प्रीलिम्स फैक्ट्स: 20 मार्च, 2019 | 20 Mar 2019
आपदा जोखिम पर कार्यशाला
हाल ही में आपदा जोखिम को कम करने के लिये तीसरी भारत-जापान कार्यशाला नई दिल्ली में आयोजित की गई।
- भारत और जापान ने आपदा प्रबंधन पर सितंबर 2017 में एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर किये थे।
- गौरतलब है कि इसी को ध्यान में रखते हुए पहली कार्यशाला 18-19 मार्च, 2018 को नई दिल्ली में तथा दूसरी कार्यशाला 3-15 अक्तूबर, 2018 तक जापान के टोक्यो शहर में आयोजित की गई थी।
- इसका मुख्य उद्देश्य दोनों देशों की अनुसंधान संस्थाओं, शहरों और निजी क्षेत्र के बीच आपदा जोखिम को कम करने हेतु सहयोग बढ़ाना है।
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एबेल पुरस्कार- 2019
- करेन उलेनबेक को 2019 का एबेल पुरस्कार (Abel Prize) प्रदान किया गया।
- उन्हें यह पुरस्कार ज्यामितीय विश्लेषण और गेज सिद्धांत (Geometric Analysis and Gauge Theory) में उनके द्वारा किये गए मौलिक काम के लिये प्रदान किया गया है।
- गौरतलब है कि करेन उलेनबेक यह पुरस्कार प्राप्त करने वाली पहली महिला हैं।
- एबेल पुरस्कार नॉर्वे सरकार द्वारा एक या एक से अधिक गणितज्ञों को दिया जाने वाला पुरस्कार है।
- यह पुरस्कार नॉर्वे के सबसे प्रसिद्ध गणितज्ञ 'नील्स हेनरिक एबेल' को समर्पित है और इसकी शुरुआत 2002 में की गई थी।
अभ्यास ‘मित्र शक्ति- 2019’
‘मित्र शक्ति’ भारत और श्रीलंका का संयुक्त सैन्य प्रशिक्षण अभ्यास है।
- 2018-19 के लिये यह संयुक्त अभ्यास 26 मार्च से 8 अप्रैल, 2019 तक श्रीलंका में आयोजित किया जाएगा।
- यह अभ्यास प्रत्येक वर्ष भारत एवं श्रीलंका में बारी-बारी से आयोजित किया जाता है।
- यह 2012 में प्रारंभ हुआ था तथा इस वर्ष इसका छठा संस्करण आयोजित किया जाएगा।
- इस अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों की सेनाओं के मध्य घनिष्ठ संबंध स्थापित करना और रणनीतिक समझ बढ़ाना है।
- इस अभ्यास में संयुक्त राष्ट्र आदेश के तहत अंतर्राष्ट्रीय विद्रोह की रोकथाम और आतंकवादी माहौल का मुकाबला करने के लिये युक्तिपूर्ण परिचालनों को शामिल किया जाएगा।
भारत-इंडोनेशिया समन्वित निगरानी
33वें भारत–इंडोनेशिया समन्वित निगरानी (IND-INDO CORPAT) अभियान प्रारंभ हो चुका है। गौरतलब है कि यह निगरानी अभियान 19 मार्च से 4 अप्रैल, 2019 तक पोर्ट ब्लेयर में आयोजित किया जाना है।
- दोनों देशों के जहाज़ और विमान 236 नॉटिकल माइल लंबी अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा पर गश्त करेंगे।
- यह गश्त 22-31 मार्च, 2019 तक तीन चरणों में आयोजित की जाएगी। इसके बाद इंडोनेशिया के बेलावन में एक समापन समारोह होगा, जो 01-04 अप्रैल, 2019 तक चलेगा।
- पोर्ट ब्लेयर बंदरगाह में निगरानी अभियान के दौरान दोनों नौसेनाओं के बीच खेल-कूद और आपसी वार्ता जैसी विभिन्न गतिविधियों की योजना बनाई गई है।
- दोनों देशों की नौसेनाएँ रणनीतिक साझेदारी की व्यापक परिधि के अंतर्गत 2002 से वर्ष में दो बार ‘अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा’ (IMBL) पर समन्वित निगरानी का कार्य कर रही हैं।
- इसका उद्देश्य मित्रवत् देशों के साथ समुद्री क्षेत्र में भारत की शांतिपूर्ण उपस्थिति एवं एकता के लिये बेहतर माहौल सुनिश्चित करना तथा भारत-इंडोनेशिया के बीच मौजूदा संबंधों को सुदृढ़ करना है।
- इसके तहत हिंद महासागर क्षेत्र को वाणिज्यिक नौपरिवहन और अंतर्राष्ट्रीय व्यापार के लिये सुरक्षित बनाने पर विशेष बल दिया गया है।
- हाल के समय में क्षेत्र के समुद्री खतरों से निपटने के लिये भारतीय नौसेना की तैनाती बढ़ी है। इसके अतिरिक्त भारत सरकार के ‘सागर’ (Security and Growth for All in the Region) विज़न के एक हिस्से के रूप में भारतीय नौसेना हिंद महासागर क्षेत्र में कई राष्ट्रों की सहायता कर रही है।