प्रारंभिक परीक्षा
राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य
- 21 Jun 2022
- 12 min read
हाल ही में मध्य प्रदेश सरकार ने चंबल और उसकी सहायक पार्वती नदी से सबद्ध पांँच हिस्सों के 292 हेक्टेयर क्षेत्र में खनन गतिविधियों का प्रस्ताव दिया है।
- राज्य वन विभाग को राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य में अवैध खनन गतिविधियों को रोकने में लगने वाले समय, संसाधन और प्रयासों को समर्पित करने से मुक्त करने हेतु यह कदम उठाया गया है।
- वर्ष 2006 से अभयारण्य में रेत के खनन पर प्रतिबंध लगा हुआ है।
राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य
- राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य के बारे में:
- राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य की स्थापना वर्ष 1979 में चंबल नदी की 425 किलोमीटर की लंबाई के साथ की गई थी।
- इसकी घाटी राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के त्रि-बिंदु के पास चंबल नदी के साथ 2-6 किमी. के विस्तारित क्षेत्र में फैली हुई हैं।
- राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य एक महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (Important Bird Areas- IBA) के रूप में सूचीबद्ध है और एक प्रस्तावित रामसर स्थल है।
महत्त्वपूर्ण पक्षी क्षेत्र (IBAs):
- पक्षी पारिस्थितिकी तंत्र के स्वास्थ्य के उत्कृष्ट संकेतक (Indicators) हैं।
- बर्डलाइफ इंटरनेशनल के IBA कार्यक्रम का उद्देश्य दुनिया के पक्षियों और संबंधित जैव विविधता के संरक्षण हेतु IBAs के वैश्विक नेटवर्क की पहचान, निगरानी और सुरक्षा करना है।
- बॉम्बे नेचुरल हिस्ट्री सोसाइटी और बर्डलाइफ इंटरनेशनल द्वारा भारत में 554 IBAs की पहचान की गई है।
- इनमें से 40% IBAs संरक्षित क्षेत्र नेटवर्क से बाहर आते हैं और इस प्रकार परिदृश्य-स्तरीय संरक्षण योजना के लिये एक महत्त्वपूर्ण उपकरण निर्मित करते हैं।
- बर्डलाइफ इंटरनेशनल के अनुसार, IBAs के निर्धारण के कुछ मानकीकृत मानदंड है, जो इस प्रकार हैं:
- A: वैश्विक
- A1. स्पीशीज ऑफ ग्लोबल कान्सर्वेशन कंसर्न:
- यह क्षेत्र/साइट में नियमित रूप से विश्व स्तर पर खतरे वाली प्रजातियों, या स्पीशीज ऑफ ग्लोबल कान्सर्वेशन कंसर की महत्त्वपूर्ण संख्या है।
- A3. बायोम रिस्ट्रिक्टिड स्पीशीज :
- यह साइट उन प्रजातियों का एक महत्वपूर्ण संयोजन रखने के लिये जानी जाती हैै जिनके प्रजनन वितरण बड़े पैमाने पर या पूरी तरह से एक बायोम तक ही सीमित हैं।
- A4. कांगग्रगेशन:
- i. साइट को नियमित आधार पर एक सामूहिक जलपक्षी प्रजातियों की जैव-भौगोलिक आबादी का ≥1% रखने के लिये जाना जाता है।
- ii. साइट को ऐसे नियमित स्थल के रूप में जाना जाता है या माना जाता है, जहाँ एक सामूहिक समुद्री पक्षी या स्थलीय प्रजातियों की वैश्विक आबादी का 1% या उससे कम हो।
- iii. साइट को ऐसे नियमित स्थल के रूप में जाना जाता है, जहाँ 20,000 जलपक्षी या 10,000 जोड़े एक या अधिक प्रजातियों के समुद्री पक्षी हों।
- A1. स्पीशीज ऑफ ग्लोबल कान्सर्वेशन कंसर्न:
- A: वैश्विक
- पारिस्थितिकी:
- राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य गंभीर रूप से लुप्तप्राय घड़ियाल (छोटे मगरमच्छ), रेड क्राउन टोर्टयज़ और लुप्तप्राय गंगा नदी डॉल्फ़िन का आवास है।
- चंबल जंगली में घड़ियाल की सबसे बड़ी आबादी का समर्थन करता है।
- एकमात्र ज्ञात स्थान जहाँ भारतीय स्किमर्स के घोंसले बड़ी संख्या में दर्ज किये जाते हैं।
- चंबल देश में पाए जाने वाले 26 में से 8 दुर्लभ कछुओं की प्रजातियों का समर्थन करता है।
- चंबल देश की सबसे स्वच्छ नदियों में से एक है।
- चंबल 320 से अधिक निवासी और प्रवासी पक्षियों का समर्थन करता है।
- राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य गंभीर रूप से लुप्तप्राय घड़ियाल (छोटे मगरमच्छ), रेड क्राउन टोर्टयज़ और लुप्तप्राय गंगा नदी डॉल्फ़िन का आवास है।
- आर्थिक सहायता:
- स्थानीय लोग सीधे अभयारण्य के विभिन्न संसाधनों पर निर्भर हैं। वे नदी के किनारे खेती करते हैं, सिंचाई के लिये नदी का पानी निकालते हैं, जीविका और व्यावसायिक मछली पकड़ने का अभ्यास करते हैं, और बालू का खनन करते हैं।
मध्य प्रदेश के अन्य अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यान:
- मध्य प्रदेश में 9 राष्ट्रीय उद्यान और 25 अभयारण्य हैं, जो 10,862 वर्ग किमी. के क्षेत्र में फैले हुए हैं, जो कुल वन क्षेत्र का 11.40% और राज्य के भौगोलिक क्षेत्र का 3.52% है।
- वर्तमान में, राज्य में राज्य में 5 प्रोजेक्ट टाइगर क्षेत्र हैं-
- कान्हा राष्ट्रीय उद्यान
- पन्ना राष्ट्रीय उद्यान
- बांँधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान
- पेंच राष्ट्रीय उद्यान
- सतपुड़ा राष्ट्रीय उद्यान
- इसे 'टाइगर स्टेट' के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह भारत की बाघ आबादी का लगभग 19% और दुनिया की 10% बाघ आबादी पाई जाती है।
चंबल नदी
- यह भारत की सबसे प्रदूषण मुक्त नदियों में से एक है।
- यह 960 किमी. लंबी नदी है जो विंध्य पर्वत (इंदौर, मध्य प्रदेश) के उत्तरी ढलानों में सिंगर चौरी चोटी से निकलती है। वहांँ से यह मध्य प्रदेश में उत्तर दिशा में लगभग 346 किमी. तक बहती है और फिर राजस्थान में प्रवेश कर 225 किमी. उत्तर-पूर्व दिशा में प्रवाहित होती है।
- यह यू.पी. के इटावा ज़िले में यमुना नदी में मिलने से पहले लगभग 32 किमी. तक बहती है।
- यह एक वर्षा सिंचित नदी है और इसका बेसिन विंध्य पर्वत शृंखलाओं और अरावली से घिरा हुआ है। चंबल और उसकी सहायक नदियाँ उत्तर-पश्चिमी मध्य प्रदेश के मालवा क्षेत्र में बहती हैं।
- सहायक नदियाँ: बनास, काली सिंध, पार्वती।
- मुख्य विद्युत परियोजनाएंँ/बांँध: गांधी सागर बांँध, राणा प्रताप सागर बांँध, जवाहर सागर बांँध और कोटा बैराज।
- राष्ट्रीय चंबल अभयारण्य राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के ट्राई-जंक्शन पर चंबल नदी के किनारे स्थित है। यह गंभीर रूप से लुप्तप्राय घड़ियाल, रेड क्राउन रूफ टर्टल और लुप्तप्राय गंगा नदी डॉल्फिन के लिये जाना जाता है।
यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा विगत वर्षों के प्रश्न:प्रश्न: निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2010)
उपर्युक्त युग्मों में से कौन-सा/से सही सुमेलित है/हैं? (a) केवल 1 उत्तर: (b) व्याख्या:
अतः विकल्प (b) सही उत्तर है। |