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प्रीलिम्स फैक्ट्स: 03 जुलाई, 2020

  • 03 Jul 2020
  • 12 min read

डायना पुरस्कार 

Diana Award

दिल्ली की एक 13 वर्षीय स्कूली छात्रा फ्रेया ठकराल (Freya Thakral) को वर्ष 2020 के डायना पुरस्कार (Diana Award) के लिये चुना गया है जो वेल्स की राजकुमारी डायना की जयंती पर युवाओं के मानवीय प्रयासों के लिये दिया जाने वाला सम्मान है। 

प्रमुख बिंदु: 

  • फ्रेया ठकराल को यह पुरस्कार ‘रिसाइकलर एप’ (Recycler App) विकसित करने के लिये प्रदान किया जाएगा। यह वेब-आधारित मोबाइल एप्लिकेशन उपयोगकर्त्ताओं को अपशिष्ट-संचालकों से जोड़ने का काम करता है।
  • डोर-टू-डोर अपशिष्ट उठाने की यह प्रक्रिया पुन: प्रयोज्य कचरे के आसान निपटान में उन लोगों की मदद करती है जिनके पास अपने कचरे को छोड़ने के लिये साधन या समय नहीं है।
  • यह एप उन अपशिष्ट संचालकों के लिये भी मददगार है जिनकी कमाई आमतौर पर कम होती है और अपशिष्ट के अनुचित रखरखाव के कारण स्वास्थ्य संबंधी कठिनाइयाँ भी उत्पन्न होती हैं।
  • अपशिष्ट के सतत् पुनर्चक्रण के लिये फ्रेया ठकराल का योगदान गरीबी उन्मूलन, नवाचार, बुनियादी ढाँचा, खपत एवं जलवायु कार्रवाई हेतु सतत् विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है।

डायना पुरस्कार:

  • डायना पुरस्कार की स्थापना वर्ष 1999 में तत्कालीन चांसलर गॉर्डन ब्राउन (Gordon Brown) की अध्यक्षता वाले एक बोर्ड द्वारा की गई थी। जिनके अनुसार यह पुरस्कार युवा लोगों की उत्कृष्ट उपलब्धियों के समर्थन में वेल्स की राजकुमारी ‘डायना’ की व्यक्तिगत रुचि को दर्शाता है। 
  • यह पुरस्कार 9-25 वर्ष की आयु के युवाओं को उनके सामाजिक अथवा मानवीय कार्य के लिये  प्रदान किया जाता है।
  • यह पुरस्कार राजकुमारी डायना के दो बेटों ‘प्रिंस विलियम’ और ‘प्रिंस हैरी’ द्वारा समर्थित डायना अवार्ड चैरिटी (Diana Award Charity) द्वारा दिया जाता है।

धम्म चक्र दिवस

Dharma Chakra Day

अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ (International Buddhist Confederation- IBC) भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) के साथ मिलकर आगामी आषाढ़ पूर्णिमा (4 जुलाई, 2020) को धम्म चक्र दिवस (Dharma Chakra Day) मनाएगा।

Asadha-Poornima

प्रमुख बिंदु:

  • आषाढ़ पूर्णिमा का यह पावन दिवस भारतीय सूर्य कैलेंडर के अनुसार आषाढ़ महीने की पहली पूर्णिमा को होता है जो श्रीलंका में ‘एसाला पोया’ (Esala Poya) तथा थाईलैंड में ‘असान्हा बुचा’ (Asanha Bucha) के नाम से विख्यात है। 
  • बुद्ध पूर्णिमा या वेसाक (Vesak) के बाद बौद्धों का यह दूसरा सबसे पवित्र दिवस है।
  • यह दिवस भगवान बुद्ध के ज्ञान प्राप्त करने के बाद वाराणसी (उत्तरप्रदेश) के निकट सारनाथ (ऋषिपत्तनम्) के हिरण उद्यान में आषाढ़ महीने की पहली पूर्णिमा को पहले पाँच तपस्वी शिष्यों (पंचवर्गिका) को उपदेश दिये जाने को चिह्नित करता है। जिसे बौद्ध ग्रंथों में धर्मचक्रप्रवर्तन कहा गया।

