NIRF रैंकिंग 2024 | 14 Aug 2024
स्रोत: इंडियन एक्सप्रेस
केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय (MoE) ने NIRF (राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क) रैंकिंग 2024 की घोषणा की, जो भारत में उच्च शिक्षा परिदृश्य में अग्रणी संस्थानों की सूची प्रदर्शित करती है।
NIRF 2024 से संबंधित प्रमुख बिंदु क्या हैं?
- दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदू कॉलेज ने पहली बार कॉलेजों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया तथा मिरांडा हाउस का स्थान लिया जो लगातार सात वर्षों से शीर्ष कॉलेज रहा था।
- भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) मद्रास: IIT मद्रास ने लगातार ‘समग्र’ श्रेणी में छठे वर्ष और ‘इंजीनियरिंग’ श्रेणी में नौवें वर्ष अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा है। संस्थान ने ‘शोध संस्थानों’ और ‘नवाचारों’ श्रेणियों में भी अपना दूसरा स्थान बरकरार रखा।
- भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc), बंगलूरू: IISc बंगलूरू ने लगातार नौवें और चौथे वर्ष क्रमशः ‘विश्वविद्यालयों’ और ‘अनुसंधान संस्थानों’ श्रेणियों में अपना शीर्ष स्थान बनाए रखा।
- IIM अहमदाबाद: IIM अहमदाबाद ने लगातार पाँचवें वर्ष ‘प्रबंधन’ श्रेणी में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- एम्स (AIIMS), नई दिल्ली: AIIMS, नई दिल्ली लगातार सात वर्षों से ‘चिकित्सा’ श्रेणी में अग्रणी संस्थान बना हुआ है और ‘समग्र’ श्रेणी में इसका स्थान 7वाँ रहा।
- जामिया हमदर्द: इस वर्ष जामिया हमदर्द ‘फार्मेसी’ श्रेणी में शीर्ष स्थान पर रहा जबकि IIT रुड़की ‘वास्तुकला और योजना’ (Architecture & Planning) में अग्रणी रहा।
- दिल्ली विश्वविद्यालय (DU): समग्र रैंकिंग के संबंध में DU अपनी पूर्व की 11वीं रैंक में सुधार करते हुए छठे स्थान पर रहा और यह देश के शीर्ष 10 विश्वविद्यालय में पुनः शामिल हुआ।
- शीर्ष तीन स्थान बनाते हुए सेंट स्टीफंस कॉलेज ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।
- दिल्ली विश्वविद्यालय (DU): समग्र रैंकिंग के संबंध में DU अपनी पूर्व की 11वीं रैंक में सुधार करते हुए छठे स्थान पर रहा और यह देश के शीर्ष 10 विश्वविद्यालय में पुनः शामिल हुआ।
- NIRF 2024 में नवीनतम समावेश:
- नई श्रेणियाँ: NIRF रैंकिंग के 9वें संस्करण में तीन नई श्रेणियाँ - राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय (State Public Universities), मुक्त विश्वविद्यालय (Open Universities) और कौशल विश्वविद्यालय (Skill Universities) - शामिल की गईं और NIRF का उपयोग करते हुए एकीकृत "नवाचार" (Innovation) रैंकिंग की गई, जिससे पोर्टफोलियो का विस्तार 16 श्रेणियों और विषय डोमेन तक हो गया।
- अन्ना विश्वविद्यालय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (इग्नू) क्रमशः नए राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालयों और मुक्त विश्वविद्यालयों की श्रेणियों में शीर्ष पर रहे।
- सिम्बायोसिस स्किल एंड प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी (Symbiosis Skill and Professional University- SSPU), पुणे ने कौशल विश्वविद्यालयों की श्रेणी में शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- भविष्य को देखते हुए, शिक्षा मंत्रालय NIRF के 2025 संस्करण में स्थिरता रैंकिंग के लिये एक नई श्रेणी शुरू करने की योजना बना रहा है, जिसमें पर्यावरणीय स्थिरता, ऊर्जा दक्षता एवं हरित परिसर पहल के प्रति उनकी प्रतिबद्धता के आधार पर संस्थानों का मूल्यांकन किया जाएगा।
- नई श्रेणियाँ: NIRF रैंकिंग के 9वें संस्करण में तीन नई श्रेणियाँ - राज्य सार्वजनिक विश्वविद्यालय (State Public Universities), मुक्त विश्वविद्यालय (Open Universities) और कौशल विश्वविद्यालय (Skill Universities) - शामिल की गईं और NIRF का उपयोग करते हुए एकीकृत "नवाचार" (Innovation) रैंकिंग की गई, जिससे पोर्टफोलियो का विस्तार 16 श्रेणियों और विषय डोमेन तक हो गया।
- आवेदनों में वृद्धि: रैंकिंग में भाग लेने वाले अद्वितीय संस्थानों की संख्या वर्ष 2016 के 2,426 से बढ़कर वर्ष 2024 में 6,517 हो गई।
- आवेदनों की कुल संख्या में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई, जिससे NIRF रैंकिंग में बढ़ती भागीदारी और इसकी मान्यता उजागर हुई।
राष्ट्रीय संस्थागत रैंकिंग फ्रेमवर्क क्या है?
- परिचय: NIRF वर्ष 2015 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू की गई एक रैंकिंग प्रणाली है। इसका उद्देश्य विभिन्न मापदंडों के आधार पर पूरे भारत में उच्च शिक्षा संस्थानों का निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन करना है।
- रैंकिंग के लिये मापदंड: NIRF पाँच व्यापक श्रेणियों के आधार पर संस्थानों का मूल्यांकन करता है:
नोट:
- राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC) भी शैक्षणिक संस्थानों का मूल्यांकन करती है। NAAC उच्च शिक्षा संस्थानों का मूल्यांकन करता है और उन्हें उनकी समग्र गुणवत्ता के व्यापक आकलन के आधार पर मान्यता देता है, जिसमें विभिन्न आयाम शामिल होते हैं। NAAC की मान्यता प्रक्रिया गुणात्मक है, जो एक संस्थान की एक समग्र शैक्षणिक अनुभव प्रदान करने की क्षमता पर केंद्रित है।
- मान्यता प्रणाली संस्थानों को A++ से D तक के ग्रेड में वर्गीकृत करती है, जो उनकी समग्र गुणवत्ता स्थिति को दर्शाती है।
- इसके विपरीत NIRF की प्राथमिक भूमिका विशिष्ट मात्रात्मक मापदंडों के आधार पर प्रतिवर्ष संस्थानों को रैंकिंग प्रदान करना है, जिससे भावी छात्रों को देश भर के संस्थानों के सापेक्ष प्रदर्शन का आकलन करने में मदद मिलती है।