प्रीलिम्स फैक्ट्स: 23 सितंबर, 2019 | 23 Sep 2019
पेससेटर फंड कार्यक्रम
PACEsetter Fund Programme
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय द्वारा आयोजित एक समारोह में पेससेटर फंड कार्यक्रम (PACEsetter Fund Programme) के तहत विजेताओं को पुरस्कार प्रदान किया गया है।
- सोसाइटी फॉर इकोनॉमिक एंड सोशल स्टडीज़, नई दिल्ली (Economic and Social Studies, New Delhi); कस्टमाइज़्ड एनर्जी सॉल्यूशंस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड, पुणे (Customized Energy Solutions India Pvt. Ltd. Pune); द एनर्जी एंड रिसोर्सेज़ इंस्टीट्यूट, नई दिल्ली (The Energy & Resources Institute- TERI New Delhi) और राघवेंद्र सनटेक सिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड बंगलूरू (Raghavendra Suntech Systems Private Limited- RSSPL) आदि संस्थाओं को पुरस्कार प्रदान किया गया।
- भारत और अमेरिका ने वर्ष 2015 में पेससेटर फंड कार्यक्रम को एक संयुक्त फंड के रूप में स्वच्छ ऊर्जा उत्पादों, प्रणालियों और व्यापार मॉडल के व्यावसायीकरण में तेज़ी लाने हेतु प्रारंभिक चरण की अनुदान निधि प्रदान करने के लिये गठित किया था।
- पेससेटर फंड कार्यक्रम का उद्देश्य प्रारंभिक चरण में अनुदान निधि प्रदान करके स्वच्छ ऊर्जा उत्पादों तक पहुंँच स्थापित करना है, जिससे व्यवसायों में नवीन उत्पादों, व्यापार मॉडलों और प्रणालियों को विकसित करने एवं उनका परीक्षण करने की दिशा में कार्य किया जा सके।
गंगा डेटा कलेक्टर
Ganga Data Collector
देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्थान (Wildlife Institute of India- WII) ने केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय की जैव विविधता और गंगा संरक्षण (“Biodiversity and Ganga Conservation”) परियोजना के तहत एक मोबाइल एप्लीकेशन गंगा डेटा कलेक्टर (Ganga Data Collector) लॉन्च किया है।
- इस मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से गंगा के पानी की गुणवत्ता और जलीय जीवों से संबंधित अधिक प्रामाणिक डेटा का तेज़ी से संग्रह किया जा सकेगा।
- WII, गंगा बेसिन से संबंधित राज्यों के वन विभाग के लगभग 550 गंगा प्रहरियों और कर्मचारियों को इस एप्लीकेशन के संचालन हेतु प्रशिक्षित करेगा।
- पहले चरण में पांँच राज्यों- उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के स्वयंसेवकों और कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। दूसरे चरण में गंगा बेसिन के अन्य छह राज्यों के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा।
पिज़ोल ग्लेशियर
(Pizol Glacier)
स्विट्ज़रलैंड स्थित पिज़ोल ग्लेशियर (Pizol Glacier) वैश्विक तापन के कारण तेज़ी से पिघलकर समाप्ति की स्थिति में पहुँच चुका है।
- पिज़ोल ग्लेशियर स्विट्ज़रलैंड के पूर्वोत्तर भाग में स्थित है, इसकी ऊंँचाई लगभग 2,700 मीटर (8,850 फीट) है और इस ग्लेशियर की सीमाएँ लिंचेस्टीन और ऑस्ट्रिया को स्पर्श करती हैं।
- जलवायु परिवर्तन के फलस्वरूप वैश्विक नीतियों के प्रतीकात्मक विरोध हेतु पर्यावरण कार्यकर्त्ताओं ने काले रंग के कपड़े पहने थे।
- इस प्रकार का प्रतीकात्मक विरोध इससे पहले आइसलैंड में जलवायु परिवर्तन के फलस्वरूप ओकजोकुल ( Okjokull) द्वीपसमूह से पूरी तरह बर्फ पिघलने के बाद किया गया था।
सैजिटेरियस A* (Sagittarius A*)
सैजिटेरियस A* (Sagittarius A*) ब्लैकहोल पृथ्वी से 26,000 प्रकाश वर्ष दूर एक आकाशगंगा के केंद्र में स्थित है।
- सैजिटेरियस A* (Sagittarius A*) की खोज 24 वर्ष पहले की गई थी इसके बाद से यह काफी शांत था।
- हालांँकि इस वर्ष सैजिटेरियस A* में कुछ असामान्य गतिविधियांँ देखी जा रही हैं, जैसे- इसके आस-पास का क्षेत्र सामान्य से बहुत ज़्यादा चमकदार हो गया है।
- किसी ब्लैकहोल द्वारा स्वयं प्रकाश का उत्सर्जन नहीं किया जाता है, लेकिन यह प्रकाश को अवशोषित कर सकता है।
- वैज्ञानिकों के अनुसार, इस ब्लैकहोल के आसपास के क्षेत्र में अधिक चमक का कारण अंतरिक्ष में स्थित एक तारे S0-2 के प्रकाश को बताया जा रहा है। इस तारे का प्रकाश बड़ी मात्रा में पिछले वर्ष ब्लैकहोल के करीब पहुंँचा था। वैज्ञानिकों द्वारा इस ब्लैकहोल के आकार के बढ़ने की संभावना व्यक्त की जा रही है।