प्रीलिम्स फैक्ट्स: 10 दिसंबर, 2019 | 10 Dec 2019
व्हाइट आइलैंड
(White Island)
हाल ही में न्यूज़ीलैंड के व्हाइट आइलैंड पर हुए ज्वालामुखी विस्फोट के कारण कुछ पर्यटकों की मौत हो गई।
व्हाइट आइलैंड:
- व्हाइट आइलैंड एक सक्रिय ऐंडेसाइट स्ट्रेटो ज्वालामुखी (Andesite Strato Volcano) है, जो न्यूज़ीलैंड के उत्तरी द्वीप के पूर्वी तट से 30 मील की दूरी पर प्लेंटी की खाड़ी (Bay of Plenty) में स्थित है।
- स्ट्रेटो ज्वालामुखी: स्ट्रेटो ज्वालामुखी, जिसे समग्र ज्वालामुखी के रूप में भी जाना जाता है, एक शंक्वाकार ज्वालामुखी है जो कठोर लावा, टेफ्रा, प्यूमिस और राख की कई परतों द्वारा निर्मित होता है।
- सक्रिय ज्वालामुखी: वे ज्वालामुखी जिनसे समय-समय पर मैग्मा निकलता रहता है या वर्तमान में उद्गार हो रहे हैं जैसे- लिपारी द्वीपसमूह (इटली) का स्ट्राम्बोली (भूमध्यसागर का प्रकाश स्तंभ)
- व्हाइट आइलैंड न्यूज़ीलैंड का सबसे सक्रिय शंकु ज्वालामुखी है जिसका लगभग 70% हिस्सा समुद्र के नीचे स्थित है।
- व्हाइट आइलैंड ताऊपो ज्वालामुखी क्षेत्र (Taupo Volcanic Zone) का हिस्सा है, ताऊपो ज्वालामुखी क्षेत्र न्यूज़ीलैंड के उत्तरी द्वीप में एक ज्वालामुखी क्षेत्र है जो पिछले दो मिलियन वर्षों से सक्रिय है।
पृष्ठभूमि
- 20 फरवरी, 1992 को व्हाइट आइलैंड ज्वालामुखी को न्यूज़ीलैंड का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी घोषित किया गया था।
- इस द्वीप की खोज वर्ष 1769 के आसपास पहली बार ‘जेम्स कुक’ ने की थी।
- इस द्वीप को माओरी (न्यूज़ीलैंड के मूल निवासी) लोगों द्वारा ‘व्हाकारी’ (Whakaari) नाम दिया गया है।
व्हाइट आइलैंड: पर्यटन का केंद्र
- 1920 के दशक में खनन के दौरान इमारतों के अवशेष मिलने से यह आइलैंड एक पर्यटक आकर्षण केंद्र बन गया जो हर साल 17,000 से अधिक पर्यटकों को आकर्षित करता है।
ज्वालामुखी से संबंधित शब्दावली:
- मैग्मा/लावा: मैग्मा एक गर्मगलित पदार्थ है, जिसकी उत्त्पति तापमान में वृद्धि या दाब में कमी या दोनों के कारण होती है और यह पृथ्वी की सतह के नीचे निर्मित होता है। जब यह मैग्मा सतह पर पहुँचता है तो उसे ‘लावा’ कहते हैं।
- ज्वालामुखी शंकु: शंकु का निर्माण ज्वालामुखी उद्गार के समय निकास नली के चारों ओर लावा का शंक्वाकार रूप में जमने से होता है, जबकि इसका मध्य भाग एक कीपानुमा गर्त के रूप में विकसित होता है।
- प्यूमिस: ये लावा के झाग से बने होते हैं इसलिये इनका घनत्व जल के घनत्व से भी कम होता है, फलतः ये जल के ऊपर तैरते हैं।
- धूल/राख: ये अत्यंत महीन कण होते है जो हवा के साथ उड़ सकते हैं।
मानवाधिकार दिवस
(Human Rights Day)
दुनिया भर में लोगों को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से प्रतिवर्ष 10 दिसंबर को मानवाधिकार दिवस (Human Rights Day) मनाया जाता है।
थीम:
वर्ष 2019 की थीम ‘यूथ स्टैंडिंग अप फॉर ह्यूमन राइट्स’ (Youth Standing up for Human Rights) है।
लक्ष्य:
