता का प्रावधान है ताकि इस लागत का भार उच्च कीमतों के रूप में लाभार्थी पर न पड़े और अधिनियम के अंतर्गत परिकल्पित मूल्यों की एकरूपता को बनाए रखा सके। ये मानदंड पहली बार वर्ष 2015 में तय किये गए थे। केंद्रीय सहायता जारी करने के लिये राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों को दो श्रेणियों अर्थात् सामान्य श्रेणी के राज्यों और विशेष श्रेणी के राज्यों के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है। पूर्वोत्तर क्षेत्र, पहाड़ी और द्वीपीय राज्य विशेष श्रेणी के राज्यों के अंतर्गत आते हैं, जबकि शेष राज्य/केंद्रशासित प्रदेश सामान्य श्रेणी के राज्यों के अंतर्गत आते हैं।
कैप्टन अभिलाषा बराक
कैप्टन अभिलाषा बराक को कॉम्बैट एविएटर (Combat Aviator) के तौर पर आर्मी में शामिल किया गया है। वे इस मुकाम तक पहुँचने वाली पहली महिला अधिकारी हैं। कैप्टन अभिलाषा बराक ने ट्रैनिंग को सफलतापूर्वक पूरा कर लिया है। कैप्टन अभिलाषा को इसके बाद कॉम्बैट एविएटर के रूप में आर्मी एविएशन कॉर्प्स (Army Aviation Corp) में शामिल किया गया है। 15 महिला अधिकारियों ने आर्मी एविएशन में शामिल होने के लिये आवेदन किया था। हालाँकि पायलट एप्टीट्यूड बैटरी टेस्ट एवं मेडिकल के बाद केवल दो अधिकारियों का ही अंतिम रूप से चयन हो पाया है। आर्मी एविएशन कोर या सेना विमानन कोर भारतीय सेना का एक घटक है, जिसका गठन 1 नवंबर, 1986 को किया गया। वायु सेना की फ्लाइंग ऑफिसर अवनि चतुर्वेदी वर्ष 2018 में लड़ाकू विमान उड़ाने वाली पहली भारतीय महिला बनी थी। सेना ने वर्ष 2019 में सैन्य पुलिस में महिलाओं को शामिल करना शुरू किया। सैन्य पुलिस की ज़िम्मेदारियों में पुलिस छावनी और सेना की स्थापना, सैनिकों को नियमों एवं विनियमों को तोड़ने से रोकना तथा शांति व संघर्ष के दौरान सैनिकों और रसद की आवाज़ाही सुनिश्चित करना शामिल है।