प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 25 अक्तूबर, 2019
- 25 Oct 2019
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सफर
SAFAR
वायु गुणवत्ता और मौसम पूर्वानुमान तथा अनुसंधान प्रणाली (The System of Air Quality and Weather Forecasting And Research- SAFAR) के वायु गुणवत्ता सूचकांक (Air Quality Index-AQI) के अनुसार, वर्ष 2019 के नवंबर माह में राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली, पिछले वर्षो की तुलना में कम प्रदूषित रहेगा।
सफर क्या है?
- यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय (Ministery of Earth Science- MoES) द्वारा महानगरों के किसी स्थान-विशिष्ट के समग्र प्रदूषण स्तर और वायु गुणवत्ता को मापने के लिये शुरू की गई एक राष्ट्रीय पहल है।
- यह भारतीय उष्णकटिबंधीय मौसम विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Tropical Meteorology- IITM) पुणे द्वारा निर्मित एक स्वदेशी प्रणाली है।
- इसका संचालन भारत मौसम विभाग (India Meteorological Department-IMD) द्वारा किया जाता है।
- सफर, दिल्ली में भारत की पहली वायु गुणवत्ता आरंभिक चेतावनी प्रणाली (Air Quality Early Warning System) का एक अभिन्न अंग है।
सफर कैसे कार्य करता है?
- यह मौसम के सभी मापदंडों जैसे- तापमान, वर्षा, आर्द्रता, हवा की गति एवं दिशा, पराबैंगनी किरणों और सौर विकिरण आदि की निगरानी करता है।
- इसमें हवा की गुणवत्ता का आकलन 1 से लेकर 500 अंकों तक किया जाता है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक के मानक:
- शुरुआती 100 अंकों को ‘अच्छा’ (Good) माना जाता है। जैसे-जैसे अंक बढ़ते जाते हैं, हवा की गुणवत्ता ‘खराब’ होती जाती है।
- 100 से 200 तक के वायु स्तर को ‘ठीक-ठाक’ (Average) की श्रेणी में रखा जाता है।
- 200 से 300 तक के वायु स्तर को ‘खराब’ (Poor) माना जाता है।
- 300 से 400 तक के वायु स्तर को ‘बहुत खराब’ (Very Poor) माना जाता है।
- 400 से 500 तक के वायु स्तर को ‘खतरनाक’ (Severe) माना जाता है।
मोल दिवस
Mole Day
23 अक्तूबर, 2019 को प्रातः 6:02 बजे से सायं 6:02 बजे तक रसायनशास्त्रियों और रसायन विज्ञान के छात्रों द्वारा मोल दिवस मनाया गया।
थीम:
वर्ष 2019 के लिये मोल दिवस की थीम डेस्पिका मोल मी! (Despica MOLE Me!) है।
मोल दिवस के बारे:
- मोल दिवस को रसायन विज्ञान में रुचि को बढ़ावा देने के तरीके के रूप में शुरू किया गया था।
- यह दिवस अवोगाद्रो संख्या 6.02 × 1023 (Avogadro's Number 6.02 × 1023) के महत्त्व के रूप में मनाया जाता है।
- यह संख्या किसी पदार्थ के एक मोल में कणों कि संख्या (परमाणुओं या अणुओं) को दर्शाती है तथा इकाइयों की अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली (International System of Units-SI UNITS) में से एक है।
SI प्रणाली में सात इकाइयाँ हैं-
- किलोग्राम (kg) द्रव्यमान के लिये
- सेकेंड (s) समय के लिये
- केल्विन (k) तापमान के लिये
- एम्पीयर (a) विद्युत धारा के लिये
- मोल (mol) किसी पदार्थ की मात्रा के लिये
- कैंडेला (cd) प्रकाश की तीव्रता के लिये
- मीटर (m) दूरी के लिये
अवोगाद्रो संख्या क्या है?
- किसी भी पदार्थ के 1 मोल में मौजूद कणों (परमाणुओं, अणुओं या आयनों) की गणना 6.022 × 1023 के मान से की जाती है।
- अवोगाद्रो संख्या एक प्रयोगात्मक रूप से प्राप्त संख्या है तथा यह नाम इटालियन वैज्ञानिक अमेडियो अवोगाद्रो (Amedeo Avogadro) के सम्मान में रखा गया है।
- 1 मोल (किसी भी पदार्थ का) = 6.022 × 1023
- अवोगाद्रो स्थिरांक 6.022 × 1023 को C-12 (Carbon-12) के 12 ग्राम में परमाणुओं की संख्या के रूप में परिभाषित किया जाता है।
ठोटलाकोंडा बौद्ध परिसर
Thotlakonda Buddhist Complex
हाल ही में भारी वर्षा के कारण आंध्र प्रदेश के विशाखापट्टनम में स्थित ठोटलाकोंडा बौद्ध परिसर (Thotlakonda Buddhist Complex) का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया है।
ठोटलाकोंडा बौद्ध परिसर के बारे में
- दूसरी शताब्दी ई.पू. का ठोटलाकोंडा बौद्ध परिसर बौद्ध धर्म की प्राचीन हीनयान शाखा से संबंधित है।
- यह परिसर श्रीलंका, इंडोनेशिया, कंबोडिया आदि देशों में बौद्ध धर्म के प्रचार-प्रसार का केंद्र रहा है।
हीनयान शाखा:
- कनिष्क के समय में आयोजित चौथी बौद्ध संगीति में बौद्ध धर्म की ‘हीनयान’ शाखा का उद्भव हुआ।
- हीनयान में बुद्ध को महापुरुष के रूप में स्थापित किया गया है।
- यह मूर्ति पूजा में विश्वास नहीं करता है और आत्म अनुशासन तथा ध्यान के माध्यम से मोक्ष प्राप्त करने की कोशिश करता है।
- हीनयान का आदर्श है- अर्हत पद की प्राप्ति।