इस मानवाधिकार दिवस पर संयुक्त राष्ट्र का लक्ष्य युवाओं को परिवर्तन के एजेंट के रूप में आगे लाना तथा नस्लवाद, घृणास्पद भाषण, गुंडागर्दी, भेदभाव के खिलाफ एवं जलवायु न्याय के लिये संघर्ष को प्रोत्साहित करना है।
पृष्ठभूमि:
- मानवाधिकारों की सार्वभौम घोषणा (Universal Declaration of Human Rights- UDHR) एक महत्त्वपूर्ण ऐतिहासिक दस्तावेज़ है, जिसे संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 10 दिसंबर, 1948 को पेरिस (फ्राँस) में अपनाया था।
- इस घोषणा में बताया गया है कि विश्व में न्याय, स्वतंत्रता और शांति के स्तंभ, मानव जाति के समान तथा अक्षम्य अधिकार एवं उनकी अंतर्निहित गरिमा पर टिके हुए है।
- वर्ष 1991 में पेरिस में हुई संयुक्त राष्ट्र की बैठक ने सिद्धांतों का एक समूह (जिन्हें पेरिस सिद्धांतों के नाम से जाना जाता है) तैयार किया जो आगे चलकर राष्ट्रीय मानवाधिकार संस्थाओं की स्थापना और संचालन की नींव साबित हुआ।
- संयुक्त राष्ट्र महासभा ने दिसंबर 1993 में 10 दिसंबर को प्रतिवर्ष मानवाधिकार दिवस के रूप में मनाए जाने की घोषणा की।
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग
(National Human Rights Commission-NHRC)
- राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग एक स्वतंत्र वैधानिक संस्था है, जिसकी स्थापना मानव अधिकार संरक्षण अधिनियम, 1993 के प्रावधानों के तहत 12 अक्तूबर, 1993 को की गई थी।
- NHRC एक बहु-सदस्यीय संस्था है जिसमें एक अध्यक्ष सहित 7 सदस्य होते हैं।
- यह भारतीय संविधान द्वारा दिये गए मानवाधिकारों जैसे - जीवन का अधिकार, स्वतंत्रता का अधिकार और समानता का अधिकार आदि की रक्षा करता है और उनके प्रहरी के रूप में कार्य करता है।
वोल्कर नियम
(Volcker Rule)
हाल ही में फेडरल रिज़र्व के पूर्व अध्यक्ष पॉल वोल्कर, जिन्होंने 1980 के दशक में अमेरिका की मुद्रास्फीति से निपटने में मदद की तथा वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान वॉल स्ट्रीट सुधारों को प्रेरित किया था, का निधन हो गया।
- वर्ष 2008 में अमेरिकी अर्थव्यवस्था को आर्थिक संकट से उबारने के लिये, उन्होंने ‘वोल्कर नियम’ का प्रस्ताव दिया था।
- वोल्कर नियम में बैंकों को जमाकर्त्ताओं की नकदी के साथ उच्च जोखिम वाले निवेश करने से प्रतिबंधित किया गया था।
वोल्कर नियम बैंकिंग संस्थाओं को प्रतिबंधित करता है-
- वोल्कर नियम बैंकों को प्रतिभूतियों, डेरिवेटिव्स और कमोडिटी फ्यूचर्स के अल्पकालिक स्वामित्व व्यापार (short term properietary trading) के लिये अपने स्वयं के खातों का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगाता है।
- यह नियम बैंकों या बीमित डिपॉजिटरी संस्थाओं को हेजफंड या निजी इक्विटी फंड में स्वामित्व हितों को प्राप्त करने के लिये कुछ छूट प्रदान करते हुए प्रतिबंध लगाता है।
अन्य बिंदु:
- स्वामित्व व्यापार (Proprietary Trading) तब होता है जब कोई बैंक या फर्म प्रत्यक्ष लाभ के उद्देश्य से अपने स्वयं के धन का निवेश करता है।
