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नोबेल पुरस्कार विजेता बने राष्ट्राध्यक्ष

  • 13 Aug 2024
  • 9 min read

स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस

हाल ही में घोषणा की गई है कि वर्ष 2006 के नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस बांग्लादेश के अंतरिम प्रशासन का नेतृत्व करेंगे, जिससे नोबेल पुरस्कार विजेताओं द्वारा राष्ट्राध्यक्ष के रूप में कार्य करने के इतिहास में रुचि पुनः जाग्रत हो गई है।

  • यूनुस को माइक्रोफाइनेंस और गरीबी उन्मूलन में उनके कार्य के लिये जाना जाता है। अर्थशास्त्र और सामाजिक उद्यमिता में उनकी विशेषज्ञता अंतरिम सरकार के गरीबी उन्मूलन तथा आर्थिक विकास पर ध्यान केंद्रित करने को आकार दे सकती है।

वे अन्य नोबेल पुरस्कार विजेता कौन हैं जिन्होंने अपने देश का नेतृत्व किया?

  • लेस्टर बी. पियर्सन: वर्ष 1963 से 1968 तक कनाडा के प्रधानमंत्री और लिबरल पार्टी के नेता रहे।
    • उन्होंने राष्ट्रीय पेंशन योजना और परिवार सहायता कार्यक्रम शुरू किया, वृद्धावस्था सुरक्षा लाभों को व्यापक बनाया तथा कनाडा में सार्वभौमिक स्वास्थ्य देखभाल हेतु आधार तैयार किया।
    • नोबेल शांति पुरस्कार: उन्हें यह सम्मान वर्ष 1957 में स्वेज़ संकट के समाधान में उनकी भूमिका के लिये दिया गया था, जहाँ उन्होंने शत्रुता शुरू होने के बाद संयुक्त राष्ट्र के पहले बड़े पैमाने के शांति मिशन का प्रस्ताव रखा था, जिससे हमलावरों को अपनी सेना वापस लेने की अनुमति मिल गई थी, जैसे कि वे पराजित हो गए हों।

  • लेक वाल्सा: वे पोलिश कार्यकर्त्ता थे जिन्होंने साम्यवाद का विरोध किया और वर्ष 1990-95 तक लोकतांत्रिक रूप से पोलैंड के प्रथम निर्वाचित राष्ट्रपति थे। 
    • उन्होंने सॉलिडैरिटी ट्रेड यूनियन की स्थापना की और उसका नेतृत्व किया, जिसने वर्ष 1989 में पोलैंड में साम्यवादी शासन को समाप्त कर दिया।
    • नोबेल शांति पुरस्कार: पोलैंड में मुक्त ट्रेड यूनियनों और मानवाधिकारों के लिये उनके अहिंसक संघर्ष  हेतु वर्ष 1983 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। 

  • आंग सान सू की: वे म्याँमार की स्टेट काउंसलर थीं, जो 2010 के दशक में म्याँमार के सैन्य शासन से लोकतंत्र में आंशिक संक्रमण का नेतृत्व करने के बाद वर्ष 2016 से 2021 तक प्रधानमंत्री तुल्य सरकार की वास्तविक प्रमुख रही हैं।
    • सू की वर्ष 1988 के विद्रोह के दौरान प्रमुखता से उभरीं, जब उन्होंने जुंटा विरोधी नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी (NLD) की स्थापना की।
      • उन्होंने म्याँमार में आंशिक लोकतंत्र की स्थापना में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई, हालाँकि उनका कार्यकाल विवादों से घिरा रहा।
    • नोबेल शांति पुरस्कार: म्याँमार में ‘लोकतंत्र और मानवाधिकारों के लिये उनके अहिंसक संघर्ष’ के लिये वर्ष 1991 में उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

