प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 15 फरवरी, 2020
- 15 Feb 2020
- 11 min read
एशियाई हाथी और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड
Asian Elephant and the Great Indian Bustard
वन्यजीवों की प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण (Conservation of Migratory Species of Wild Animals- CMS) पर 13वें COP (Conference of Parties) की मेज़बानी भारत करेगा।
- इस सम्मेलन में एशियाई हाथी (Asian Elephant) और ग्रेट इंडियन बस्टर्ड (Great Indian Bustard) को वैश्विक संरक्षण सूची में शामिल किया जाएगा।
मुख्य बिंदु:
- इस सम्मेलन का आयोजन गुजरात के गांधीनगर में 17-22 फरवरी, 2020 तक किया जाएगा।
- भारत को अगले तीन वर्षों के लिये कान्फ्रेंस आफ पार्टीज़ (COP) का अध्यक्ष नामित किया गया है।
- इस सम्मेलन के तहत ऐसी प्रजातियाँ, जो विलुप्ति के कगार पर हैं या जिनका अस्तित्व संकट में है, को परिशिष्ट-। में सूचीबद्ध किया जाता है। वे प्रजातियाँ जिन्हें अंतर्राष्ट्रीय संस्थाओं से मदद की ज़रूरत है, उन्हें परिशिष्ट-।। में शामिल किया गया है।
वन्यजीवों की प्रवासी प्रजातियों का संरक्षण
(Conservation of Migratory Species of Wild Animals- CMS):
- संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (United Nation Environment Programme-UNEP) के तत्त्वावधान में एक पर्यावरण संधि के रूप में CMS प्रवासी जानवरों और उनके आवासों के संरक्षण और स्थायी उपयोग के लिये एक वैश्विक मंच प्रदान करता है। इसे बॉन कन्वेंशन (Bonn Convention) के नाम से भी जाना जाता है।
- CMS वैश्विक एवं संयुक्त राष्ट्र आधारित अंतर सरकारी संगठन है जिसे विशेष रूप से स्थलीय, जलीय और एवियन प्रवासी प्रजातियों के संरक्षण एवं प्रबंधन के लिये स्थापित किया गया है।
प्रवासी प्रजातियाँ:
- वे जीव जो भोजन, धूप, तापमान, जलवायु आदि जैसे विभिन्न कारकों के कारण वर्ष की विभिन्न अवधि में एक निवास स्थान से दूसरे स्थान पर चले जाते हैं। निवास स्थानों के बीच की यह यात्रा कुछ किलोमीटर से लेकर हज़ारों किलोमीटर तक की हो सकती है।
इंडियन पैंगोलिन
Indian Pangolin
मध्य प्रदेश वन विभाग ने पहली बार एक इंडियन पैंगोलिन (Indian Pangolin) को रेडियो-टैग किया है।
मुख्य बिंदु:
- रेडियो-टैगिंग में एक ट्रांसमीटर द्वारा किसी वन्यजीव की गतिविधियों पर नज़र रखी जाती है। इससे पहले कई वन्यजीवों जैसे- बाघ, तेंदुआ और प्रवासी पक्षियों को भी टैग किया जा चुका है।
- इंडियन पैंगोलिन की पारिस्थितिकी विशेषताओं एवं प्रभावी संरक्षण योजना विकसित करने के तरीके के बारे में जानने के लिये इसे रेडियो-टैग किया गया है।
- रेडियो-टैगिंग, वन विभाग और वन्यजीव संरक्षण ट्रस्ट (WCT) नामक गैर-लाभकारी संगठन की एक संयुक्त परियोजना का हिस्सा है।
पैंगोलिन:
- पैंगोलिन की आठ प्रजातियों में इंडियन पैंगोलिन और चीनी पैंगोलिन भारत में पाए जाते हैं।
- इंडियन पैंगोलिन एक बड़ा चींटीखोर (Anteater) है जिसकी पीठ पर शल्कनुमा संरचना की 11-13 पंक्तियाँ होती हैं।
- इंडियन पैंगोलिन की पूँछ के निचले हिस्से में एक टर्मिनल स्केल मौजूद होता है जो चीनी पैंगोलिन में नहीं मिलता है।
आवास:
- इंडियन पैंगोलिन व्यापक रूप से शुष्क क्षेत्रों, उच्च हिमालय एवं पूर्वोत्तर भारत को छोड़कर शेष भारत में पाया जाता है। यह प्रजाति बांग्लादेश, पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका में भी पाई जाती है।
- चीनी पैंगोलिन पूर्वी नेपाल में हिमालय की तलहटी क्षेत्र में, भूटान, उत्तरी भारत, उत्तर-पूर्वी बांग्लादेश और दक्षिणी चीन में पाया जाता है।
IUCN में स्थिति:
- इंडियन पैंगोलिन को अंतर्राष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (International Union for Conservation of Nature-IUCN) की लाल सूची में संकटग्रस्त (Endangered), जबकि चीनी पैंगोलिन को गंभीर संकटग्रस्त (Critically Endangered) की श्रेणी में रखा गया है।
