प्रारंभिक परीक्षा
प्रीलिम्स फैक्ट्स: 01-08-2019
- 01 Aug 2019
- 8 min read
'समर्थ'
‘Samarth’
भारत के प्रमुख ई-कॉमर्स मार्केटप्लेस फ्लिपकार्ट ने भारतीय कारीगरों, बुनकरों और शिल्पकारों को सशक्त बनाने के लिये एक नई पहल 'समर्थ' (Samarth) लॉन्च की है।
- इसके लिये फ्लिपकार्ट ने गैर-सरकारी संगठनों (NGO) सरकारी निकायों और आजीविका मिशन के साथ भागीदारी की है।
- इस कदम से इन अनधिकृत समुदायों को पूरे भारतीय बाज़ार तक पहुँच बनाने तथा 150 मिलियन से अधिक ग्राहकों के साथ जुड़ने में मदद मिलेगी।
- इसके तहत महिलाओं की अगुवाई वाले उद्यमों पर विशेष ध्यान देने के साथ-साथ अलग-अलग तरह के उद्यमी, कारीगर और बुनकर, (जो अक्सर कार्यशील पूंजी, गरीब बुनियादी ढाँचे तक पहुँच की कमी तथा अपर्याप्त प्रशिक्षण जैसी समस्याओं का सामना करते हैं) पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा।
- वित्त एवं कॉर्पोरेट मंत्रालय ने भी सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्रों का समर्थन करने तथा ई-कॉमर्स प्लेटफार्मों को प्रोत्साहित करने के लिये विभिन्न उपाय किये हैं।
- ई-कॉमर्स के ज़रिये अगले कुछ वर्षों में 1 मिलियन रोज़गार सृजित होने की साथ ही लॉजिस्टिक्स एवं वेयरहाउसिंग जैसे उद्योगों में रोजगार बढ़ने की भी संभावना है।
जापानी ई-नीलामी प्रणाली
Japanese e-auction system
भारतीय चाय बोर्ड (Tea Board of India) थोक चाय की ई-नीलामी प्रणाली में सुधार के लिये जापानी ई-नीलामी प्रणाली को अपनाने पर विचार कर रहा है।
- जापानी ई-नीलामी प्रणाली एक आरोही प्रक्रिया है जो उत्तरोत्तर गतिशील रहती है।
- प्रस्तावित सुधार को IIM बंगलुरु द्वारा सुझाया गया है।
- भारतीय नीलामी में जापानी नीलामी प्रारूप अपनाने पर बेहतर मूल्य प्राप्त होने की संभावना है।
- इसके तहत खरीदारों के लिये समान अवसर प्रदान करने की आवश्यकता को संदर्भित करते हुए छोटे खरीदारों के लिये एक अलग विपणन चैनल की व्यवस्था करने का प्रस्ताव दिया गया है।
- चाय की गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये व्यापक दिशा-निर्देशों एवं मानकों के विकास पर जोर दिया गया है।
चाय बोर्ड
(Tea Board)
- टी बोर्ड वाणिज्य मंत्रालय (Ministry of Commerce) के अधीन एक सांविधिक निकाय है।
- बोर्ड के 31 सदस्यों में संसद सदस्य, चाय उत्पादक, चाय विक्रेता, चाय ब्रोकर, उपभोक्ता व मुख्य चाय उत्पादक राज्यों से सरकार के प्रतिनिधि एवं व्यावसायिक संघ के सदस्य (अध्यक्ष सहित) शामिल होते हैं।
- प्रत्येक तीन साल में बोर्ड का पुनर्गठन किया जाता है।
कार्य
- चाय के विपणन, उत्पादन के लिये तकनीकी व आर्थिक सहायता का प्रस्तुतीकरण करना।
- निर्यात संवर्द्धन करना।
- चाय की गुणवत्ता में सुधार व चाय उत्पादन के आवर्द्धन के लिये अनुसंधान व विकास गतिविधियों को बढ़ावा देना।
- श्रमिक कल्याण योजनाओं के माध्यम से चाय बागान श्रमिकों और उनके वार्डों तक सीमित तरीके से आर्थिक सहायता पहुँचाना।
