प्रिलिम्स फैक्ट्स: 03 अगस्त, 2021 | 03 Aug 2021

मेंढक की नई प्रजाति: मिनरवेरिया पेंटाली

New Frog Species: Minervarya Pentali

हाल ही में पश्चिमी घाट में मेंढक की एक नई प्रजाति की खोज की गई और इसका नाम डीयू के पूर्व कुलपति और पादप आनुवंशिकीविद् ‘दीपक पेंटल’ के नाम पर रखा गया।

Minervarya-Pentali

प्रमुख बिंदु

  • मिनरवेरिया पेंटाली (Minervarya Pentali) नाम की नई मेंढक प्रजाति ‘डिक्रोग्लोसिडे’ (Dicroglossidae) परिवार से संबंधित है।
    • ‘डिक्रोग्लोसिडे’ परिवार में अफ्रीका और एशिया के उष्णकटिबंधीय व उपोष्णकटिबंधीय क्षेत्रों तथा पापुआ न्यू गिनी द्वारा वितरित अर्द्धजलीय मेंढकों की 202 प्रजातियाँ शामिल हैं।
    • परिवार में बड़े आकार (जैसे-जीनस होपलोबैट्राचस) और बौनी प्रजातियाँ (जैसे-जीनस ननोफ्रीज़) शामिल हैं, जिनकी कुल लंबाई लगभग 30 मिमी. है।
  • यह पश्चिमी घाट जैव विविधता हॉटस्पॉट से खोजा गया था, जो भारतीय प्रायद्वीप के दक्षिण-पश्चिमी तट तक फैला हुआ है।
  • यह नई प्रजाति दक्षिणी-पश्चिमी घाट के लिये स्थानिक है।
  • यह प्रजाति सबसे छोटे ज्ञात ‘मिनरवेरिया’ (जीनस) मेंढकों में से एक है।

पश्चिमी घाट:

  • ये भारत के पश्चिमी तट के समानांतर चलने वाली पर्वत शृंखलाएँ हैं जो गुजरात से शुरू होकर तमिलनाडु में समाप्त होती हैं।
  • गुजरात, महाराष्ट्र, गोवा, कर्नाटक, तमिलनाडु और केरल छह भारतीय राज्य हैं जो पश्चिमी घाट से आच्छादित हैं।
  • पर्वत शृंखला जैव विविधता का "हॉटेस्ट हॉटस्पॉट" भी है।
  • पश्चिमी घाट को अक्सर ‘भारत का ग्रेट एस्कार्पमेंट’ कहा जाता है और यह यूनेस्को का विश्व धरोहर स्थल भी है।
  • सदाबहार वनों की उपस्थिति के साथ-साथ उच्च जैव विविधता और स्थानिकता पश्चिमी घाट की विशेषताएँ हैं।