रैपिड फायर
नमो ड्रोन दीदी
- 09 Nov 2024
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स्रोत: पी.आई.बी
हाल ही में, कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (DoA&FW) ने कृषि सेवाओं के लिये ड्रोन प्रौद्योगिकी के माध्यम से दीनदयाल अंत्योदय योजना-राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन (DAY-NRLM) पहल के तहत 14,500 महिला स्वयं सहायता समूहों (SHG) को सशक्त बनाने के उद्देश्य से नमो ड्रोन दीदी योजना शुरू की।
उद्देश्य:
- महिला स्वयं सहायता समूहों का सशक्तीकरण: उर्वरकों और कीटनाशकों के प्रयोग के लिये किराये पर ड्रोन सेवाएँ प्रदान करने हेतु स्वयं सहायता समूहों को सुविधा प्रदान करना, फसल की पैदावार बढ़ाने और परिचालन लागत को कम करने के लिये प्रौद्योगिकी अपनाने को बढ़ावा देना।
योजना की मुख्य विशेषताएँ:
- केंद्रीय वित्तीय सहायता ड्रोन की लागत का 80% (8 लाख रुपए तक) शामिल करती है।
- कृषि अवसंरचना वित्तपोषण सुविधा (AIF) के माध्यम से अतिरिक्त वित्तपोषण विकल्प उपलब्ध हैं।
- व्यापक पैकेज में आवश्यक सामान (बैटरी, स्प्रे उपकरण, औज़ार) के साथ एक ड्रोन और एक वर्ष की वारंटी शामिल है।
- महिला स्वयं सहायता समूहों के सदस्यों में से एक को ड्रोन पायलट के रूप में 15 दिवसीय प्रशिक्षण प्रदान करना अनिवार्य है तथा कृषि प्रयोजन के लिये पोषक तत्त्वों और कीटनाशकों के प्रयोग हेतु अतिरिक्त प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाएगा।
शासी एजेंसियाँ
- केंद्रीय स्तर पर: सचिवों की अधिकार प्राप्त समिति:
- कृषि एवं किसान कल्याण विभाग
- ग्रामीण विकास विभाग
- उर्वरक विभाग
- नागरिक उड्डयन मंत्रालय
- महिला एवं बाल विकास मंत्रालय।
- राज्य-स्तरीय कार्यान्वयन: प्रमुख उर्वरक कंपनियाँ (LFC) प्रभावी ड्रोन वितरण एवं उपयोग के लिये राज्य विभागों और स्वयं सहायता समूहों के साथ समन्वय करती हैं।
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