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राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव 2022

  • 05 Nov 2022
  • 3 min read

राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर रायपुर, छत्तीसगढ़ में राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव के तीसरे संस्करण में दुनिया भर के कलाकार भाग लेते हैं।

  • भारत और मोज़ाम्बिक, मंगोलिया, टोंगा, रूस, इंडोनेशिया, मालदीव, सर्बिया, न्यूज़ीलैंड एवं मिस्र जैसे देशों से लगभग 1,500 नर्तक इस महोत्सव में शामिल हुए।

राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव:

  • राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव छत्तीसगढ़ के भव्य त्योहारों में से एक है जो न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर के विविध आदिवासी समुदायों द्वारा मनाया जाता है।
  • यह छत्तीसगढ़ के पर्यटन और संस्कृति विभाग के तहत आयोजित किया जाता है।
  • इस त्योहार का उद्देश्य आदिवासी समुदायों को एकजुट करना और सभी को उनकी समृद्ध संस्कृति के बारे में शिक्षित करने का अवसर प्रदान करना है।
  • पहला राष्ट्रीय जनजातीय नृत्य महोत्सव वर्ष 2019 में और दूसरा वर्ष 2021 में आयोजित किया गया था।

भारतीय लोक और जनजातीय नृत्य:

  • भारतीय लोक और आदिवासी नृत्य, आपस में खुशी व्यक्त करने के लिये किये जाने वाले साधारण नृत्य हैं।
  • लोक और जनजातीय नृत्य का आयोजन ऋतुओं के आगमन, बच्चे के जन्म, शादी और त्योहारों जैसे हर अवसर पर जश्न मनाने के लिये किया जाता है।
  • इनमें कुछ नृत्य विशेष रूप से पुरुष और महिलाओं द्वारा अलग-अलग किये जाते हैं, जबकि कुछ प्रदर्शनों में पुरुष और महिलाएँ एक साथ नृत्य करते हैं।

भारत के प्रमुख लोक और जनजातीय नृत्य

  • राज्य: लोक/जनजातीय नृत्य
    • असम: बगुरुम्बा, बिहू, भोरताल, झुमुरी
    • अरुणाचल प्रदेश: बार्डो छमो
    • छत्तीसगढ़: राउत नाच
    • गोवा: फुगदि
    • गुजरात: डांडिया, गरबा, रास
    • हिमाचल प्रदेश: नाटी
    • हरियाणा: रास लीला
    • जम्मू और कश्मीर: दुमहाल
    • केरल: चाक्यार कूथु, डफमुट्टु, मार्गमकली, ओप्पना, पद्यानी, थेयम, थिरयट्टम
    • कर्नाटक: हुलिवेशा, पाटा कुनिथा
    • मध्य प्रदेश: ग्रिडा, माचा, मटकी, फूलपति
    • नगालैंड: चांग लो
    • मिजोरम: चेराव
    • महाराष्ट्र: लावणी, परवी नाच
    • पंजाब: भांगड़ा, गिद्दा, किक्कली,
    • ओडिशा: छऊ, गोटी पुआ, बाग नाच, दालखाई, ढप, गुमरा, कर्मा नाच, कीसाबादी
    • पुद्दुचेरी: गरदी
    • राजस्थान: घूमर, कालबेलिया, कच्छी घोड़ी
    • तमिलनाडु: पराई अट्टम, कारागट्टम, कोलट्टम, मयिल अट्टम, पम्पू अट्टम, ओयिलट्टम, पुलियाट्टम, पोइकल कुदिराई अट्टम, थेरु कूथु
    • त्रिपुरा: होजागिरी
    • उत्तर प्रदेश: मयूर नृत्य, चारुकल
    • पश्चिम बंगाल: गंभीरा, अलकप, डोमनी
    • सिक्किम: सिंघी चाम

स्रोत: द हिंदू

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