  • नेल्सन मंडेला: वे दक्षिण अफ्रीका के पहले अश्वेत राष्ट्रपति थे, जिन्हें रंगभेद प्रणाली के शांतिपूर्ण समाप्ति के बाद वर्ष 1994 में चुना गया था, जिसके लिये उन्हें और राष्ट्रपति फ्रेडरिक विलेम डी क्लार्क को वर्ष 1993 में नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया था।
    • मंडेला वर्ष 1943 में अफ्रीकी राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस में शामिल हुए और रंगभेद विरोधी गतिविधियों के कारण उन्हें बार-बार गिरफ्तार किया गया, अंततः वर्ष 1962 में उन्हें आजीवन कारावास की सज़ा सुनाई गई। 27 साल जेल में रहने के बाद उन्हें 1990 में रिहा कर दिया गया तथा अगले चार वर्षों में उन्होंने डे क्लार्क के साथ रंगभेद को शांतिपूर्ण ढंग से समाप्त करने के लिये बातचीत की।

  • जोस रामोस-होर्ता: वह वर्ष 2022 से पूर्वी तिमोर के राष्ट्रपति हैं। वह प्रतिरोध आंदोलन के नेता थे जिसके कारण 2002 में पूर्वी तिमोर को इंडोनेशिया से स्वतंत्रता मिली, जो 21वीं सदी का पहला नया संप्रभु राज्य था।
    • नोबेल शांति पुरस्कार: पूर्वी तिमोर में संघर्ष के शांतिपूर्ण समाधान का समर्थन करने के लिये वर्ष 1996 में दिया गया।

नोट: 

  • कई अन्य नेताओं ने राष्ट्राध्यक्ष के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद (पूर्व इज़रायल प्रधानमंत्री शिमोन पेरेज या पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जिमी कार्टर) या अपने कार्यकाल के दौरान (पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा, पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल और इथियोपिया के अबी अहमद) जीत हासिल की है।
  • किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष/सरकार प्रमुख के रूप में कार्य करने वाले 30 नोबेल पुरस्कार विजेताओं में से 29 को शांति का नोबेल पुरस्कार मिला, एकमात्र अपवाद विंस्टन चर्चिल थे, जिन्हें वर्ष 1953 में साहित्य के लिये नोबेल पुरस्कार मिला था।

नोबेल पुरस्कार विजेताओं का नेतृत्वकारी भूमिकाओं में होना क्यों महत्त्वपूर्ण है?

  • आशा का प्रतीक: उनकी मान्यता अक्सर उनके नेतृत्व के लिये अंतर्राष्ट्रीय ध्यान और विश्वसनीयता लाती है।
  • शांति और न्याय का समर्थन : नोबेल पुरस्कार विजेताओं को अक्सर शांति, लोकतंत्र और मानवाधिकारों के आदर्शों से जोड़ा जाता है, जो शासन के लिये एक नैतिक मिसाल कायम करते हैं।
  • भविष्य के अभिकर्ताओं के लिये प्रेरणा: उनकी यात्राएँ उभरते अभिकर्ताओं को महत्त्वपूर्ण सामाजिक और राजनीतिक बदलाव लाने के लिये प्रेरित कर सकती हैं।
    • हालाँकि, यह स्वीकार करना महत्त्वपूर्ण है कि सभी नोबेल पुरस्कार विजेता अपनी प्रतिष्ठित मान्यता को प्रभावी शासन में बदलने में सफल नहीं हुए हैं, जैसा कि इथियोपिया के अबी अहमद (वर्ष 2019 में नोबेल शांति पुरस्कार) और म्याँमार की आंग सान सू की जैसे नेतृत्वकर्ताओं के सामने आने वाली चुनौतियों से स्पष्ट होता है।

  UPSC सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्ष के प्रश्न   

प्रश्न. निम्नलिखित में से किस वैज्ञानिक ने अपने बेटे के साथ भौतिकी का नोबेल पुरस्कार साझा किया? (2008)

(a) मैक्स प्लैंक
(b) अल्बर्ट आइंस्टीन
(c) विलियम हेनरी ब्रैग
(d) एनरिको फर्मिक

उत्तर: (c)


प्रश्न. नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक जेम्स डी. वाटसन किस क्षेत्र में अपने काम के लिये जाने जाते हैं? (2008)

(a) धातु विज्ञान
(b) मौसम विज्ञान
(c) पर्यावरण संरक्षण
(d) आनुवंशिकी

उत्तर: (d)

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