- इस तरह बैंक या फर्म अपने ग्राहकों के पैसे का उपयोग करने के बजाय अपने स्वयं के खाते से संबंधित स्टॉक (Stock), डेरिवेटिव्स (Derivatives), बॉण्डस (Bonds), कमोडिटीज़ या अन्य वित्तीय साधनों का इस्तेमाल करता है।
विश्व धरोहर सप्ताह 2019
World Heritage Week 2019
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को) द्वारा प्रत्येक वर्ष 19 नवंबर से 25 नवंबर तक विश्व धरोहर सप्ताह मनाया जाता है। भारत में विश्व धरोहर सप्ताह भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण (ASI) द्वारा मनाया जाता है।
प्रमुख विशेषताएँ:
- इसका उद्देश्य समृद्ध धरोहर के प्रति लोगों को जागरूक करना और इनके संरक्षण के लिये प्रयास करना है।
- भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण और कई अन्य संग्रहालयों द्वारा प्राचीन स्मारकों के महत्त्व एवं संरक्षण के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिये विश्व धरोहर सप्ताह मनाया जाता है।
- भारत में 38 यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल हैं जिनमें से 30 सांस्कृतिक स्थल, 7 प्राकृतिक स्थल और 1 मिश्रित स्थल शामिल हैं।
- यूनेस्को की सांस्कृतिक धरोहर स्थलों की सूची में ‘जयपुर’ सबसे नया है।
संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO)
(United Nations Educational, Scientific and Cultural Organization)
- यूनेस्को की स्थापना वर्ष 1945 में स्थायी शांति बनाए रखने के रूप में "मानव जाति की बौद्धिक और नैतिक एकजुटता" को विकसित करने के लिये की गई थी।
- इसका मुख्यालय पेरिस (फ्राँस) में स्थित है।
- गठन: 16 नवंबर, 1945
- कार्य: शिक्षा, प्रकृति तथा समाज विज्ञान, संस्कृति और संचार के माध्यम से अंतर्राष्ट्रीय शांति को बढ़ावा देना।
- उद्देश्य: इसका उद्देश्य शिक्षा एवं संस्कृति के अंतर्राष्ट्रीय सहयोग से शांति एवं सुरक्षा की स्थापना करना है, ताकि संयुक्त राष्ट्र के चार्टर में वर्णित न्याय, कानून का राज, मानवाधिकार एवं मौलिक स्वतंत्रता हेतु वैश्विक सहमति बन पाए।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण
(Archaeological Survey of India-ASI):
- भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण राष्ट्र की सांस्कृतिक विरासतों के पुरातत्त्वीय अनुसंधान तथा संरक्षण के लिये एक प्रमुख संगठन है।
- भारतीय पुरातत्त्व सर्वेक्षण का प्रमुख कार्य राष्ट्रीय महत्त्व के प्राचीन स्मारकों तथा पुरातत्त्वीय स्थलों और अवशेषों का रख-रखाव करना है ।
- इसके अतिरिक्त प्राचीन संस्मारक तथा पुरातत्त्वीय स्थल और अवशेष अधिनियम, 1958 के प्रावधानों के अनुसार, यह देश में सभी पुरातत्त्वीय गतिविधियों को विनियमित करता है।
- यह पुरावशेष तथा बहुमूल्य कलाकृति अधिनियम, 1972 को भी विनियमित करता है।
- भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्कृति मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।