प्रिलिम्स फैक्ट्स : 16 मार्च, 2021 | 16 Mar 2021
भादर बाँध: गुजरात
(Bhadar Dam: Gujarat)
हाल ही में केंद्रीय जल आयोग (CWC) के बाँध सुरक्षा संगठन ने भादर बाँध के जलद्वार जो कि वर्ष 2015 की फ्लैश फ्लड में क्षतिग्रस्त हो गए थे, के प्रतिस्थापन की सिफारिश की है ।
प्रमुख बिंदु
भादर बाँध
- भादर बाँध राजकोट में स्थित है और शेतरुंजी बाँध के बाद सौराष्ट्र क्षेत्र का दूसरा सबसे बड़ा बाँध है।
- भादर बाँध गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र में भादर नदी पर स्थित है।
भादर नदी
- भादर नदी, गुजरात में काठियावाड़ (सौराष्ट्र) प्रायद्वीप की प्रमुख नदियों में से एक है।
- भादर नदी का उद्गम समुद्र तल से 261 मीटर की ऊँचाई पर राजकोट ज़िले के जसदान तालुका से हुआ है।
- यह सौराष्ट्र क्षेत्र से होकर बहती है और अंत में नवीबंदर (पोरबंदर) के रास्ते अरब सागर में मिल जाती है।
- इस नदी की कुल लंबाई 198 किमी. है।
फ्लैश फ्लड
- फ्लैश फ्लड या अचानक आने वाली बाढ़ से आशय ऐसी बाढ़ की घटनाओं से है जहाँ वर्षा के कुछ ही घंटों के दौरान (या बाद में) जल स्तर काफी बढ़ जाता है।
- फ्लैश फ्लड, बहुत अधिक उफान के साथ छोटी अवधि वाली अत्यधिक स्थानीयकृत घटनाएँ होती हैं। आमतौर पर वर्षा की शुरुआत और चरम उफान वाली बाढ़ की घटना के बीच की अवधि छह घंटे से कम होती है।
- बाढ़ की स्थिति, खराब जल निकासी लाइनों या पानी के प्राकृतिक प्रवाह को बाधित करने वाली बाधाओं के कारण और अधिक खराब हो सकती है।
केंद्रीय जल आयोग (CWC)
- केंद्रीय जल आयोग जल संसाधन के क्षेत्र में भारत का एक प्रमुख तकनीकी संगठन है और वर्तमान में यह जल शक्ति मंत्रालय के अधीन कार्य कर रहा है।
- आयोग राज्य सरकारों के परामर्श से सिंचाई, बाढ़ प्रबंधन, बिजली उत्पादन, नेविगेशन आदि के उद्देश्य से पूरे देश में जल संसाधनों के नियंत्रण, संरक्षण, विकास और उपयोग हेतु योजनाओं को विकसित करने, शुरू करने, समन्वय स्थापित करने हेतु उत्तरदायी है।