प्रीलिम्स फैक्ट्स: 10 अक्तूबर, 2019 | 10 Oct 2019
जैमिनी
GEMINI
आपदा संबंधी चेतावनी, आपातकालीन जानकारी और संचार तथा मछुआरों के लिये चेतावनी एवं मछली संभावित क्षेत्रों (Potential Fishing Zones- PFZ) की पहचान के लिये पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने 9 अक्तूबर, 2019 को गगन आधारित समुद्री संचालन और जानकारी- जैमिनी (Gagan Enabled Mariner’s Instrument for Navigation and Information- GEMINI) उपकरण लॉन्च किया।
उद्देश्य:
- मछुआरों की आजीविका बढ़ाने, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने और मछली पकड़ने की योजना बनाने में सहायता करना।
- आपातकालीन स्थितियों जैसे चक्रवात के समय सूचनाओं का प्रसार करना।
यह कैसे कार्य करेगा?
- जैमिनी उपकरण, गगन उपग्रह से प्राप्त डाटा को ब्लूटूथ संचार द्वारा मोबाइल तक पहुँचाएगा क्योंकि तट से अधिक दूर जाने पर मछुआरों का मोबाइल नेटवर्क संपर्क टूट जाता है।
- भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र द्वारा विकसित मोबाइल एप्लीकेशन से इस सूचना को 9 क्षेत्रीय भाषाओं में प्रदर्शित किया जाएगा।
- जैमिनी उपकरण के संचालन के लिये गगन प्रणाली के तीन भू-समकालिक उपग्रहों (GSAT-8, GSAT-10 और GSAT-15) का प्रयोग किया जाएगा।
किसके द्वारा संचालन किया जाएगा:
- इसका संचालन भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र और भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा।
भारतीय राष्ट्रीय महासागर सूचना सेवा केंद्र
(Indian National Centre for Ocean Information Services- INCOIS)
- यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत एक स्वायत्त निकाय है।
- INCOIS का मुख्य अधिदेश महासागर का अवलोकन कर इससे संबंधित जानकारियों को जनसामान्य के लिये सुलभ बनाना है।
- INCOIS का मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है।
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण
(Airports Authority of India- AAI)
- यह नागरिक उड्डयन मंत्रालय के तहत एक सांविधिक निकाय है।
- इसका गठन संसद के एक अधिनियम द्वारा राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण और अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा प्राधिकरण का विलय करके किया गया था।
- इसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
एकुवेरिन सैन्य अभ्यास
Ekuverin Military Exercise
भारत और मालदीव की सेनाओं के बीच संयुक्त सैन्य अभ्यास एकुवेरिन (Ekuverin) के 10वें संस्करण का आयोजन 07-20 अक्तूबर 2019 तक महाराष्ट्र के पुणे में औंध में किया जा रहा है।
एकुवेरिन (Ekuverin) शब्द का अर्थ?
- धिवेही (Dhivehi) भाषा में एकुवेरिन (Ekuverin) शब्द का अर्थ- मित्र (Friend) होता है।
एकुवेरिन (Ekuverin) क्या है?
- भारत और मालदीव की सेनाओं के बीच इस सैन्य अभ्यास का आयोजन वर्ष 2009 से किया जा रहा है।
- पिछला सैन्य अभ्यास वर्ष 2018 में मालदीव के माफिलाफुसी (Maafilaafushi) स्थित नार्दर्न एरिया हेडक्वार्टर में किया गया था।
उद्देश्य:
- भारत और मालदीव के बीच घनिष्ठ जातीय, भाषाई, सांस्कृतिक, धार्मिक और वाणिज्यिक संबंध है। एकुवेरिन सैन्य अभ्यास का उद्देश्य दोनों देशों के बीच संबंधों को और मज़बूत करना है।
- इस सैन्य अभ्यास के दौरान आतंकवाद-रोधी अभियानों हेतु साझा सैन्य अभ्यास का आयोजन किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य दक्षिण एशिया में आतंकवादी गतिविधियों को रोकना है।
मालदीव:
- मालदीव भारत के दक्षिण-पश्चिम में स्थित एक छोटा सा द्वीपीय देश है।
- यहाँ पर 99% जनसंख्या इस्लाम धर्म की अनुयायी है।
- मालदीव जलवायु परिवर्तन से सबसे अधिक प्रभावित होने वाले देशों में से एक है क्योंकि यहाँ की समुद्र से ऊँचाई अत्यधिक कम है।
- मालदीप की राजधानी माले है।
गंगा आमंत्रण अभियान
Ganga Aamantran Abhiyan
जल शक्ति मंत्रालय द्वारा गंगा आमंत्रण अभियान की शुरुआत की गई है।
क्या है गंगा आमंत्रण अभियान?
- गंगा आमंत्रण अभियान एक राफ्टिंग और नौका चालन अभियान है।
- यह अभियान उत्तराखंड के देवप्रयाग से लेकर पश्चिम बंगाल के गंगा सागर तक क्रियान्वित किया जाएगा।
- यह अभियान ऋषिकेश, हरिद्वार, कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, पटना और कोलकाता के रास्ते से गंगासागर पहुंँचेगा।
उद्देश्य:
- गंगा नदी को प्रदूषण रहित बनाने और जल संरक्षण के संदेश को व्यापक पैमाने पर प्रसारित करने हेतु यह एक प्रकार का सामाजिक अभियान है।
- गंगा नदी में प्रदूषण के कारण हो रहे पारिस्थितिकी बदलाओं से लोगों को जागरूक किया जाएगा।
क्रियाविधि:
- देवप्रयाग से गंगासागर के बीच क्रियान्वित इस अभियान में थल सेना, जल सेना और वायु सेना के कुछ सैनिक शामिल होंगे, जिनका नेतृत्व विंग कमांडर परमवीर सिंह द्वारा किया जाएगा।
- इस समूह में राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल (National Disaster Response Force- NDRF) और वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (Council of Scientific and Industrial Research- CSIR) के सदस्य भी शामिल होंगे।
- CSIR के सदस्य अभियान के दौरान विभिन्न स्थानों से गंगा के पानी का सैंपल एकत्र कर अनुसंधान कार्य भी करेंगे।
शनि ग्रह
Saturn
20 नए उपग्रहों की खोज के बाद अब शनि ग्रह के 82 उपग्रह हो गए हैं।
नए उपग्रहों के बारे में:
- शनि अब सौरमंडल का सबसे अधिक उपग्रहों वाला ग्रह हो गया है। इस खोज के पहले तक सौरमंडल में सबसे अधिक 79 उपग्रह बृहस्पति के थे।
- शनि के खोजे गए 20 नए उपग्रह माइनसक्यूल (Minuscule) हैं और इनका अधिकतम व्यास लगभग 5 किमी. है।
- शनि के नए उपग्रहों में से 17 उपग्रह, ग्रह के विपरीत या प्रतिगामी दिशा में परिक्रमण कर रहे हैं।
- ये उपग्रह शनि से इतनी दूर हैं कि इनको ग्रह की एक बार परिक्रमा करने में 2 से 3 वर्ष का समय लगता है।
कैसे खोजे गए उपग्रह?
- वैज्ञानिकों की टीम ने हवाई स्थित दूरबीन के माध्यम से एक विस्तृत विश्लेषण के बाद इन उपग्रहों की खोज की।
- वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अभी और 100 टिनियर (Tinier) उपग्रह (छोटे आकर के उपग्रह) शनि की परिक्रमा कर रहे हैं लेकिन इनको खोजा नहीं जा सका है।