- इन दोनों प्रजातियों को वन्यजीव (संरक्षण) अधिनियम, 1972 के भाग-I की अनुसूची-I के तहत सूचीबद्ध किया गया है।
विश्व पैंगोलिन दिवस:
- विश्व पैंगोलिन दिवस प्रत्येक वर्ष फरवरी महीने के तीसरे शनिवार को मनाया जाता है जिसका उद्देश्य पैंगोलिन के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना और इन प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाने के लिये विभिन्न हितधारकों को एक साथ लाने का एक अंतरराष्ट्रीय प्रयास है।
- इस वर्ष नौवाँ विश्व पैंगोलिन दिवस 15 फरवरी, 2020 को मनाया गया।
दिशा पुलिस स्टेशन
Disha Police Station
महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अपराधों से निपटने के लिये आंध्र प्रदेश के राजामहेंद्रवरम् शहर में पहले दिशा पुलिस स्टेशन (Disha Police Station) की स्थापना की गई।
मुख्य बिंदु:
- इस पुलिस स्टेशन की स्थापना आंध्र प्रदेश आपराधिक कानून (संशोधन) बिल, 2019 (Andhra Pradesh Criminal Law (Amendment) Bill, 2019) के तहत की गई है। इसे ‘दिशा एक्ट’ के रूप में भी जाना जाता है। इस मसौदा कानून पर अभी राष्ट्रपति की सहमति मिलनी शेष है।
- इस एक्ट की धारा 354 F के अनुसार, बच्चों के यौन उत्पीड़न के मामलों में 10-14 वर्ष तक की सज़ा का प्रावधान है।
- इसके अंतर्गत अपराध से संबंधित पूरी जाँच को 7 दिनों के भीतर और अदालती ट्रायल को 14 दिनों के भीतर पूरा किया जाएगा।
- ‘दिशा’ नाम 26 वर्षीय महिला पशुचिकित्सक को दिया गया एक प्रतीकात्मक नाम है जिसकी 27 नवंबर को हैदराबाद में बलात्कार करने के बाद हत्या कर दी गई थी।
- महिलाओं एवं बच्चों के खिलाफ अपराधों से संबंधित मामलों से निपटने के लिये प्रत्येक ज़िले में एक विशेष अदालत के अलावा कुल 18 दिशा पुलिस स्टेशन स्थापित किये जाएंगे।
- इसी के साथ एक मोबाइल एप्लीकेशन दिशा एप (Disha App) भी लॉन्च किया गया। जिसके माध्यम से कोई भी व्यक्ति यदि वह फोन को ऑपरेट नहीं कर सकता है तो संकट की स्थिति में सिर्फ अपने फोन को हिलाकर चेतावनी दे सकता है।
राष्ट्रीय जैविक खाद्य महोत्सव
National Organic Food Festival
केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (Ministry of Women and Child Development- MoWCD) और केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय (Ministry of Food Processing Industries- MoFPI) द्वारा 21-23 फरवरी, 2020 के बीच नई दिल्ली में आयोजित होने वाले पहले राष्ट्रीय जैविक खाद्य महोत्सव (National Organic Food Festival) की मेज़बानी की जाएगी।
उद्देश्य:
- इसका उद्देश्य जैविक बाज़ार को मज़बूत करना और जैविक उत्पादों के उत्पादन एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में महिला उद्यमियों को सशक्त बनाना है।
थीम:
- भारत की जैविक बाज़ार क्षमता को उन्मुक्त करना (Unleashing India’s Organic Market Potential)
मुख्य बिंदु:
- इस अवसर पर देश भर में विभिन्न क्षेत्रों की महिला उद्यमियों और स्वयं सहायता समूहों (Self Help groups- SHGs) द्वारा निर्मित जैविक खाद्य उत्पादों जैसे- फल एवं सब्ज़ियाँ, रेडी-टू-इट उत्पाद, मसाले, शहद, अनाज, सूखे मेवे आदि का प्रदर्शन किया जाएगा।
- इस अवसर पर पहले से व्यवस्थित बी2बी (Business to Business- B2B) और बी2जी (Business to Government- B2G) बैठकों के माध्यम से व्यावसायिक संपर्कों को सुविधाजनक बनाने एवं महिला उद्यमियों को सशक्त बनाने पर भी ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- जैविक कृषि भूमि मामले में भारत विश्व में 9वें स्थान पर है और यहाँ जैविक उत्पादकों की सबसे बड़ी संख्या है। भारत में सिक्किम राज्य विश्व का पहला जैविक राज्य है।
गौरतलब है कि भारत सरकार महिला उद्यमियों को मुद्रा (Micro Units Development and Refinance Agency- MUDRA) और स्टार्टअप इंडिया जैसी वित्तीय योजनाओं से जोड़ने का प्रयास कर रही है।