लखनऊ शाखा पर IAS GS फाउंडेशन का नया बैच 23 दिसंबर से शुरू :   अभी कॉल करें
ध्यान दें:



डेली अपडेट्स

प्रारंभिक परीक्षा

प्रीलिम्स फैक्ट्स : 29 जनवरी, 2019

  • 29 Jan 2019
  • 6 min read

विश्व कुष्ठ दिवस

  • 27 जनवरी, 2019 को पूरे विश्व में ‘विश्व कुष्ठ दिवस’ (World Leprosy Day) मनाया गया। यह दिवस हर साल जनवरी महीने के अंतिम रविवार को मनाया जाता है।
  • इस वर्ष हेतु इसकी थीम ‘भेदभाव, कलंक और पूर्वाग्रह को समाप्त करना’ (Ending Discrimination, Stigma and Prejudice) है।
  • अक्सर देखा जाता है कि कुष्ठ रोग से पीड़ित अधिकांश लोगों को किसी-न-किसी रूप में कलंक और भेदभाव का सामना करना पड़ता है। उनमें से आधे अवसाद जैसे मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित होते हैं।
  • कुष्ठ रोग माइकोबैक्टीरियम लेप्री (Mycobacterium Leprae) के कारण होने वाला एक क्रोनिक संक्रामक रोग (Chronic Infectious Disease) है।
  • इस रोग की वज़ह से त्वचा पर गंभीर घाव हो जाते हैं और हाथों तथा पैरों की तंत्रिकाओं को भारी नुकसान पहुँचता है।
  • माइकोबैक्टीरियम लेप्री बैक्टीरिया की खोज करने वाले चिकित्सक का नाम डॉ. आर्मोर हैन्सेन है। इसलिये इस रोग को हैन्सेन का रोग के रूप में भी जाना जाता है।
  • डब्ल्यूएचओ के अनुसार, मल्टीड्रग थेरेपी (Multidrug Therapy- MDT) के द्वारा कुष्ठ रोग का प्रभावी उपचार किया जा सकता है।

मोबाइल एप ‘आरडीपी इंडिया 2019’


हाल ही में रक्षा मंत्रालय ने ‘डिजिटल इंडिया’ अभियान के अनुपालन में एक नई पहल की शुरुआत की है।

  • गणतंत्र दिवस के अवसर पर रक्षा मंत्रालय ने एक मोबाइल एप ‘आरडीपी इंडिया 2019’ जारी किया। इसका उद्देश्य गणतंत्र दिवस समारोह की रूपरेखा को राजपथ पर मौजूद दर्शकों के अलावा दुनिया भर के आम लोगों को उपलब्ध कराना था।
  • इस एप में नई दिल्ली के राजपथ पर होने वाली परेड की सूचनाएँ मौजूद थीं, जिसमें परेड के क्रम, विभिन्न राज्यों और मंत्रालयों द्वारा प्रस्तुत झांकियों का विवरण, बच्चों के सांस्कृतिक प्रदर्शनों, फ्लाई-पास्ट तथा प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार 2019 के विजेताओं के नामों की जानकारी शामिल थी।
  • परेड में उपस्थित सभी दर्शकों के लिये यह एप काफी सूचनात्मक रहा और इसकी हर तरफ प्रशंसा की गई। इस एप में परेड की लाइव-स्ट्रीमिंग का भी प्रावधान था।
  • एप को डाउनलोड करके परेड देखने के साथ-साथ आयोजन के बारे में सूचनाएँ अब भी प्राप्त की जा सकती हैं।

भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश


विश्व इस्पात संघ (World Steel Association-worldsteel) के अनुसार, भारत जापान को प्रतिस्थापित कर दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश बन गया है, जबकि चीन कच्चे इस्पात के उत्पादन में 51 प्रतिशत से अधिक भागीदारी के साथ दुनिया का सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक है।

  • शीर्ष दस में शामिल देश इस प्रकार हैं-
रैंकिंग देश
1 चीन
2 भारत
3 जापान
4 संयुक्त राज्य अमेरिका
5 दक्षिण कोरिया
6 रूस
7 ज़र्मनी
8 तुर्की
9 ब्राज़ील
10 ईरान


विश्व इस्पात संघ (World Steel Association-worldsteel)

  • विश्व इस्पात संघ (worldsteel) दुनिया के प्रमुख उद्योग संघों में से एक है।
  • इसकी स्थापना 10 जुलाई, 1967 को अंतर्राष्ट्रीय लौह एवं इस्पात संस्थान (International Iron and Steel Institute) के रूप में की गई थी। 6 अक्तूबर, 2008 को इसका नाम बदलकर विश्व इस्पात संघ/वर्ल्ड स्टील एसोसिएशन (World Steel Association) कर दिया गया।
  • इसका मुख्यालय ब्रुसेल्स (बेल्जियम) में है।
  • worldsteel 160 से अधिक इस्पात उत्पादकों (दुनिया की 10 सबसे बड़ी इस्पात कंपनियों में से 9 सहित), राष्ट्रीय और क्षेत्रीय इस्पात उद्योग संघों और इस्पात अनुसंधान संस्थानों का प्रतिनिधित्व करता है।
  • इसके सदस्य देश दुनिया के कुल इस्पात उत्पादन के लगभग 85 प्रतिशत का प्रतिनिधित्व करते हैं।

संगराई नृत्य (Sangrai Dance)


संगराई नृत्य मोग (Mog) आदिवासी समुदाय द्वारा किया जाने वाला नृत्य है जो बंगाली कैलेंडर के चैत्र (अप्रैल में) माह के दौरान मनाए जाने वाले संगराई उत्सव के अवसर पर किया जाता है।

  • मोग त्रिपुरा की 19 जनजातियों में से एक है।
  • मोग अराकनी वंश (भारत-वर्मा के अराकान क्षेत्र) से संबंधित है जिन्होंने चित्तगोंग पहाड़ी क्षेत्रों से होते हुए त्रिपुरा में प्रवास किया था।
  • मोग समुदाय की भाषा को तिब्बत-चीनी परिवार की भाषा के अंतर्गत वर्गीकृत किया गया है जो असम-बर्मा भाषा खंड से भी जुड़ा हुआ है।
close
एसएमएस अलर्ट
Share Page
images-2
images-2