धर्मचक्रप्रवर्तन:

  • ‘धर्मचक्रप्रवर्तन’ सूत्र का यह उपदेश ‘धर्म के प्रथम चक्र के घूमने’ के नाम से भी विख्यात है और चार पवित्र सत्य तथा उच्च अष्टमार्ग से मिलकर बना है। इस सूत्र का उल्लेख बौद्ध ग्रंथ ‘धम्मचक्कपवत्तना सुत्त’ (Dhammacakkappavattana Sutta) में किया गया है।
  • सन्यासियों (महिला एवं पुरुष दोनों) के लिये वर्षा ऋतु निवर्तन भी इसी दिन से आरंभ होता है जो जुलाई से अक्तूबर तक के तीन चंद्र महीनों तक चलता है। इस समय को सन्यासी एकल स्थान पर गहन साधना करते हुए व्यतीत करते हैं। 
    • इस अवधि के दौरान गृहस्थ समुदायों द्वारा उनकी सेवा की जाती है जो उपोस्था अर्थात् आठ नियमों का पालन करते हैं तथा अपने गुरुओं के दिशा-निर्देश में ध्यान करते हैं।
  • इस दिन को बौद्धों एवं हिंदुओं के द्वारा अपने गुरुओं के प्रति सम्मान प्रकट करने के लिये गुरु पूर्णिमा के रूप में भी मनाया जाता है।

अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ

(International Buddhist Confederation):

  • अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ दिल्ली स्थित सबसे बड़ा धार्मिक बौद्ध संघ है। 
  •  ‘लामा लोबज़ंग’ (Lama Lobzang) ने इसके गठन में अहम् भूमिका निभाई है।
  • इस परिसंघ को सबसे पहले एक संगठन के रूप में नामित किया गया जो पूरी दुनिया से बौद्धों को एकजुट करता है।

काकी

Kaki

न्यूज़ीलैंड सरकार द्वारा बड़े पैमाने पर चलाई जा रही संरक्षण परियोजना के कारण पिछले दो वर्षों में वनों में पाए जाने वाले काकी (Kaki) पक्षियों की संख्या को दोगुना करने में मदद मिली है।

Kaki

प्रमुख बिंदु:

  • संरक्षण परियोजना के कारण न्यूजीलैंड में वयस्क काकी पक्षियों की आबादी में 30% की वृद्धि हुई है। 
  • न्यूज़ीलैंड के जंगलों में अब कुल 169 काकी पक्षी हैं।
  • न्यूज़ीलैंड के संरक्षण विभाग ने लगभग 40 वर्ष पहले अपना ‘काकी रिकवरी प्रोग्राम’ (Kaki Recovery Program) लॉन्च किया था और तब से इन दुर्लभ एवं अद्वितीय पक्षियों की आबादी बढ़ाने की दिशा में काम कर रहा है।
    • ये पक्षी न्यूज़ीलैंड के मैकेंज़ी बेसिन (Mackenzie Basin) और दक्षिण द्वीप (South Island) में बड़े पैमाने पर प्रजनन करते हैं।

काकी (Kaki): 

  • ‘काकी’ को ब्लैक स्टिल्ट (Black Stilt) भी कहा जाता है। यह न्यूज़ीलैंड का स्थानीय पक्षी है।   
  • इसका वैज्ञानिक नाम ‘हिमांटोपस नोवेज़ीलैंडिया’ (Himantopus Novaezelandiae) है। 
  • इसका शरीर व चोंच काले रंग की होती है तथा इसके लंबे पैर गुलाबी रंग के होते हैं। 
  • IUCN की रेड लिस्ट में इसे ‘गंभीर संकटग्रस्त’ (Critically Endangered) की श्रेणी में सूचीबद्ध किया गया है।

