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प्रारंभिक परीक्षा

पृथ्वी-II मिसाइल

  • 12 Jan 2023
  • 5 min read

हाल ही में भारत ने ओडिशा तट से दूर परीक्षण रेंज से सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल पृथ्वी-II का सफल परीक्षण किया।

Prithvi-II-Missile

पृथ्वी-II मिसाइल: 

  • परिचय: 
    • पृथ्वी-II देश में विकसित सतह-से-सतह पर मार करने वाली शॉर्ट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) है, जिसकी रेंज लगभग 250-350 किमी. है और यह एक टन पेलोड ले जाने में सक्षम है।  
    • पृथ्वी-II वर्ग एकल-चरण तरल-ईंधन वाली मिसाइल है, जिसमें 500-1000 किग्रा. की वारहेड माउंटिंग क्षमता है। 
    • यह एक प्रमाणित मिसाइल है जिसमें उच्च सटीकता के साथ लक्ष्यों को भेदने की क्षमता है।
    • यह अत्याधुनिक मिसाइल अपने लक्ष्य को भेदने के लिये कुशल प्रक्षेपवक्र के साथ उन्नत जड़त्वीय निर्देश प्रणाली (Inertial Guidance System) का उपयोग करती है। 
    • इसे शुरू में भारतीय वायु सेना के लिये प्राथमिक उपयोगकर्त्ता के रूप में विकसित किया गया था और बाद में इसे भारतीय सेना में शामिल किया गया था।
    • जब मिसाइल को वर्ष 2003 में पहली बार भारत के सामरिक बल कमांड में शामिल किया गया था, यह IGMDP के तहत विकसित पहली मिसाइल थी।
  • विकास: 

पृथ्वी मिसाइल:

  • पृथ्वी मिसाइल प्रणाली में सतह-से-सतह पर मार करने वाली कम दूरी की विभिन्न सामरिक बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) शामिल हैं। 
  • इसका विकास वर्ष 1983 में शुरू हुआ और यह भारत की पहली स्वदेशी बैलिस्टिक मिसाइल थी। 
  • इसका पहला परीक्षण वर्ष 1988 में श्रीहरिकोटा, शार (SHAR) सेंटर से किया गया था। 
    • इसकी रेंज 150-300 किमी. है। 
  • पृथ्वी-I और पृथ्वी-III श्रेणी की मिसाइलों के नौसैनिक संस्करण का कोड-नाम धनुष है। 
    • सोवियत SA-2 सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल: 
      • वर्ष 1950 के दशक के मध्य विकसित सोवियत SA-2 मिसाइल सोवियत संघ की सतह से हवा में मार करने वाली पहली प्रभावी मिसाइल थी। 
      • यह मिसाइल युद्ध क्षेत्र हेतु सामरिक परमाणु हथियार के रूप में डिज़ाइन की गई है,  जो परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम है। 
  • पृथ्वी-I मिसाइल वर्ष 1994 से भारतीय सेना में सेवारत है। 
  • पृथ्वी-II मिसाइलें वर्ष 1996 से सेवा में हैं।  
  • वर्ष 2004 में 350 किमी. की अधिक विस्तारित रेंज वाली पृथ्वी-III का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया था।  

  यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रश्न. अग्नि-IV मिसाइल के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (2014)

  1. यह सतह-से-सतह पर मार करने वाली मिसाइल है।
  2. यह केवल तरल प्रणोदक द्वारा संचालित होती है। 
  3. यह लगभग 7500 किमी. दूरी तक एक टन परमाणु आयुध पहुँचाने में सक्षम है।

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

 (a) केवल1 
 (b) केवल 2 और 3 
 (c) केवल 1और 3 
 (d) 1, 2 और 3

उत्तर: (a)

व्याख्या:

  • अग्नि-IV भारत की परमाणु-संपन्न लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसकी मारक क्षमता 4,000 किमी. है। 
  • स्वदेश निर्मित अग्नि-IV सतह-से-सतह पर मार करने वाली दो चरणों वाली मिसाइल है। यह 17 टन वज़न के साथ 20 मीटर लंबी है। अत: कथन 1 सही है।
  • यह दो चरणों वाली ठोस ईंधन प्रणाली है जो एक टन के परमाणु हथियार को 4,000 किलोमीटर की दूरी तक ले जा सकती है। अत: कथन 2 और 3 सही नहीं हैं।

अत: विकल्प (a) सही है।

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

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