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प्रीलिम्स फैक्ट्स: 06 फरवरी, 2019

  • 06 Feb 2019
  • 5 min read

संगीत नाटक अकादमी पुरस्‍कार (Sangeet Natak Akademi Awards)

भारत के राष्‍ट्रपति ने राष्‍ट्रपति भवन में आयोजित विशेष अलंकरण समारोह में प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी पुरस्‍कार, 2017 प्रदान किये।

  • संगीत नाटक अकादमी की सामान्‍य परिषद (General Council of the Sangeet Natak Akademi), भारत सरकार के संस्‍कृति मंत्रालय की स्वायत्त संस्‍था राष्‍ट्रीय संगीत, नृत्‍य और नाटय अकादमी ने संगीत नाटक अकादमी पुरस्‍कार (अकादमी पुरस्‍कार) 2017 के लिये संगीत, नृत्‍य, थिएटर, पारंपरिक/लोक/जनजातीय, संगीत/नृत्‍य/थिएटर/कठपुतली कला तथा कला के क्षेत्र में समग्र योगदान/छात्रवृत्ति हेतु उक्त क्षेत्रों के 42 कलाकारों का चयन किया।
  • ये अकादमी पुरस्‍कार वर्ष 1952 से दिये जा रहे हैं।
  • यह सम्‍मान न केवल उत्‍कृष्‍टता और उपलब्धि के उच्‍च मानकों के संकेतक है बल्कि व्‍यक्तिगत कार्य/योगदान को भी मान्‍यता देता है।
  • अकादमी पुरस्‍कार के तहत ताम्रपत्र तथा अंगवस्‍त्रम के अतिरिक्‍त एक लाख रुपए की राशि प्रदान की जाती है।

सुरक्षित शहर परियोजना (Safe City Project)

निर्भया फंड योजना के लिये अधिकारियों की अधिकार प्राप्त समिति (Empowered Committee of Officers for Nirbhaya Funds Scheme) ने आठ चुनिंदा महानगरों में सुरक्षित शहर परियोजना को मंज़ूरी दे दी है।

  • जिन महानगरों के लिये इस परियोजना को मंज़ूरी दी गई है उनमें शामिल हैं- दिल्ली, कोलकाता, मुंबई, चेन्नई, बंगलूरू, हैदराबाद, अहमदाबाद और लखनऊ।
  • सेफ सिटी प्रोजेक्ट या सुरक्षित शहर परियोजना का उद्देश्य सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करना है।
  • इस परियोजना की कुल लागत राशि 2919.55 करोड़ रुपए है। उपरोक्त आठ में से पाँच राज्यों में इस परियोजना के लिये धन जारी किया गया है।
    परियोजना की लागत केंद्र सरकार और संबंधित राज्यों के बीच 60:40 के अनुपात में साझा की जाती है। लेकिन दिल्ली में यह परियोजना पूरी तरह से केंद्र सरकार द्वारा वित्तपोषित है।

इसरो ने लॉन्च किया जीसैट -31 (GSAT-31 launched by ISRO)

हाल ही में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने दक्षिण अमेरिका के फ्रेंच गुयाना से GSAT-31 ऑनबोर्ड एरियन 5 रॉकेट लॉन्च किया है। जीसैट -31 भारत का 40वाँ संचार उपग्रह है।

  • जीसैट -31 भारत का नवीनतम संचार उपग्रह है। यह कू-बैंड (Ku-Band) के साथ एक ‘उच्च क्षमता का संचार उपग्रह है।
  • GSAT-31 जल्द ही समाप्त होने जा रहे INSAT-4CR और INSAT-4A उपग्रहों की जगह लेगा और इन उपग्रहों द्वारा वर्तमान में प्रदान की जाने वाली सेवाओं की निरंतरता बनाए रखने में मदद करेगा।
  • यह उपग्रह एटीएम, स्टॉक एक्सचेंज, ई-गवर्नेंस अनुप्रयोगों और डायरेक्ट-टू-होम (DTH) सेवाओं के लिये वेरी स्मॉल एपर्चर टर्मिनल्स (Very Small Aperture TerminalsVSAT) को कनेक्टिविटी प्रदान करेगा।
  • यह अनुप्रयोगों, आपातकालीन संचार, आपदा प्रबंधन सहायता के होस्ट के लिये ज़्यादा मात्रा में डेटा हस्तांतरण हेतु दूरसंचार अनुप्रयोग भी प्रदान करेगा।

GSAT-31

  • वजन: 2,536 किलोग्राम
  • पेलोड: कू-बैंड ट्रांसपोंडर (दूरसंचार प्रणाली में सिग्नल प्राप्त करने और भेजने से संबंधित डिवाइस)
  • कवरेज क्षेत्र: भारतीय मुख्यभूमि और द्वीप
  • मिशन अवधि: 15 साल
  • कक्षा: भू-स्थिर कक्षा (Geostationary orbit)

चुंबकीय उत्तरी ध्रुव में परिवर्तन

हाल ही में अद्यतन (Updated) विश्व चुंबकीय मॉडल (World Magnetic Model) जारी किया गया।

विश्व चुंबकीय मॉडल को 2020 तक जारी किया जाना था, लेकिन पृथ्वी के चुंबकीय उत्तरी ध्रुव में बदलाव के कारण इसे समय से पहले ही जारी कर दिया गया है।

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