- लघु उत्पादकों के असंगठित क्षेत्र को आर्थिक व तकनीकी सहायता देना व उन्हें प्रेरित करना।
- सांख्यिकी डेटा व प्रकाशन का संग्रह व रख-रखाव करना।
वर्ल्डस्किल्स अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2019
WorldSkills International Competition 2019
भारत सरकार के कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय (Ministry of Skill Development & Entrepreneurship- MSDE) ने एक 48 सदस्यीय दल की घोषणा की है जो विश्व में वर्ल्डस्किल्स अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिता 2019 (WorldSkills International Competition 2019) के नाम से विख्यात कौशल उत्कृष्टता के सबसे बड़े प्रदर्शन में भारत का प्रतिनिधित्व करेगा।
- भारत के 17 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के 48 प्रतिभागी 22 -27 अगस्त 2019 तक कज़ान, रूस में होने वाली 6 दिवसीय द्विवार्षिक प्रतियोगिता में भाग लेंगे।
- उम्मीदवारों को देशभर में 500 + जिला, राज्य, क्षेत्रीय और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताओं के माध्यम से चुना गया।
- प्रतियोगियों की औसत आयु 22 वर्ष है और सबसे कम उम्र 17 वर्ष है।
- इस प्रतियोगिता को ‘ओलिंपिक फॉर स्किल्स’ अर्थात् कुशलताओं का ओलंपिक भी कहा जाता है।
- लगभग 60 देशों के 1,500 से अधिक प्रतियोगी इस विशाल आयोजन में 55 कौशल प्रतियोगिताओं में प्रतिस्पर्द्धा करेंगे।
- भारत 44 प्रकार के कौशल क्षेत्रों में भाग ले रहा है, जिनमें मोबाइल रोबोटिक्स, प्रोटोटाइप मॉडलिंग, हेयर ड्रेसिंग, बेकिंग, वेल्डिंग, कार पेंटिंग, फ्लोरिस्ट्री आदि शामिल हैं।
वर्ल्डस्किल्स 2019 के लिये प्रतिभागियों का चुनाव
- वर्ल्डस्किल्स 2019 के लिये भारत की टीम का चुनाव जनवरी 2018 में इंडियास्किल्स कॉम्पीटीशन के तहत की गई थी।
- इसके अंतर्गत 22 से अधिक राज्यों ने मिलकर मार्च-अप्रैल 2018 में लगभग 500 ज़िला एवं राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं का आयोजन किया था।
- विजेताओं के बीच पुनः चार क्षेत्रीय प्रतियोगिताएँ जयपुर, लखनऊ, बेंगलुरु और भुवनेश्वर में आयोजित की गई थी।
- क्षेत्रीय प्रतियोगिताओं के विजेताओं ने पुनः 2- 6 अक्तूबर 2018 तक दिल्ली स्थित एरोसिटी ग्राउंड्स में आयोजित नेशनल कॉम्पीटीशन में परस्पर मुकाबला किया। इसके बाद इन्हें प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा था।
पहल में भागीदारी
- मारुति सुजुकी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, टोयोटा, फेस्टो, VLCC, गोदरेज, ऐग्जाल्टा, अपोलो, बर्जर पेंट्स, सिस्को, कैप्ले, सेंट गोबैन, इंस्टिट्यूट ऑफ़ होटल मैनेजमेंट (आइएचएम), श्नाईडर, पर्ल अकैडमी, एनटीटीएफ, दाईकिन, L&T आदि सहित 100 से अधिक कॉर्पोरेट कंपनियाँ एवं शैक्षणिक संस्थान इस पहल में सहयोग कर रहे हैं।
- इन कॉर्पोरेट संगठनों ने एक दक्ष प्रशिक्षक/विशेषज्ञ की पहचान करने में भी मदद की है जो प्रत्येक प्रतियोगी को प्रत्यक्ष व्यावहारिक प्रशिक्षण देते हैं और दैनिक आधार पर उनकी प्रगति पर नज़र रखते हैं।