बोत्सवाना का ओकावांगो डेल्टाई क्षेत्र

Botswana's Okavango Delta region

हाल ही में अफ्रीका महाद्वीप में बोत्सवाना (Botswana) के प्रसिद्ध ओकावांगो डेल्टाई क्षेत्र (Okavango Delta Region) में सैकड़ों हाथियों की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई।

Okavango-Delta

प्रमुख बिंदु:

  • अफ्रीकी महाद्वीप के दक्षिणी में स्थित बोत्सवाना एक भू-आबद्ध देश है। 
  • बोत्सवाना दुनिया की सबसे बड़ी हाथी आबादी वाला देश है जहाँ हाथियों की अनुमानित संख्या लगभग 130,000 है।
  • यहाँ के ओकावांगो डेल्टाई क्षेत्र के उत्तर में मृत हाथियों की संख्या 356 दर्ज की गई है इनमें से 275 हाथियों की मृत्यु की पुष्टि हो चुकी है। 
    • इन मृत हाथियों की संख्या को एक वन्यजीव संरक्षण चैरिटी ‘एलीफैंट विदाउट बॉर्डर्स’ (Elephants Without Borders- EWB) द्वारा चिह्नित किया गया था, जिसकी गोपनीय रिपोर्ट में 356 मृत हाथियों का जिक्र किया गया है।

एलीफैंट विदाउट बॉर्डर्स

(Elephants Without Borders):

  • अफ्रीकी महाद्वीप के बोत्सवाना गणराज्य में ‘एलीफैंट विदाउट बॉर्डर्स’ (EWB) एक गैर-लाभकारी, कर-मुक्त, पंजीकृत संगठन है।
  • EWB बोत्सवाना के सीमावर्ती शहर काज़ुंगुला (Kazungula) में स्थित है जहाँ बोत्सवाना, नामीबिया, ज़ाम्बिया एवं ज़िम्बाब्वे की सीमाएँ ज़ाम्बेजी नदी के साथ मिलती हैं।
  • EWB आधिकारिक समर्थन के तहत अंगोला, बोत्सवाना, नामीबिया, ज़ाम्बिया एवं ज़िम्बाब्वे के बीच सन्निहित वन्यजीवों के लिये अपनी परियोजनाओं एवं गतिविधियों का संचालन करता है।
  • बोत्सवाना को वन्यजीव संरक्षण के लिये मिली सफलताओं के लिये जाना जाता है। 
    • यहाँ के वन्यजीव हॉट-स्पॉट EWB के लिये आदर्श स्थान है जो शोधकर्त्ताओं को हाथियों के आवास, प्रवास पैटर्न, व्यवहार एवं उनका पारिस्थितिकी अध्ययन करने की सुविधा प्रदान करते हैं।

ओकावांगो डेल्टाई क्षेत्र

(Okavango Delta region):

  • बोत्सवाना में ओकावांगो डेल्टाई क्षेत्र एक दलदली अंतर्देशीय डेल्टा है जहाँ ओकावांगो नदी कालाहारी के एंडोरेहिक बेसिन (Endorheic Basin) के मध्य भाग में एक विवर्तनिक गर्त तक पहुँचती है।
    • यह क्षेत्र कभी मक्गादिक्गादी झील (Makgadikgadi Lake) का हिस्सा था जो एक प्राचीन झील थी और होलोसीन युग के दौरान सूख गई थी।
  • इस डेल्टा को अफ्रीका महाद्वीप के सात प्राकृतिक आश्चर्यों में से एक के रूप में नामित किया गया था जिसकी आधिकारिक घोषणा पर वर्ष 2013 में तंज़ानिया में की गई थी।
  • वर्ष 2014 में ओकावांगो डेल्टा को आधिकारिक तौर पर यूनेस्को (UNESCO) की विश्व धरोहर सूची में शामिल किया गया था।
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