समुद्री बचाव समन्वय केंद्र | 11 Dec 2024
स्रोत: द हिंदू
हाल ही में भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard- ICG) और पाकिस्तान समुद्री सुरक्षा एजेंसी (Pakistan Maritime Security Agency- MSA) के संयुक्त बचाव अभियान ने उत्तरी अरब सागर में डूबे हुए भारतीय जहाज़ एमएसवी अल पिरानपीर (MSV Al Piranpir) के 12 चालक दल के सदस्यों को सफलतापूर्वक बचा लिया है।
- इस संयुक्त प्रयास ने दोनों देशों के समुद्री बचाव समन्वय केंद्रों (Maritime Rescue Coordination Centres-MRCC) की महत्त्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया जिन्होंने मानवीय खोज और बचाव अभियान के दौरान निर्बाध संचार बनाए रखा।
समुद्री बचाव समन्वय केंद्र क्या हैं?
- परिचय: MRCC एक इकाई है जो समुद्र में खोज और बचाव (Search and Rescue- SAR) सेवाओं के कुशल संगठन को बढ़ावा देने एवं खोज तथा बचाव क्षेत्र (Search and Rescue Region- SRR) के भीतर M-SAR संचालन के संचालन का समन्वय करने के लिये ज़िम्मेदार है।
- भारत में MRCC भारतीय तटरक्षक बल (ICG) के अंतर्गत विशेषीकृत इकाइयाँ हैं।
- खोज और बचाव क्षेत्र (SRR): यह MRCC से जुड़ा परिभाषित आयामों का एक क्षेत्र है जिसके भीतर SAR सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। भारतीय तटरक्षक बल भारतीय समुद्री खोज और बचाव क्षेत्र (ISRR) में SAR मिशनों का समन्वय करता है।
- भारतीय SRR को तीन क्षेत्रों में विभाजित किया गया है, जिनमें से प्रत्येक में मुंबई, चेन्नई और पोर्ट ब्लेयर में एक MRCC है।
- SAR सहयोग:
- SAR पर संबंधित अभिसमय (भारत द्वारा अनुसमर्थित):
- समुद्री खोज और बचाव पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन (SAR) 1979
- संयुक्त राष्ट्र समुद्री कानून सम्मेलन (UNCLOS) 1982
- समुद्र में जीवन की सुरक्षा के लिये अंतर्राष्ट्रीय कन्वेंशन (SOLAS) 1974
- SAR पर संबंधित अभिसमय (भारत द्वारा अनुसमर्थित):
- SAR सहयोग के लिये अन्य पहल:
- भारत का SAGAR विज़न
- जिबूती आचार संहिता (DCoC): यह पश्चिमी हिंद महासागर और अदन की खाड़ी में समुद्री चोरी और सशस्त्र डकैती को रोकने के विषय से संबंधित एक आचार संहिता एक रूप में जाना जाता है।
- भारत, जापान, नॉर्वे, ब्रिटेन और अमेरिका को पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त है।
- भारत का SAGAR विज़न
भारतीय तटरक्षक बल (ICG)
- ICG की स्थापना तटरक्षक अधिनियम, 1978 द्वारा भारत के एक स्वतंत्र सशस्त्र बल के रूप में की गई थी।
- यह रक्षा मंत्रालय के तहत कार्यरत एक सशस्त्र बल, खोज और बचाव एवं समुद्री कानून प्रवर्तन एजेंसी है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
- बहुआयामी तटरक्षक बल की रूपरेखा दूरदर्शी रुस्तमजी समिति द्वारा 1974 द्वारा तैयार की गई थी।
- SAR के लिये ICG कर्तव्य: SAR से संबंधित, तटरक्षक कर्तव्य चार्टर में निम्नलिखित शामिल हैं:
- समुद्र में समुद्री कानूनों का प्रवर्तन
- संकट के समय समुद्र में मछुआरों को सहायता प्रदान करने सहित उन्हें सुरक्षा प्रदान करना।
- समुद्र में जीवन और संपत्ति की सुरक्षा
- समुद्र में खोज और बचाव
- भारतीय तटरक्षक बल के महानिदेशक राष्ट्रीय समुद्री SAR समन्वय प्राधिकरण (NMSARCA) के रूप में कार्य करते हैं।
UPSC सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQs)प्रिलिम्सप्रश्न: कभी-कभी समाचारों में देखा जाने वाला एलीफेंट पास का उल्लेख निम्नलिखित में से किस मामले के संदर्भ में किया जाता है? (2009) (a) बांग्लादेश उत्तर: (d) प्रश्न: निम्नलिखित युग्मों पर विचार कीजिये: (2019) सागर सागर से लगा हुआ :देश
उपर्युक्त में से कौन-से युग्म सही सुमेलित हैं? (a) केवल 1, 2 और 4 उत्तर: (b) प्रश्न: भूमध्यसागर, निम्नलिखित में से किन देशों की सीमा है? (2017)
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग करके सही उत्तर चुनिये: (a) केवल 1, 2 और 3 उत्तर: (c) |