प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 19 मई, 2020
- 19 May 2020
- 9 min read
क्विनिन नोंगलादेव
Quinine Nongladew
हाल ही में पूर्वोत्तर भारत में मेघालय के एक गाँव ‘क्विनिन नोंगलादेव’ (Quinine Nongladew) के स्थानीय लोगों ने COVID-19 के संभावित इलाज के लिये क्विनिन (Quinine) का पता लगाया है।
प्रमुख बिंदु:
- इसका (गाँव का नाम) नाम सिनकोना की छाल से निकाले गए ‘अल्कलॉइड क्विनिन’ (Alkaloid Quinine) के नाम पर रखा गया है।
- यह रूबिअसाए (Rubiaceae) परिवार से संबंधित एक पौधा है और इसे बड़े झाड़ी या छोटे पेड़ों के रूप में वर्गीकृत किया जाता है।
- जब शिलांग असम प्रांत के लिये ब्रिटिश प्रशासनिक मुख्यालय बना तब मलेरिया एवं मच्छरों से होने वाली अन्य बीमारियों से निपटने के लिये अंग्रेजों ने सिनकोना का वृक्षारोपण लगभग वर्ष 1874 के आसपास कराया था।
- मलेरिया के इलाज के लिये 'क्लोरोक्वीन' और 'कुनैन' के रूप में प्रसिद्ध 'क्विनिन सल्फेट' नामक दवा का उपयोग होता है।
गैर परिवर्तनीय ऋणपत्र
Non-Convertible Debenture
हाल ही में केंद्र सरकार ने कहा कि निजी कंपनियाँ जो स्टॉक एक्सचेंजों में ‘गैर-परिवर्तनीय ऋणपत्र’ (Non-Convertible Debenture- NCD) सूचीबद्ध करती हैं उन्हें सूचीबद्ध कंपनियों के रूप में नहीं माना जाएगा।
प्रमुख बिंदु:
- डिबेंचर (ऋणपत्र) दीर्घकालिक वित्तीय साधन हैं जो जारीकर्त्ता के प्रति एक ऋण दायित्व को स्वीकार करते हैं। कुछ डिबेंचर में कंपनी मालिक के विवेक पर एक निश्चित समय के बाद शेयरों में परिवर्तनीयता की सुविधा होती है।
- जिन डिबेंचर को शेयरों या इक्विटी में नहीं बदला जा सकता उन्हें गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर (Non-Convertible Debenture- NCD) कहा जाता है।
उपयोग:
- गैर-परिवर्तनीय डिबेंचर का उपयोग पब्लिक इश्यू के माध्यम से कंपनियों द्वारा दीर्घकालिक फंड जुटाने के लिये वित्तीय उपकरण के रूप में किया जाता है।
- गैर-परिवर्तनीयता के दीर्घकालिक नुकसान की भरपाई करने के लिये उधारदाताओं को आमतौर पर परिवर्तनीय डिबेंचर की तुलना में उच्च दर की वापसी दी जाती है।
- जारीकर्त्ता NCD मालिक को कई अन्य लाभ प्रदान करते हैं जैसे- स्टॉक मार्केट लिस्टिंग के माध्यम से उच्च तरलता, स्रोत एवं सुरक्षा पर कर छूट क्योंकि वे उन कंपनियों द्वारा जारी किए जा सकते हैं जिनके पास NCD जारी के लिये RBI द्वारा निर्धारित मानदंडों के अनुसार एक अच्छी क्रेडिट रेटिंग है।
न्यूनतम परिपक्वता अवधि:
- भारत में आमतौर पर इन्हें 90 दिनों की न्यूनतम परिपक्वता के लिये जारी किया जाता है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रेस संस्थान
International Press Institute
हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय प्रेस संस्थान (International Press Institute-IPI) ने भारत में हालिया घटनाओं के परिदृश्य में अधिकारियों द्वारा कानून का दुरुपयोग, पत्रकारों को डराने-धमकाने और प्रेस की स्वतंत्रता को नुकसान पहुँचाने पर गंभीर चिंता व्यक्त करते हुए इसकी निंदा की है।
प्रमुख बिंदु:
