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माइक्रो-लाइटनिंग और जीवन की उत्पत्ति

  • 20 Mar 2025
  • 4 min read

स्रोत: स्टैनफोर्ड

चर्चा में क्यों?

स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय के एक अध्ययन से पता चलता है कि माइक्रो-लाइटनिंग, अर्थात् जल की बूँदों के भीतर सूक्ष्म विद्युत विसर्जन, पृथ्वी पर जीवन के लिये आवश्यक कार्बनिक अणुओं के निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं, जो मिलर-उरे परिकल्पना को चुनौती देता है।

पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति के बारे में अध्ययन की मुख्य विशेषताएँ क्या हैं?

  • मुख्य निष्कर्ष:
    • अध्ययन में पाया गया कि जल की छींटे/बौछार (Splashing/Spraying) से विद्युत आवेश उत्पन्न होते हैं, और उनके संपर्क से माइक्रो-लाइटनिंग (सूक्ष्म चिंगारियाँ) उत्पन्न होती हैं, जो आवश्यक जैव-अणुओं के निर्माण में सहायक होती हैं ।
    • अध्ययन ने यूरैसिल (एक प्रमुख RNA और DNA घटक), ग्लाइसीन (प्रोटीन संश्लेषण के लिये एक मौलिक अमीनो एसिड) और हाइड्रोजन साइनाइड (जटिल जैव रासायनिक यौगिकों का अग्रदूत) के स्वतः अप्रवर्तित संश्लेषण को भी प्रदर्शित किया।
    • इन निष्कर्षों के अनुसार प्रीबायोटिक प्रक्रिया का उत्प्रेरण संभवतः महासागरों, झरनों और वर्षा जैसे प्राकृतिक जल क्षेत्रों में सूक्ष्म प्रकाश के कारण था, जिससे पृथ्वी पर जीवन का उद्भव संभव हुआ होगा।
  • आशय:
    • मिलर-उरे मॉडल संबंधी चुनौतियाँ: इसके अनुसार जल क्षेत्रों में बार-बार होने वाली सूक्ष्म तड़ित की भूमिका विरल तड़ित की तुलना में अधिक थी।
    • खगोलीय जैविक संभावना: इसी प्रकार की क्रियाविधि यूरोपा और एनसेलेडस जैसे हिममय चंद्रमाओं पर भी संचालित हो सकती है, जिससे वहाँ अन्य ग्रहों पर जीवन की संभावना बढ़ सकती है।

मिलर-उरे परिकल्पना क्या है?

  • मिलर-उरे परिकल्पना (1952) के अनुसार पृथ्वी पर जीवन की उत्पत्ति पृथ्वी के प्रारंभिक वायुमंडल में तड़ित (वायुमंडलीय विद्युत) द्वारा उत्पन्न रासायनिक अभिक्रियाओं के माध्यम से हुई।
  • इसमें यह प्रदर्शित किया कि जल, मीथेन, अमोनिया और हाइड्रोजन के मिश्रण पर अनुप्रयुक्त विद्युत से अमीनो एसिड (जीवन के निर्माण खंड) का निर्माण संभव है, जिससे यह सिद्ध होता है कि जीवन के लिये आवश्यक कार्बनिक अणुओं का निर्माण प्रारंभिक पृथ्वी की स्थितियों में स्वाभाविक रूप से हो सकता था।
    • इसमें अबियोजेनेसिस (निर्जीव पदार्थ से जीवन की उत्पत्ति) की वैज्ञानिक व्याख्या प्रदान की गई।

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  UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न  

प्रिलिम्स:

प्रश्न. निम्नलिखित में से कौन-सा/से युग्म सही सुमेलित है/हैं? (2008)

सिद्धांत/नियम से संबंधित

वैज्ञानिक

1. महाद्वीपीय प्रवाह

एडविन हबल

2. ब्रह्मांड का विस्तार

अल्फ्रेड वेगेनर

3. प्रकाश विद्युत प्रभाव

अल्बर्ट आइंस्टीन

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