प्रारंभिक परीक्षा
प्रिलिम्स फैक्ट्स: 28 अक्तूबर, 2020
- 28 Oct 2020
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येलो डस्ट
Yellow Dust
हाल ही में उत्तर कोरिया के अधिकारियों ने वहाँ के नागरिकों को चीन से आने वाली 'येलो डस्ट' (Yellow Dust) के बादलों के संपर्क से बचने के लिये घरों के अंदर रहने का आग्रह किया है।
क्या है येलो डस्ट?
- अधिकारियों का तर्क है कि यह डस्ट COVID-19 को अपने साथ ला सकती है।
- येलो डस्ट वास्तव में चीन और मंगोलिया के रेगिस्तान से आने वाली धूल है जिसे प्रत्येक वर्ष एक विशिष्ट अवधि के दौरान चलने वाली उच्च गति वाली सतही वायु उत्तर और दक्षिण कोरिया दोनों में ले जाती है।
- इन धूल के कणों में औद्योगिक प्रदूषकों जैसे अन्य विषाक्त पदार्थ शामिल होते हैं, जिसके परिणामस्वरूप येलो डस्ट ’श्वसन संबंधी बीमारियों का कारण बनती है।
- आमतौर पर, जब येलो डस्ट वातावरण में अस्वास्थ्यकर स्तर तक पहुँच जाती है, तो प्रशासन लोगों से घर के अंदर रहने और शारीरिक गतिविधियाँ, विशेष रूप से भारी व्यायाम तथा खेलों को सीमित रखने का आग्रह करते हैं।
- कभी-कभी जब, वातावरण में येलो डस्ट की सांद्रता 800 माइक्रोग्राम/घनमीटर के आसपास हो जाती है, तो स्कूल बंद कर दिये जाते हैं और प्रभावित क्षेत्रों में बाहरी कार्यक्रम रद्द कर दिये जाते हैं।
एनिग्माचन गोलम
Aenigmachanna gollum
हाल ही में केरल में एक 100 मिलियन वर्ष पुरानी एनिग्माचन गोलम (Aenigmachanna Gollum) नामक मछली को देखा गया है।
प्रमुख बिंदु:
- एनिग्माचन गोलम का नामकरण लॉर्ड ऑफ द रिंग्स’ फिल्म के किरदार ‘गोलम’ (Gollum) से प्रेरित होकर किया गया है।
- फिल्म में ‘गोलम’ हमेशा भूमिगत रहने वाला एक चरित्र है।
- यह भूमिगत जलभरों (Underground Aquifers) में वास करती है तथा केवल वर्षा के कारण आई भारी बाढ़ के आने पर सतह पर आती हैं।
- यह ड्रैगन स्नेकहेड (Dragon Snakeheads) नामक एक पुराने कुल की मछलियों से संबंधित है।
- गोलम के अलावा, इसी के जैसी एक और प्रजाति की भी खोज की गई है, जिसे ‘एनिग्माचन महाबली’ कहा जाता है।
- इस मछली ने सहस्राब्दियों के बाद भी अपनी आदिम विशेषताओं को बरकरार रखा है।
- एनिग्माचन कुल की लगभग 50 प्रजातियाँ एशिया और उष्णकटिबंधीय अफ्रीका की नदियों और झीलों में पाई जा सकती हैं।
- यह माना जाता है कि इस प्रजाति की उत्पत्ति गोंडवानालैंड में हुई थी, जो बाद में एशिया और अफ्रीका महाद्वीपों में विभाजित हो गया।
ओहाका खादी
Oaxaca khadi
हाल ही में, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने ‘मन की बात कार्यक्रम’ में लोगों से ओहाका खादी (Oaxaca khadi) का संदर्भ देते हुए त्यौहारी सीज़न के दौरान खरीददारी के लिये ‘वोकल फॉर लोकल’ (Vocal For Local) होने का आग्रह किया।
प्रमुख बिंदु:
- ‘ओहाका’ (Oaxaca) दक्षिण मेक्सिको में स्थित एक क्षेत्र है, जहाँ कई गाँवों के स्थानीय ग्रामीण समूहों में खादी बुनाई का कार्य करते हैं। वर्तमान में यहाँ की खादी ‘ओहाका खादी’ के नाम से प्रसिद्ध है।
- इसकी स्थापना मेक्सिको में रहने वाले एक अमेरिकी ‘मार्कोस ब्राउन’ और उनकी पत्नी ‘कालिंदी अत्तर’ ने की थी।
- मार्क ब्राउन ने इसकी शुरुआत महात्मा गाँधी पर आधारित एक फिल्म और खादी से प्रभावित होकर की।
- इसकी शुरुआत करने से पहले, ब्राउन 12 वर्षों तक भारत में रहे और गांधी जी से काफी प्रभावित थे इसके अलावा वे दो वर्षों (1986-88) तक गुजरात के साबरमती आश्रम में भी रहे।
- मार्क ब्राउन ने ही मेक्सिको के ओहाका में ग्रामीणों को खादी के बारे में अवगत कराया और उन्हें प्रशिक्षित किया।
- इसके लिये कपास का उत्पादन और खेती ओहाका तट पर की जाती है, जो वहाँ की अर्थव्यवस्था में भी योगदान देता है।
- ओहाका खादी एक ‘फार्म-टू-गारमेंट’ समूह हैं जिसमें लगभग 400 परिवार संलग्न हैं जो दक्षिणी मेक्सिको के ओहाका क्षेत्र में पारंपरिक खेतों और घरों में रहते हैं तथा काम करते हैं।
पैंटानल वेटलैंड्स
Pantanal wetlands
विश्व की सबसे बड़ी उष्णकटिबंधीय आर्द्रभूमियों में से एक, पेंटानल (Pantanal Wetlands) जुलाई माह के मध्य से आग से झुलस रही है।
प्रमुख बिंदु:
- पैंटानल पश्चिम-मध्य ब्राज़ील में स्थित एक आर्द्रभूमि है जो लगभग 1,50,000 वर्ग किमी में फैली हुई है और बोलीविया तथा पैराग्वे तक विस्तारित है।
- पैंटानल का नाम पुर्तगाली शब्द 'दलदल' (Swamp) से लिया गया है।
- यह आग लगभग 50 वर्षो से पड़ रहे सूखे तथा मानवीय हस्तक्षेपों के कारण फैली है।
- पैंटानल में लगी आग का 96-98 प्रतिशत कारण मानवीय था क्योंकि सूखे मौसम में भी किसान परंपरागत रूप से चरागाह को साफ करने के लिये आग का उपयोग करते हैं
- इस अनोखे बायोम का लगभग पाँचवा हिस्सा आग के कारण नष्ट हो गया है।