प्रोजेक्ट उद्भव | 04 Oct 2023
स्रोत : पी.आई.बी
हाल ही में भारतीय सेना ने यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया (USI) के साथ साझेदारी में प्रोजेक्ट उद्भव के हिस्से के रूप में एक हाइब्रिड-पैनल चर्चा शुरू की।
- यह चर्चा "भारतीय सैन्य प्रणालियों का विकास, युद्ध और रणनीतिक सोच: वर्तमान अनुसंधान एवं भविष्य की दिशाएँ" पर केंद्रित थी।
प्रोजेक्ट उद्भव:
- प्रोजेक्ट उद्भव भारतीय सेना द्वारा राज्य कला, युद्ध कला, कूटनीति और भव्य रणनीति के प्राचीन भारतीय ग्रंथों से प्राप्त राज्य कला एवं रणनीतिक विचारों की गहन भारतीय विरासत को फिर से खोजने के लिये शुरू की गई एक पहल है।
- यह स्वदेशी सैन्य प्रणालियों, ऐतिहासिक ग्रंथों, क्षेत्रीय ग्रंथों एवं राज्यों, विषयगत अध्ययन और जटिल कौटिल्य अध्ययन सहित व्यापक स्पेक्ट्रम पर केंद्रित है।
- अपने मूल में प्रोजेक्ट उद्भव ऐतिहासिक और समकालीन को जोड़ने का प्रयास करता है।
- यह परियोजना ऐतिहासिक आख्यानों की पुनः खोज से परे है; इसका उद्देश्य भारत की बहुमुखी दार्शनिक और सांस्कृतिक विरासत में गहराई से निहित एक स्वदेशी रणनीतिक शब्दावली विकसित करना है।
- इसका अंततः उद्देश्य प्राचीन ज्ञान को आधुनिक सैन्य शिक्षाशास्त्र में एकीकृत करना है, जिससे भारतीय सेना आज के जटिल रणनीतिक परिदृश्य में सदियों पुराने सिद्धांतों से सीख ले सके।
- प्रोजेक्ट उद्भव के संबंध में, USI 21 और 22 अक्तूबर, 2023 को एक सैन्य विरासत महोत्सव आयोजित करेगा।
यूनाइटेड सर्विस इंस्टीट्यूशन ऑफ इंडिया:
- USI नई दिल्ली, भारत में स्थित एक राष्ट्रीय सुरक्षा और रक्षा सेवा थिंक टैंक है।
- इसका उद्देश्य "रक्षा सेवाओं की कला, विज्ञान एवं साहित्य में रुचि और ज्ञान को बढ़ावा देना" है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1870 में एक सैनिक विद्वान कर्नल (बाद में मेजर जनरल) सर चार्ल्स मैकग्रेगर ने की थी।