प्रारंभिक परीक्षा
पेंटेड लेपर्ड गेको
- 03 Jun 2022
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हाल ही में शोधकर्त्ताओं ने लेपर्ड गेको की एक नई रंगीन प्रजाति की पहचान की है, जिसका नाम यूबलफेरिस पिक्टस है, जिसे पेंटेड लेपर्ड गेको के नाम से भी जाना जाता है, इससे पहले इसे एक पूर्व ज्ञात प्रजाति से संबंधित माना जाता था।
शोध के निष्कर्ष:
- यह नई प्रजाति ई हार्डविकी को छोड़कर यूबलफेरिस प्रजाति के सभी सदस्यों से अलग है।
- यूबलफेरिस पूर्वी और दक्षिण-पश्चिमी एशिया के मूल स्थलीय गेको की एक प्रजाति है।
- नई प्रजाति शुष्क सदाबहार वनों में रहती है जो झाड़ीदार घास के मैदानों में पाई जाती हैं। यह पूर्णतया रात्रिचर है जिनकी गतिविधियाँ जंगलों में शाम के बाद बढ़ जाती हैं।
- शोधकर्त्ताओं ने शुरूआत में इसकी पहचान पूर्वी भारत के लेपर्ड गेको (यूबलफेरिस हार्डविकी) के रूप में की थी। यह नई प्रजाति आंध्र प्रदेश और ओडिशा के जंगलों में पाई जाती है।
- ब्राह्मणी नदी भौगोलिक रूप से दोनो प्रजातियों को अलग करती है।
- गेको जीनस यूबलफेरिस की अब 7 प्रजातियांँ मौजूद हैं।
- IUCN (प्रकृति के संरक्षण के लिये अंतर्राष्ट्रीय संघ) संरक्षण प्राथमिकता मानदंड के आधार पर, शोधकर्ताओं ने इसे नियर थ्रेटड (NT) के रूप में सूचीबद्ध करने का सुझाव दिया।
- इस क्षेत्र में अधिक शोध जैव विविधता के उचित संरक्षण को भी प्रोत्साहित कर सकते हैं। पूर्वी घाटों का गंभीर रूप से सर्वेक्षण किया गया है, साथ ही समर्पित प्रयासों से इसे जैव विविधता हॉटस्पॉट के रूप में पहचान प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
गेको (Geckos):
- गेको, जीवों की सरीसृप श्रेणी के अंतर्गत आती हैं और अंटार्कटिका को छोड़कर सभी महाद्वीपों में पाई जाती हैं। इन रंगीन छिपकलियों ने वर्षावनों से लेकर रेगिस्तानों तथा ठंडे पहाड़ी ढलानों तक के आवासों के लिये स्वयं को अनुकूलित किया है।
- गेको की अधिकाँश प्रजातियाँ रात्रिचर होती हैं, जिसका अर्थ है कि वे रात में सक्रिय होती हैं, लेकिन दिन के दौरान सक्रिय रहने वाली गेको प्रजातियाँ कीटों, फलों और फूलों के पराग पर निर्भर होती हैं।
- गेको को प्रजातियों को छह श्रेणियों के तहत विभाजित किया गया है:
- कारफोडैक्टिलिडे (Carphodactylidae)
- डिप्लोडैक्टाइलिडे (Diplodactylidae)
- यूबलफेरिडे (Eublepharidae)
- गेकोनिडे (Gekkonidae)
- फाइलोडैक्टाइलिडे (Phyllodactylidae)
- स्फेरोडैक्टिलिडे (Sphaerodactylidae)
भारत में गेको की अन्य प्रजातियाँ:
- इंडियन गोल्डन गेको (श्रेणी- Gekkonidae) भारत (तमिलनाडु, ओडिशा, आंध्र प्रदेश) के लिये स्थानिक है। इसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम (Wildlife Protection Act) की अनुसूची 1 के तहत सूचीबद्ध किया गया है।
- IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern- LC)
- गेकोनिडे श्रेणी की टोके गेको (Tokay Gecko) भारत-मलय क्षेत्र में व्यापक रूप से पाई जाती है। इसे वन्यजीव संरक्षण अधिनियम की अनुसूची 4 के तहत सूचीबद्ध किया गया है।
- IUCN रेड लिस्ट: कम चिंतनीय (Least Concern- LC)