मियावाकी पद्धति | 29 Apr 2024
स्रोत: आउटलुक
हाल ही में भारत स्थित इज़राइली दूतावास, एक गैर-लाभकारी संस्था के सहयोग से पृथ्वी दिवस समारोह के एक हिस्से के रूप में आधिकारिक तौर पर 'मिलियन मियावाकी' परियोजना में शामिल हुआ।
- इस परियोजना के तहत, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र- दिल्ली में 600 पेड़ों का वृक्षारोपण मियावाकी पद्धति से करके दस लाख पेड़ लगाने का प्रयास किया गया है। इसमें 30 विभिन्न स्थानीय प्रजातियाँ जैसे- अंजन, आँवला, बेल, अर्जुन तथा गुंज आदि शामिल हैं।
- मियावाकी पद्यति के प्रणेता जापानी वनस्पति वैज्ञानिक अकीरा मियावाकी (Akira Miyawaki) हैं। इस पद्यति में प्रत्येक वर्ग मीटर के भीतर दो से चार अलग-अलग प्रकार के स्थानीय वृक्ष लगाना शामिल है
- यह विधि तीन वर्षों के भीतर आत्मनिर्भर वृक्षों की पूर्ण परिपक्वता तक वृद्धि करके छोटे भूखंडों पर हरित आवरण को तेज़ी से बढ़ाती है, जिससे नियमित रख-रखाव की आवश्यकता समाप्त हो जाती है।
- स्थानिक वृक्षों का सघन आवरण उस क्षेत्र के धूल कणों को अवशोषित करने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाता है जहाँ उद्यान स्थापित किया गया है। पौधे सतह के तापमान को नियंत्रित करने में भी मदद करते हैं।
- पर्यावरण संरक्षण के समर्थन हेतु प्रत्येक वर्ष 22 अप्रैल को विश्व भर में एक अंतर्राष्ट्रीय कार्यक्रम के रूप में पृथ्वी दिवस मनाया जाता है।
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