आयल बाॅण्ड्स | 16 Apr 2022
हाल ही में वित्त मंत्री ने तेल की ऊँची कीमतों की आलोचना का जवाब देते हुए कहा कि सरकार करों और तेल की कीमतों में कमी नहीं कर सकती क्योंकि उसे पिछली सरकार द्वारा जारी आयल बाॅण्ड्स के लिये भुगतान करना पड़ता है।
- हालाँकि आलोचकों का दावा है कि सरकार को आयल बाॅण्ड के लिये जो भुगतान करना पड़ा है वह इस क्षेत्र में अर्जित राजस्व की तुलना में अधिक नहीं है।
ईंधन मूल्य का कितना प्रतिशत कर है?
- घरेलू खुदरा मूल्य के दो घटक हैं - कच्चे तेल की कीमत तथा इस मूल कीमत पर लगाए गए कर।
- साथ ही वे खुदरा मूल्य को निर्धारित करते हैं। कर एक उत्पाद से दूसरे उत्पाद के मामले में भिन्न होते हैं। उदाहरण के लिये अब तक एक लीटर पेट्रोल के लिये कुल खुदरा मूल्य का 50% और एक लीटर डीज़ल के लिये 44% कर है।
आयल बाॅण्ड:
- जब घरेलू उपभोक्ताओं के लिये ईंधन की कीमतें बहुत अधिक थीं, तो अतीत में सरकारें अक्सर तेल विपणन कंपनियों (OMCs) से उपभोक्ताओं से पूरी कीमत वसूलने से बचने को कहती थीं।
- लेकिन अगर तेल कंपनियों को भुगतान नहीं मिलता है तो वे लाभहीन हो जाएंगे। इसे संबोधित करने के लिये सरकार ने कहा कि वह अंतर का भुगतान करेगी।
- अगर सरकार ने उस राशि का भुगतान नकद में किया होता, तो यह व्यर्थ होता, क्योंकि तब सरकार को OMCs को भुगतान करने हेतु धन इकट्ठा करने के लिये उन्हीं लोगों पर कर लगाना पड़ता, जहाँ से आयल बाॅण्ड आते हैं।
- एक आयल बाॅण्ड एक आई ओव यू (I owe you- IOU) या सरकार द्वारा OMCs को जारी किया गया एक वचन पत्र (Promissory Note) होता है जो नकद राशि के बदले सरकार उन्हें देती है ताकि कंपनियांँ जनता से ईंधन की पूरी कीमत की वसूली न करें।
- एक IOU, "आई ओव यू" शब्दो के एक ध्वन्यात्मक संक्षिप्त नाम का दस्तावेज होता है जो ऋण के अस्तित्व को स्वीकार करता है।
- एक वचन पत्र ऐसा ऋण साधन होता है जो एक पार्टी (नोट जारीकर्त्ता या निर्माता) द्वारा किसी अन्य पार्टी (नोट प्राप्तकर्त्ता) को या तो मांग पर या एक निर्दिष्ट भविष्य की तारीख में एक निश्चित राशि का भुगतान करने हेतु एक लिखित वचन होता है।
- एक आयल बाॅण्ड द्वारा सरकार तेल विपणन कंपनियों को क्षतिपूर्ति हेतु 10 वर्षों में 1,000 करोड़ रुपए का भुगतान करेगी तथा जब तक बाॅण्ड परिपक्व न हो जाए तब तक सरकार सीधे भुगतान न कर हर साल 8% (या 80 करोड़ रुपए) का भुगतान करेगी।
- आयल बाॅण्ड वैधानिक तरलता अनुपात (Statutory Liquidity Ratio- SLR) प्रतिभूतियों के रूप में अर्हता प्राप्त नहीं करते हैं, जिससे अन्य सरकारी प्रतिभूतियों की तुलना में उनमे तरलता कम होती है।
- SLR: शुद्ध मांग (Net Demand) और समय देयता का हिस्सा जो एक बैंक के लिये सुरक्षित और तरल संपत्ति बनाए रखने हेतु आवश्यक है, जैसे कि सरकारी प्रतिभूतियांँ, नकद और सोना।
महत्त्व:
- इस प्रकार के आयल बाॅण्ड जारी कर सरकार OMCs की लाभप्रदता को बनाए रखते हुए बिना या स्वयं बजट घाटे के बिना उपभोक्ताओं को रक्षा/सब्सिडी देने में सक्षम है।
विगत वर्षों के प्रश्न:प्रश्न. वैश्विक तेल कीमतों के संदर्भ में ‘ब्रेंट क्रूड आयल’ को अक्सर समाचारों में संदर्भित किया जाता है। इस शब्द का क्या अर्थ है? (2011)
उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? (a) केवल 2 उत्तर: (b)
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