विश्व स्वास्थ्य दिवस प्रत्येक वर्ष 7 अप्रैल को मनाया जाता है।
यह दिवस लोगों को स्वास्थ्य के प्रति अधिक जागरूक बनाने के लिये विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक पहल है।
WHO की स्थापना 7 अप्रैल, 1948 में हुई थी। इसीलिये 7 अप्रैल को विश्व स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है।
इस वर्ष के स्वास्थ्य दिवस की थीम है- यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज। जिसका तात्पर्य आय की विभिन्नता से परे सभी लोगों की गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा तथा स्वास्थ्य संबंधी अन्य आवश्यकताओं तक पहुँच सुनिश्चित करना है।
संशोधित क्रेडिट अनुपात (Modified Credit Ratio)
संशोधित क्रेडिट अनुपात (Modified Credit Ratio- MCR) रेटिंग की गतिशीलता मापने में मदद करता है।
इसे 'उन्नयन और पुन: पुष्टि' से ‘अवनयन और पुन: पुष्टि’ के अनुपात के रूप में परिभाषित किया जाता है।
एमसीआर में वृद्धि का तात्पर्य स्थिर और रेटेड संस्थाओं की क्रेडिट गुणवत्ता में सुधार है।
MCR में कमी का अर्थ है रेटेड संस्थाओं की क्रेडिट गुणवत्ता में गिरावट।
बिक्री में वृद्धि, लाभ मार्जिन में वृद्धि, अनुकूल लिक्विडिटी स्थिति के कारण संस्थाओं को अपग्रेड (उन्नयन) किया जाता है।
लिक्विडिटी की कमी, पूंजी संरचना में गिरावट और संचालन की मात्रा में गिरावट के कारण संस्थाओं को डाउनग्रेड (अवनयन) किया जाता है।
दुनिया भर के अस्पतालों में रोगियों के लिये दवाओं के प्रति फंगल संक्रमण से संबंधित प्रतिरोधक क्षमता का पता लगाया जा रहा है।
कवक को कैंडिडा ऑरिस (candida auris-C auris) के रूप में नामित किया गया है जो कमज़ोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोगों पर हमला करता है।
यह तेज़ी से दुनिया भर में फैल रहा है। पिछले पाँच वर्षों में इसकी पहचान वेनेजुएला, स्पेन, ब्रिटेन, भारत, पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका में की गई है।
हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में भी सी. ऑरिस की पहचान की गई थी।
सी. ऑरिस प्रमुख एंटीफंगल दवाओं के प्रति प्रबल है, जो इसे दुनिया के सबसे दुसाध्य उपचार खतरों में से एक का नया उदाहरण बनाता है।
इसके संक्रमण के लक्षणों में बुखार, दर्द और थकान का होना है। रोग नियंत्रण केंद्र संयुक्त राज्य अमेरिका के अनुसार, सी. ऑरिस के संक्रमण वाले आधे से अधिक मरीजों की मृत्यु 90 दिनों के भीतर हो जाती है।
रवांडा नरसंहार के 25 साल
हाल ही में रवांडा के राष्ट्रपति ने किगाली नरसंहार स्मारक पर एक स्मरण ज्योति प्रज्ज्वलित की जहाँ रवांडा नरसंहार के 2,50,000 से अधिक पीड़ितों को दफनाया गया है।
रवांडा हर साल अप्रैल में अपने वार्षिक 100 दिनों के शोक की शुरुआत करता है जो तुत्सी अल्पसंख्यक के खिलाफ नरसंहार की याद दिलाता है।
रवांडा में लगभग 85% आबादी हुतस थी और बाकी 14% तुत्सी अल्पसंख्यक शामिल थे तथा 1% अन्य समुदाय के लोग थे।
7 अप्रैल, 1994 को राष्ट्रपति जुवेनल हबरिमाना जो कि हुतु समुदाय के थे, की हत्या कर दी गई थी। उनकी हत्या के बाद तुत्सी के अल्पसंख्यक समुदाय और राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ बड़े पैमाने पर हिंसा हुई थी।
1994 में मात्र 100 दिनों में ही जातीय हुतु चरमपंथियों द्वारा रवांडा में लगभग 800,000 लोगों की हत्या कर दी गई थी। वे अल्पसंख्यक तुत्सी समुदाय के सदस्यों को निशाना बना रहे थे, साथ ही अपने राजनीतिक विरोधियों को, चाहे वे किसी भी जातिय और मूल के हों।