नाग मार्क-2 एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल | 16 Jan 2025
स्रोत: हिंदुस्तान टाइम्स
भारत द्वारा राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में स्वदेशी रूप से विकसित नाग एमके 2 एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (ATGM) का सफलतापूर्वक फील्ड परीक्षण किया गया।
नाग एमके 2 एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल (एटीजीएम)
विकास |
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) |
प्रकार और कार्यक्षमता |
यह तीसरी पीढ़ी की, सभी मौसमों में कार्य करने में सक्षम, दागो और भूल जाओ वाली एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल है, जिसमें प्रक्षेपण के बाद लॉक-ऑन करने की क्षमता है, जिससे यह स्वायत्त रूप से लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है तथा उन पर हमला कर सकती है। |
प्रभावशीलता |
इसे आधुनिक सशस्त्र वाहनों को बेअसर करने के लिये डिज़ाइन किया गया है, जिसमें विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच (ERA) वाले वाहन भी शामिल हैं, तथा यह बढ़ी हुई विनाशकारी शक्ति के लिये उच्च विस्फोटक एंटी-टैंक (HEAT) वारहेड का उपयोग करता है। |
श्रेणी |
7 से 10 किलोमीटर सेकेण्ड। इससे पूर्व के संस्करण नाग एमके-1 की रेंज केवल 4 किलोमीटर थी। |
आक्रमण क्षमता |
इसमें उच्च-आक्रमण क्षमता है, जो सशस्त्र वाहनों की कमज़ोर ऊपरी सतह को निशाना बनाती है। |
लॉन्च प्लेटफॉर्म |
नाग एमके-2 को NAMICA (नाग मिसाइल कैरियर) वर्जन 2 द्वारा लॉन्च किया गया है । NAMICA एक टैंक रोधी सशस्त्र वाहन या टैंक रोधी वाहन है जिसका उपयोग भारतीय सेना द्वारा टैंक रोधी मिसाइलों को दागने के लिये किया जाता है। |
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