- अंतर्राष्ट्रीय प्रेस संस्थान एक वैश्विक संगठन है जो प्रेस की स्वतंत्रता के संवर्द्धन एवं संरक्षण तथा पत्रकारिता प्रणालियों में सुधार के लिये समर्पित है।
- इसकी स्थापना अक्तूबर 1950 में हुई थी। इस संस्थान के विश्व भर में 120 से अधिक सदस्य हैं।
- इस संस्थान में संपादक, मीडिया कार्यकारी और IPI के अग्रणी पत्रकार जो मीडिया विभागों, ब्यूरो प्रमुखों, संवाददाताओं एवं अन्य के रूप में शामिल हैं।
- IPI को UN, UNESCO और यूरोपीय परिषद के साथ परामर्श दर्जा (Consultative Status) प्राप्त है।
- इसका मुख्यालय ऑस्ट्रिया के ‘वियना’ में स्थित है।
इंटरनेशनल फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन एक्सचेंज
(International Freedom of Expression Exchange):
- अंतर्राष्ट्रीय प्रेस संस्थान (IPI) ‘इंटरनेशनल फ्रीडम ऑफ एक्सप्रेशन एक्सचेंज’ का एक सदस्य है जो गैर-सरकारी संगठनों का एक वैश्विक नेटवर्क है। यह दुनिया भर में प्रेस की स्वतंत्रता एवं मुक्त अभिव्यक्ति के उल्लंघन की निगरानी करता है।
राइट्स इश्यू
Rights Issue
रिलायंस इंडस्ट्रीज़ (Reliance Industries) राइट्स इश्यू (Rights Issue) की आय से 40,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने के लिये तीन दशकों में पहला शेयर राइट्स इश्यू 20 मई, 2020 को सार्वजनिक करेगी।
प्रमुख बिंदु:
- ‘रिलायंस इंडस्ट्रीज़ लिमिटेड’ ने अपने प्रस्तावित राइट्स इश्यू के माध्यम से प्राप्त धन से लगभग 40,000 करोड़ रुपए का ऋण चुकाने का लक्ष्य निर्धारित किया है जिनकी कीमत 53,125 करोड़ रुपए है। यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा इक्विटी फंड है।
- राइट्स इश्यू कंपनी की बैलेंस शीट को शून्य शुद्ध ऋण (Zero Net Debt) बनाने के लिये कंपनी की रणनीति का एक हिस्सा है।
- राइट्स इश्यू मौजूदा शेयरधारकों के लिये उनके मौजूदा शेयर होल्डिंग के अनुपात में किये गए शेयरों की पेशकश है। कंपनियाँ अक्सर बाज़ार मूल्य के छूट पर राइट्स इश्यू में शेयरों की पेशकश करती हैं।
- कर्ज में वृद्धि किये बिना पूंजी जुटाने की माँग करने वाली कंपनियों द्वारा राइट्स इश्यू का उपयोग किया जाता है।
- शेयरधारक राइट्स इश्यू में दिये गए शेयरों को खरीदने के लिये बाध्य नहीं हैं।
डिसइंफेक्शन स्प्रेयर इकाइयाँ
Disinfection Sprayer Units
सीएसआईआर-सेंट्रल मैकेनिकल इंजीनियरिंग रिसर्च इंस्टीट्यूट (CMERI), दुर्गापुर के वैज्ञानिकों ने 16 मई, 2020 को दो मोबाइल इनडोर डिसइंफेक्शन स्प्रेयर इकाइयाँ (Disinfection Sprayer Units) विकसित की हैं।
प्रमुख बिंदु:
- इन इकाइयों को ‘बैटरी पावर्ड डिसइंफेक्टेंट स्प्रेयर’ (Battery Powered Disinfectant Sprayer-BPDS) और ‘न्यूमेटिकली ऑपरेटेड मोबाइल इंडोर डिसइंफेक्शन’ (Pneumatically Operated Mobile Indoor Disinfection- POMS) नाम दिया गया है।
- इन स्प्रेयरों को छिपी हुई जगह तक पहुँचने और बड़े पैमाने पर साफ-सफाई करने के लिये मैपिंग सुविधाओं के साथ विस्तार योग्य उपकरणों से लैस किया गया है।
- इनका उपयोग विशेषकर अस्पतालों में बार-बार हाथ से छुई गई सतहों जैसे- टेबल, डॉर्कनोब्स, लाइट स्विच आदि को साफ एवं कीटाणुरहित करने के लिये किया जा सकता है।