संसद के सदनों की उत्पादकता | 29 Aug 2024

स्रोत: द हिंदू

हाल ही में बजट सत्र के बाद संसद के दोनों सदनों (लोकसभा और राज्यसभा) को अनिश्चित काल के लिये स्थगित कर दिया गया।

  • अनिश्चित काल के लिये स्थगन से तात्पर्य संसदीय सत्र को अनिश्चित काल हेतु समाप्त करना है तथा पुनः बैठक शुरू करने की कोई तिथि निर्धारित नहीं की जाती।
  • लोकसभा ने 15 बैठकें कीं, कुल 115 घंटे चले तथा उत्पादकता दर 136% रही। वहीं राज्य सभा ने 90 घंटे और 35 मिनट तक काम किया तथा उत्पादकता दर 118% रही।
  • सत्र के दौरान लोकसभा में 27 घंटे से अधिक समय बजट पर चर्चा के लिये समर्पित रहा।

संसद के दोनों सदनों की उत्पादकता:

  • यह एक सत्र के दौरान किये गए विधायी कार्य की मात्रा को दर्शाता है। इसमें पारित किये गए विधेयकों की संख्या, उत्तर दिये गए प्रश्न और आयोजित बहसें शामिल हैं।
  • उत्पादकता को प्रभावित करने वाले कारक:
    • बैठकों की संख्या: अधिक बैठकों से सदन को अपना कार्य निष्पादित करने के लिये अधिक समय मिलता है।
    • प्रत्येक बैठक की अवधि: लंबी बैठकें अधिक बहस और चर्चा का अवसर प्रदान करती हैं।
    • उपस्थित सदस्यों की संख्या: उपस्थित सदस्यों की अधिक संख्या का अर्थ है कि बहस और मतदान में भाग लेने के लिये अधिक लोग होंगे।
    • व्यवधान का स्तर: विरोध प्रदर्शन और वॉकआउट जैसे व्यवधान, बहुमूल्य समय बर्बाद कर सकते हैं और सदनों को अपना काम करने से रोक सकते हैं।

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