प्रीलिम्स फैक्ट्स: 01 मई, 2019 | 01 May 2019
जापान का राजतंत्र
- 30 अप्रैल, 2019 को जापान के नए सम्राट ‘नारुहितो’ ने औपचारिक रूप से सिंहासन ग्रहण किया और वे जापान के 126 वें सम्राट बने।
- ज्ञातव्य है कि अकिहितो ने स्वैच्छिक रूप से सिंहासन त्यागने की इच्छा व्यक्त की थी, जबकि वह अभी भी कार्य करने में सक्षम हैं।
- स्वैच्छिक रूप से सिंहासन त्यागने की यह घटना 200 वर्षों से अधिक समय में पहली बार हुई है।
- गौरतलब है कि युवराज नारुहितो के राजगद्दी संभालते ही जापान में नए शाही युग ‘रीवा’(Reiwa) की शुरुआत हो गई है।
- ‘रीवा’ युग की शुरुआत के साथ ही 1989 में शुरू हुए ‘हीसेई युग’ (Heisei Era) का अंत हो गया।
- जापान के वर्तमान संवैधानिक प्रावधानों के तहत सम्राट ‘राज्य और अपने लोगों की एकता का प्रतीक’ है।
- सम्राट के पास कोई वास्तविक राजनीतिक शक्ति नहीं होती है लेकिन उसे राज्य के प्रमुख और संवैधानिक सम्राट के रूप में माना जाता है।
सुपरबग
- सुपरबग एक ऐसा सूक्ष्मजीव है, जिस पर एंटीमाइक्रोबियल ड्रग्स का प्रभाव नहीं पड़ता। एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध विकसित करने वाले सूक्ष्मजीवों को ‘सुपरबग’ के नाम से जाना जाता है।
- एंटीबायोटिक दवाओं का धड़ल्ले से प्रयोग किये जाने के कारण बैक्टीरिया में इनके प्रति प्रतिरोधी क्षमता विकसित हो गई है जिससे उनपर दवाओं का असर न के बराबर हो रहा है।
- यही प्रभाव अन्य सूक्ष्मजीवियों (Micro-Organism) के संदर्भ में भी देखा जा रहा है, यानी एंटीफंगल (Antifungal), एंटीवायरल (Antiviral) और एंटीमलेरियल (Antimalarial) दवाओं का असर भी कम होने लगा है।
- अतः एंटीबायोटिक प्रतिरोध (Antibiotic Resistance) ही नहीं बल्कि एंटीमाइक्रोबियल प्रतिरोध (Antimicrobial Resistance)भी आज समस्त विश्व के लिये एक बड़ा खतरा बना हुआ है, क्योंकि इसके कारण सामान्य बीमारियों के चलते भी मौत हो सकती है।
लाल सागर में प्रवाल भित्ति
- वैज्ञानिकों के अनुसार, लाल सागर में पाए जाने वाले प्रवाल पर्यावरण परिवर्तन के प्रति सबसे अधिक अनुकूलन क्षमता प्रदर्शित करते हैं।
- इन प्रवालों में अधिक तापमान, लवणता एवं प्रतिकूल पर्यावरणीय दशाओं के प्रति असाधारण अनुकूलन क्षमता पाई गई।
- लाल सागर, हिंद महासागर का विस्तार है, जो अरब प्रायद्वीप और अफ्रीका के बीच स्थित है।