रैपिड फायर
Mpemba प्रभाव
- 23 Jan 2024
- 2 min read
वैज्ञानिक Mpemba प्रभाव से इसके विरोधाभासी निष्कर्ष के कारण आकर्षित हुए हैं कि, समान परिस्थितियों में, गर्म जल ठंडे जल की तुलना में अधिक तेज़ी से जम सकता है।
- घटना के कारणों की पहचान करने के प्रयास में शोधकर्त्ताओं द्वारा कई अध्ययन किये गए हैं, लेकिन अभी तक व्यापक रूप से स्वीकृत निष्कर्ष पर नहीं पहुँचा जा सका है।
- संभावित कारणों में सूक्ष्म बुलबुले, वाष्पीकरण, ठंडे जल में पाले की उपस्थिति और उबलने से उत्पन्न यौगिकों का प्रभाव शामिल है।
- उबालकर गर्म किये गए जल में सूक्ष्म बुलबुले रह जाते हैं। ये संवहन को बढ़ावा देते हैं और जल ठंडा होने पर तेज़ी से गर्मी को स्थानांतरित करते हैं।
- वाष्पीकरण, एक एन्डोथर्मिक (ऊष्मा अवशोषित) प्रक्रिया, गर्म जल में तीव्र रूप से ऊष्मा हानि में योगदान करती है।
- गर्म जल का कम घनत्व संवहन को बढ़ाता है और ऊष्मा हस्तांतरण को तीव्र करता है, जिससे जमने की प्रक्रिया प्रभावित होती है।
- ठंडे जल में पाले की उपस्थिति एक इंसुलेटर के रूप में कार्य कर सकती है, इससे ठंडे जल का हिमांक बढ़ जाता है और ऊष्मा का ह्रास कम हो जाता है तथा हिमांक समय प्रभावित होता है।
- जल में कैल्शियम कार्बोनेट जैसे यौगिक उबलने से अवक्षेपित हो सकते हैं और फिर घुल जाते हैं, जिससे जल का हिमांक बढ़ जाता है।