प्रीलिम्स फैक्ट्स: 11 फरवरी, 2019 | 11 Feb 2019
श्रम-योगी मानधन वृहद् पेंशन योजना की शुरुआत
हाल ही में श्रम मंत्रालय ने एक अधिसूचना जारी करते हुए कहा है कि प्रधानमंत्री श्रम-योगी मानधन वृहद् पेंशन योजना 15 फरवरी, 2019 से शुरू कर दी जाएगी।
- श्रम मंत्रालय ने अपनी अधिसूचना में कहा है कि इस योजना का लाभ उठाने के लिये असंगठित क्षेत्र के कामगार 15 फरवरी से सदस्यता ले सकेंगे।
- गौरतलब है कि वर्ष 2019-20 के लिये अंतरिम बजट में प्रधानमंत्री श्रम-योगी मानधन वृहद् पेंशन योजना शुरू करने की घोषणा की गई थी।
- 15 हज़ार रुपए तक मासिक आय वाले असंगठित क्षेत्र के कामकारों के लिये प्रधानमंत्री श्रम-योगी मानधन वृहद् पेंशन योजना शुरू करने का प्रस्ताव दिया गया है।
- इसके तहत कार्यशील आयु के दौरान एक छोटी सी राशि के मासिक अंशदान से 60 वर्ष की उम्र से 3000 रुपए की निश्चित मासिक पेंशन प्राप्त की जा सकेगी।
- 29 वर्ष की आयु में इस पेंशन योजना से जुड़ने वाले असंगठित क्षेत्र के कामगार को केवल 100 रुपए प्रतिमाह का अंशदान 60 वर्ष की उम्र तक करना होगा।
- 18 वर्ष की उम्र में इस पेंशन योजना में शामिल होने वाले कामगार को सिर्फ 55 रुपए प्रतिमाह का अंशदान करना होगा।
- सरकार हर महीने कामगार के पेंशन खाते में इतनी ही राशि जमा करेगी।
- इस योजना के लिये 500 करोड़ रुपए की राशि आवंटित की गई है और इसे वर्तमान वर्ष से ही लागू किया जाएगा।
मोबाइल-एप ई-कोकून
हाल ही में कपड़ा मंत्रालय ने एक मोबाइल एप्लीकेशन ई-कोकून लॉन्च किया है। गौरतलब है कि यह एप्लीकेशन रेशम कीट बीज के क्षेत्र में गुणवत्ता प्रमाणन के लिये उपयोग में लाया जाएगा।
- मोबाइल ऐप ई-कोकून रेशम कीट बीज के क्षेत्र में गुणवत्ता प्रमाणन में मदद करेगा क्योंकि रियल टाइम रिपोर्टिंग के माध्यम से प्रणाली और उत्पाद प्रमाणन हेतु इसका उपयोग केंद्रीय बीज अधिनियम के तहत नामित बीज विश्लेषकों एवं बीज अधिकारियों द्वारा किया जाएगा।
- भारत एकमात्र ज्ञात ऐसा देश है, जो सभी पाँच ज्ञात वाणिज्यिक रेशम- शहतूत, उष्णकटिबंधीय तसर, ओक तसर, एरी और मुगा का उत्पादन करता है।
- गैर-शहतूत रेशम या वन्या सिल्क (तसर, एरी और मुगा) का उत्पादन ओडिशा, छत्तीसगढ़ और पूर्वोत्तर राज्यों में किया जाता है।
- नॉर्थ-ईस्ट एकमात्र ऐसा क्षेत्र है जहाँ रेशम की चार किस्मों -शहतूत, ओक तसर, मुगा और एरी का उत्पादन होता है।
- चीन के बाद भारत रेशम का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक है और रेशम का सबसे बड़ा उपभोक्ता भी है।
पेट्रोटेक- 2019
प्रधानमंत्री द्वारा 11 फरवरी, 2019 को उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा स्थित इंडिया एक्सपो सेंटर में पेट्रोटेक (PETROTECH)-2019 का उद्घाटन किया जाना है।
- भारत सरकार के पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्रालय के तत्त्वाधान में 13वाँ अंतर्राष्ट्रीय तेल और गैस सम्मेलन और प्रदर्शनी (PETROTECH-2019) का आयोजन किया जा रहा है।
- पेट्रोटेक - 2019 को भारत का प्रमुख हाइड्रोकार्बन सम्मेलन माना जाता है।
- यह तीन दिवसीय कार्यक्रम 10-12 फरवरी, 2019 तक आयोजित किया जाएगा।
- PETROTECH-2019 प्रदर्शनी में मेक इन इंडिया और अक्षय ऊर्जा थीम पर विशेष क्षेत्रों के साथ-साथ भारत के तेल और गैस क्षेत्र में हाल के बाज़ार और निवेशकों के अनुकूल विकास को दर्शाया जाएगा।
महामस्तकाभिषेक महोत्सव
हाल ही में श्रवणबेलगोला स्थित भगवान गोमतेश्वर बाहुबली की मूर्ति का अनावरण कर राष्ट्रपति ने महामस्तकाभिषेक महोत्सव का उद्घाटन किया। यह महोत्सव 9-18 फरवरी, 2019 तक मनाया जाएगा।
- महामस्तकाभिषेक 12 वर्षों में एक बार मनाया जाता है। अब तक का यह चौथा महामस्तकाभिषेक है इससे पहले यह वर्ष 1982, 1995, 2007 में मनाया गया।
- भगवान बाहुबली पहले जैन तीर्थंकर भगवान ऋषभनाथ के पुत्र थे।
- जैन मान्यताओं के अनुसार, बाहुबली ने निरंतर लंबी अवधि तक ध्यान में रहकर सांसारिक विषय-विकारों से मुक्ति प्राप्त की थी एवं मोक्ष भी सबसे पहले बाहुबली को ही प्राप्त हुआ था।